शराब तस्करों पर नकेल न लगाने पर एसओजी भंग

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देहरादून(संवाददाता)। पुलिस कप्तान ने धर्मनगरी ऋषिकेश में अपराधियों और नशा तस्करों पर नकेल लगाने के लिए देहात एसओजी का गठन यह सोचकर किया था कि वह अपराधियों और नशा तस्करों की नाक में नकेल डाल देंगे। पुलिस कप्तान के विजन को धरातल पर उतारने में देहात एसओजी लम्बे समय से धडाम नजर आ रही थी लेकिन जैसे ही कुछ शराब तस्करों ने एक पत्रकार को हैवानियत के साथ पीटकर उसे अधमरा किया उससे राज्य के डीजीपी ने जनपद के पुलिस कप्तान को नशा तस्करों की नाक में नकेल डालने का हुकम दिया तो उसके चंद घंटे बाद ही एक नशा तस्कर सलाखों के पीछे पहुंच गया और उसके बाद जनपद के पुलिस कप्तान ने धर्मनगरी में शराब तस्करों के खिलाफ लम्बे समय से की गई कार्यवाही की समीक्षा की तो उसे देखकर पुलिस कप्तान हैरान रहे गये और उसी के चलते उन्होंने सख्त रूख अपनाते हुए देहात एसओजी को यह कहकर भंग कर दिया कि उन्हेांने अपने कार्यकाल में शराब तस्करों के खिलाफ प्रभावी कार्यवाही को अंजाम नहीं दिया। इसके साथ ही ऋषिकेश थाने मे लम्बे समय से डटे दो दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मियों को भी पुलिस कप्तान के कोप का भाजन होना पडा है और उन्हें दूसरे थानों में तैनात कर दिया गया है। पुलिस कप्तान के इस एक्शन से साफ दिखाई दे रहा है कि अब धर्मनगरी में शराब तस्करी करने वाले एक-एक नशा तस्कर को अपने गुनाहों की सजा मिलनी तय है।
उल्लेखनीय है कि ऋषिकेश में लम्बे समय से शराब का धंधा परवान चढ रहा था और इस धंधे को नेस्तनाबूत करने के लिए पुलिस कप्तान अजय सिंह ने देहात एसओजी का गठन किया था। पुलिस अकसर शराब तस्करों को जेल भेजने के मिशन में भी आगे बढती थी लेकिन धर्मनगरी में शराब पर नकेल लगाने के लिए बनाई गई आबकारी महकमा कभी भी सफलता की सीढी नहीं चढ़ पाया था? चंद दिन पूर्व ऋषिकेश के एक पत्रकार पर कुछ नशा तस्करों ने हमला कर दिया था जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। नशा तस्करों की इस कार्यवाही से डीजीपी अभिनव कुमार भी काफी नाराज दिखाई दिये और उन्होंने जनपद के पुलिस कप्तान अजय सिंह को पत्रकार पर हमला करने वालों को सलाखों के पीछे पहुंचाने और धर्मनगरी में चल रहे शराब के कारोबार पर शिकंजा कसने का संदेश दिया। पुलिस कप्तान अजय सिंह ने इस प्रकरण के बाद देहात पुलिस की समीक्षा की और उन्होंने अवैध शराब पर थाना ऋषिकेश पर इस साल की कार्यवाही के आंकडों को खंगालना शुरू किया तो यह बात सामने आई कि आठ माह में हर दूसरे दिन एक शराब तस्कर को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है और एक सौ ग्यारह तस्करों को गिफ्तार किया गया। पुलिस कप्तान अजय सिंह ने एसओजी ऋषिकेश द्वारा शराब तस्करों पर प्रभावी कार्यवाही न किये जाने पर सख्त रूख अपनाते हुए तत्काल प्रभाव से देहात एसओजी को भंग कर दिया। पुलिस कप्तान अजय सिंह ने यह फैसला भी लिया है कि अब पूरे देहरादून में सिर्फ एक एसओजी ही तैनात रहेगी जो कि सीधे उन्हें रिपोट करेगी। पुलिस कप्तान ने ऋषिकेश कोतवाली में लम्बे समय से डटे दो दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मियों का भी तबादला कर यह संदेश दे दिया है कि अगर कोई भी पुलिसकर्मी अपने इलाके में अपराधियों और अवैध धंधे करने वालों पर नकेल नहीं लगायेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।

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