उत्तरकाशी(संवाददाता)। विश्वप्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट पर्व पर बंद किए। विधि-विधान के अनुसार रविवार अपराह्न 12:14 बजे शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। अब मां गंगा के दर्शन अगले 6 महीने तक मुखी मठ में मायके में श्रद्धालु कर सकेंगे । मां गंगा की डोली मुखी मठ के लिए रवाना हो गई। उक्त जानकारी देते हुए गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने दी। उन्होंने बताया कि मां गंगा की डोली रात्रि विश्राम मुखीमठ से 3 किलोमीटर पहले मारकंडे मंदिर में करेगी। रविवार को भैया दूज पर डोली मुखीमठ गांव पहुंचेगी। वहां 6 महीने तक मां गंगा की पूजा होगी। उल्लेखनीय है कि गंगोत्री धाम के दर्शन के लिए 811542 तीर्थ यात्रियों ने करने पहुंचे। वहीं यमुनोत्री धाम में 71०21० तीर्थयात्रियों जबकि गंगोत्री और यमुनोत्री गंगोत्री दोनों धामों में 152752 श्रद्धालुओं ने दर्शन कर पुण्य अर्जित किया। मां यमुना के कपाट रविवार को बंद होंगे। मां यमुना की डोली रविवार को अपने शीतकालीन प्रवास खुशी मठ के लिए रवाना होगी।
पंच मंदिर समिति गंगोत्री के अध्यक्ष धर्मानंद सेमवाल, उपाध्यक्ष अनुज सेमवाल, कोषाध्यक्ष सुशील सेमवाल, सह सचिव जय कृष्ण सेमवाल, सदस्य चंडी प्रसाद सेमवाल सतीश सेमवाल ,अभिषेक सेमवाल ,संतोष सेमवाल ,प्रेमदेव सेमवाल, प्रदीप सेमवाल सुनील सेमवाल , रावल रवींद्र सेमवाल , राजेश सेमवाल , क्षेत्रीय विधायक सुरेश चौहान, ब्लॉक प्रमुख श्रीमती विनीता रावत, उपजिलाधिकारी भटवाड़ी मुकेश रमोला,जगमोहन सिंह रावत, राजेंद गंगाडी, विजय प्रताप मख लोगा, सहित सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे हैं। इस दौरान हर्षिल राजपुताना रेजीमेंट द्वारा श्रद्धालुओं के लिए विशाल भंडारा का आयोजन भी किया।