नकली नोटों को चलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश

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लालकुआं(संवाददाता)। देश की अर्थव्यवस्था को तहस-नहस करने के लिए देश विरोधी नकली नोटो का मकडजाल न फैला दें इसको लेकर मुख्यमंत्री और डीजीपी ने सभी जिलों के पुलिस कप्तानों को साफ संदेश दे रखा है और इसी के चलते नैनीताल पुलिस ने एक गिरोह के छह सदस्यों को नकली नोटों के साथ दबोचा है और अंदेशा जताया जा रहा है कि भारतीय नकली मुद्रा बंगलादेश में छापी जा रही है और फिर इसे बंगलादेश के रास्ते से भारत में खपाने का शातिराना खेल चल रहा है। लाखों रूपये के नकली नोट मिलने से खुफिया एजेंसियां भी सर्तक हो गई हैं और अब इस गिरोह के पूरे नेटवर्क को भेदने के लिए पुलिस के साथ मिलकर वह पूछताछ में जुटी हुई है और नकली नोट बनाने वाले सारे छुपे चेहरों को भी बेनकाब करने का अब ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है।
पुलिस ने नकली नोटों को चलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। बता दे कि विगत दिनों लालकुआं निवासी सुनार शिवम वर्मा पुत्र महेश चंद्र वर्मा अंबेडकर नगर वार्ड नम्बर एक को पुलिस ने नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था। जिसके बाद इस मामले की जांच की गई तो एक के बाद एक परते खुलती चली गई। आज पुलिस ने नकली नोट चलाने वाले 6 और लोगों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से कुल दो लाख 98 हजार रुपए के 5०० के नकली नोट मिले हैं। इधर पूछताछ में आरोपी में अपना नाम आसिफ अंसारी पुत्र इब्राहिम अंसारी बरेली, सैयद मोज्जम पुत्र सैयद इबने अली बरेली, अली मोहम्मद पुत्र मौ राज संजय नगर हाथीखाना लालकुआं, विनोद कुमार पुत्र बिशन राम विकासपुरी खैरानी बिन्दुखत्ता, संतोष कुमार पुत्र पूरन राम निवासी विकासपुरी खैरानी और विजय टम्टा स्व० नारायण टम्टा निवासी घोड़ानाला बिंदुखत्ता बताया। अभी तक पुलिस इस मामले में पुलिस 7 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है जिनके पास से 5०० के 614 नकली नोट बरामद हुए हैं जो तीन लाख सात हजार की धनराशि है।
वही पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह मालदा पश्चिम बंगाल जाकर नकली नोट आते थे इसके बाद पूरे ग्रुप द्वारा उत्तराखंड यूपी अन्य राज्यों में यह नोट चलाए जाते थे। आरोपी शिवम वर्मा द्वारा अज्ञात करंट अकाउंट खोला गया है जिसमें लाखों की लेनदेन का मामला भी सामने आया है। वही क्रिप्टोकरंसी का मामला भी सामने आया है फिलहाल पुलिस इसकी जांच में जुटी है।

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