चारधाम यात्रा हमारी आस्था, पहचान और आर्थिकी से जुड़ी है

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चमोली(संवाददाता)। चारधाम यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाये रखने के लिए डीजीपी ने चारधाम मे डेरा डाल रखा है और उन्होंने गंगोत्री, यमुनोत्री की व्यवस्थाओं को परखने के बाद केदारनाथ धाम मे भी श्रद्धालुओं को सुखद यात्रा कराने का संदेश पुलिस कप्तान को दिया तो वहीं वह आज चमोली मे बद्रीनाथ धाम मे आने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा को सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए पुलिस कप्तान और उनकी टीम के साथ बैठे और उन्हें साफ संदेश दिया कि नागरिकों और यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सबसे महत्वपूर्ण है इसलिए पुलिस अफसर धाम मे आने वाले श्रद्धालुओं के साथ अतिथि देवो भव: की थीम पर उन्हें दर्शन करायें।
डीजीपी अभिनव कुमार ने पुलिस कप्तान सर्वेश पंवार को श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुखद रूप मे धाम के दर्शन कराने की बडी जिम्मेदारी सौंपी है। वहीं पुलिस कप्तान सर्वेश पंवार ने डीजीपी को अवगत कराया कि जनपद के यातायात प्लान व वाहनों के दबाव के कारण जाम की समस्या से निपटने के लिए उन्होंने बेहतर यातायात व्यवस्था लागू कर रखी है। कप्तान ने बताया कि इस बार रिकॉर्ड संख्या में यात्रियों के आने से व्यवस्था बनाने में कुछ समस्याएं आई लेकिन इनका तात्कालिक समाधान सुनिश्चित किया जा रहा है। इसके साथ ही दीर्घकालिक उपायों पर भी प्रमुखता से ध्यान दिया जा रहा है।
डीजीपी अभिनव कुमार ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि चारधाम यात्रा हमारी आस्था, पहचान और आर्थिकी से जुड़ी है, लिहाजा हम सबका सर्वप्रथम यही प्रयास रहना चाहिए कि यात्री यहां से बेहतर अनुभव लेकर जाएं और चारधाम यात्रा पर कोई प्रतिकूल प्रभाव भी न पड़े। डीजीपी ने कहा कि आगामी दिनों में कई राज्यों में स्कूलों में छुट्टियां होने के चलते मैदानी क्षेत्रों से लोग तीर्थ स्थलों व पर्यटक स्थलों की ओर रूख करते है। अतरू आने वाले दिनों में यात्रियों की संख्या एवं यातायात का दबाव बढऩे की पूर्ण सम्भावना है। जिसके दृष्टिगत सभी अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने हेतु निर्देशित किया गया। चारधाम यात्रा के दौरान स्थानीय नागरिकों और यात्रियों की सुरक्षा एवं सुविधा सबसे महत्वपूर्ण है। इनकी प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए ही चारधाम यात्रा को सुचारु रुप से सम्पादित किए जाने हेतु बेहतरीन कार्ययोजना तैयार की जाए। यातायात का दबाव बढऩे पर यात्रियों को चिन्हित किये गये निर्धारित स्थानों पर रोके जाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। ऐसे स्थान मुख्य कस्बों के पास हों। जहां श्रद्धालुओं को खाने, पीने, रहने एवं आवश्यक वस्तुओं की सुविधा उपलब्ध हो सके।
डीजीपी ने कहा कि बद्रीनाथ धाम में सुचारू व्यवस्था बनाए रखने के लिए दर्शन के उपरान्त यात्रियों को निरन्तर अपने गन्तव्य की ओर भेजा जाए ताकि सभी श्रद्धालुओं को सुगम व सुव्यवस्थित दर्शन कराए जाए एवं भीड़ के दबाव को कम किया जा सके। यात्रा के दृष्टिगत पौड़ी, रुद्रप्रयाग व चमोली के जनपद प्रभारी आपस में समन्वय स्थापित करते हुए अपने-अपने जनपदों से धामों हेतु प्रस्थानध्आगमन करने वाले श्रद्धालुओंध्यात्रियों व वाहनों की संख्या से सम्बन्धित सूचना प्रतिदिन आदान-प्रदान करें व उसी के अनुरुप यातायात प्लान लागू करें। चारधाम यात्रा को सुगम, सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाए तथा अनावश्यक भीड़-भाड़ से अव्यवस्था न हो इसके लिए यह सुनिश्चित किया जाए की बिना पंजीकरण के आने वाले लोगों को यात्रा करने की अनुमति न दी जाए। चारधाम यात्रा के दौरान मन्दिर परिसर के 5० मीटर के दायरे में रील या सोशल मीडिया कंटेंट बनाना पूर्णतरू प्रतिबंधित है। इस संबंध में राज्य सरकार द्वारा जारी किये गये निर्देशों का कड़ाई से पालन कराया जाए एवं ऐसे करने वालों के विरूद्ध नियमानुसार कड़ी कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए गए। वहीं डीजीपी ने यह भी आदेश दिया कि सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सैल के माध्यम से सोशल मीडिया पर सतर्क दृष्टि रखते हुए तीर्थ स्थलों के बारे में भ्रामक प्रचार व अफवाह फैलाने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाये।

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