धामों के धामी

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प्रमुख संवाददाता
देहरादून। उत्तराखण्ड मे चारधाम यात्रा को सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए यात्रा से पूर्व ही मोर्चा संभाल चुके थे और उसी के चलते उन्होंने चारधाम यात्रा को यादगार बनाने के लिए अफसरांे को भी खुला संदेश दिया और उत्तराखण्ड के इतिहास मे पहली बार चारधाम यात्रा के शुभारंभ होने पर मुख्यमंत्री ने हैलीकाप्टर से श्रद्धालुआंे और धाम पर फूलों की वर्षा कराकर श्रद्धालुओं में एक नया उत्साह भर दिया था। चारधाम यात्रा मे आने के लिए लाखों श्रद्धालुओं के मन मे आस्था की जो जोत जली उसी के चलते यात्रा शुरू होते ही चारधाम मे श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ आया और उन्होंने सरकार के उस आदेश को भी नजरअंदाज कर दिया जिसमे उन्होंने कहा था कि श्रद्धालु यात्रा पर आने से पहले अपना पंजीकरण करा लें। हजारों की संख्या मे श्रद्धालुओं ने अपना पंजीकरण नहीं कराया और वह धामों की ओर कूच कर गये जिसके चलते दो-तीन दिन सरकार और पुलिस प्रशासन को भीड़ पर काबू पाने के लिए काफी दौड़-धूप करनी पडी। मुख्यमंत्री ने दिल्ली से लेकर उत्तराखण्ड मे चारधाम यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए बडे-बडे अफसरों को धामों मे तैनात कर दिया तो वहीं डीजीपी ने भी यात्रा को सुगम बनाने के लिए तमाम पुलिस बल को सडकों पर उतार दिया और उसी के चलते अब उन श्रद्धालुओं को राष्ट्रीय राजमार्गों से वापस भेजा जा रहा है जो बिना पंजीकरण कराये यात्रा करने के लिए आगे बढ़ गये। मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा को लेकर खुद मोर्चा संभाला और वह ग्राउण्ड जीरो पर उतर आये जिसके चलते चंद समय मे ही यात्रा का नया रूप देखने को मिलने लगा। अब श्रद्धालु भी यह कहने से नहीं चूक रहे हैं कि धामों के धामी ने चारधाम यात्रा को सुगम बनाने के लिए जो नई पहल की है उसके चलते अब चारधाम यात्रा मे आने वाले श्रद्धालुओं को यात्रा करने का एक नया आनंद आ रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अब श्रद्धालु भी धामों के धामी के नाम से पुकारने लगे हैं। मुख्यमंत्री ने जबसे पदभार संभाला है तबसे वह राज्य मे होने वाली चारधाम यात्रा हो या कांवड यात्रा रही हो सब यात्राओं मे आने वाले श्रद्धालुओं के मन मे जो एक नया उत्साह भरा है उसी के चलते श्रद्धालुओं का उत्तराखण्ड के धार्मिक स्थलों मे बडे पैमाने पर आने का सिलसिला शुरू हुआ है उससे उत्तराखण्ड के धार्मिक स्थलों मे हर समय श्रद्धालुओं का हुजूम देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जहां इन यात्राओं को सुगम व सुरक्षित बनाने के लिए हमेशा बडी रणनीति के तहत काम किया वहीं राज्य मे होने वाले बडे-बडे मेलों मे भी वहां श्रद्धालुओं को सुरक्षा देने का जो खाका बनाया उसके चलते राज्य मे लगने वाले मेलों मे भी श्रद्धालुआंे की एतिहासिक भीड़ यह बताती आ रही है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर अभेद भरोसा करके श्रद्धालु मेलों मे भी उसी भाव से आते हैं जैसे चारधाम यात्रा और कावंड मेले मे श्रद्धालुओं का आगमन होता है।
उत्तराखण्ड मे दस मई से चारधाम यात्रा का आगाज हो चुका है और उसी के चलते मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए यात्रा आरंभ होने से कुछ माह पूर्व ही पूरा खाका तैयार कर लिया था और देश-विदेश के श्रद्धालुओं को संदेश दिया गया था कि अगर कोई भी श्रद्धालु राज्य मे चारधाम यात्रा करना चाहता है तो पहले वह अपना पंजीकरण करा ले और पंजीकरण वाले दिन ही वह धाम मे यात्रा करने के लिए आये। दस मई को शुरू हुई चारधाम यात्रा मे एकाएक लाखों श्रद्धालुओं का सैलाब गंगोत्री, यमुनोत्री और बाबा केदारनाथ धाम की ओर आगे बढ़ गया जिसके चलते इस सैलाब को कतार मे दर्शन कराने का जो खाका तैयार किया गया था उसमे काफी दुविधा सरकार और सिस्टम के सामने आ खडी हुई थी। हालांकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा मे उमड़ रहे सैलाब को देखते हुए श्रद्धालुओं को संदेश दिया कि वह तब तक यात्रा पर न आये जब तक वह अपना पंजीकरण न करा लें। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चारधाम यात्रा के दौरान भले ही देशभर मे भाजपा प्रत्याशियों के लिए प्रचार कर रहे हैं लेकिन वह चारधाम यात्रा को सुगमता से चलाने के लिए वापस उत्तराखण्ड आये और उन्होंने जीरो ग्राउण्ड पर आकर यात्रा को सुचारू चलाने के लिए खुद मोर्चा संभाला। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तरकाशी के बडकोट मे पहुंचे और वहां श्रद्धालुओं से वह खुलकर रूबरू हुये तो वहां श्रद्धालुओं के अन्दर जो उत्साह देखने को मिला वह अलौकिक ही नजर आया था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए शासन के बडे-बडे अफसरों को धाम मे उतारा तो वहीं डीजीपी अभिनव कुमार को चारधाम यात्रा मे बिना पंजीकरण के आने वाले श्रद्धालुओं को वापस भेजने का संदेश दिया तो उसी के बाद से पुलिस अलर्ट हो गई और अब यात्रा सुगम तरीके से चल रही है जिसके चलते श्रद्धालु भी मान रहे हैं कि धामो के धामी ने ऐसा करिश्मा कर दिखाया जिससे अब यात्रा करने वालों को एक नया सुखद भाव मिल रहा है।

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