देहरादून(संवाददाता)। मुख्यमंत्री धामी के लिए अपनी विधायकी का त्याग करने वाले चम्पावत के पूर्व विधायक व उत्तराखण्ड वन विकास निगम के अध्यक्ष कैलाश गहतोड़ी दुनिया को आज प्रात: हमेशा के लिए अलविदा कह गये। मुख्यमंत्री के जिगरी गहतोड़ी का कम उम्र मे संसार छोडना मुख्यमंत्री को एक बडा शोक दे गया और उनके निधन पर मुख्यमंत्री ने अपना शोक व्यक्त करते हुए कहा है कि चम्पावत के विकास के लिए उनके प्रिय ने आवाम से जो वायदे किये थे उसे वह पूरा करेंगे और वही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसह धामी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा की है कि वन विकास निगम के अध्यक्ष, पूर्व विधायक, प्रिय मित्र और बड़े भाई कैलाश गहतोड़ी के निधन का पीड़ादायक समाचार सुन स्तब्ध हूं। कैलाश का जाना संगठन, प्रदेश के साथ-साथ मेरे लिए भी व्यक्तिगत क्षति है। इस असीम कष्ट को शब्दों में बयान नहीं कर पा रहा हूँ। आपने अपना पूरा जीवन जनसेवा में खपा दिया, आप एक आदर्श जनप्रतिनिधि के रूप में सदैव याद किए जाएँगे। एक विधायक के रूप में चम्पावत क्षेत्र के विकास के प्रति आपका समर्पण हमारे लिए प्रेरणास्रोत है। राजनीति और जनसेवा के क्षेत्र में आपसे मिला सानिध्य इतना आत्मीय और हृदय के निकट था कि आज विश्वास करना अत्यंत कठिन है कि आप हमारे बीच नहीं हैं। एक अच्छे मित्र और बड़े भाई के रूप में आप सदैव याद आएंगे। चम्पावत के विकास को लेकर जो आपके संकल्प थे उन्हें पूर्ण करने की दिशा में हम समर्पित होकर कार्य करेंगे। ईश्वर से पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों को यह अपार कष्ट सहने की शक्ति प्रदान करने की कामना करता हूं।
गौरतलब है कि कैलाश गहतोड़ी एक लम्बे अर्से से मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसह धामी के जिगरी रहे हैं और जब खटीमा से मुख्यमंत्री को एक साजिश के तहत चुनाव हरवा दिया गया था और भाजपा हाईकमान ने एक बार फिर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर विश्वास दिखाते हुए उन्हें मुख्यमंत्री बनाया तो उसके बाद चम्पावत के विधायक पद पर आसीन कैलाश गहतोड़ी ने अपने जिगर के लिए अपनी सीट का त्याग किया था और उसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को वहां एतिहासिक जीत दिलाकर अपनी यारी निभाई थी। मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसह धामी अपने जिगर के निधन से काफी आहत हैं और उन्होंने गहतोड़ी द्वारा चम्पावतवासियों से किये गये विकास के हर वायदे को पूरा करने का संकल्प लिया है।