अच्छी तरह से चल रही है चार धाम यात्रा

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देहरादून(संवाददाता)। चारधाम यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाये जाने के लिए केन्द्रीय गृह सचिव ने शासन व पुलिस अफसरों के साथ वर्चुअल बैठक करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार चारधाम यात्रा मे श्रद्धालुओं की सुरक्षा और वहां के मैनेजमेंट के लिए उनके साथ खडी है। अफसरों को यह भी संदेश दिया गया कि यात्रा मार्गों एवं ठहराव स्थलों मे यात्रियों की रिपोर्ट प्रतिदिन गृह मंत्रालय को भेजने के आदेश दिये और जरूरत पडने पर यात्रा मार्ग पर क्राउड मेनेजमेंट के लिए एनडीआरएफ व आईटीबीपी की मद्द लेने के भी निर्देश दिये इसके साथ ही भविष्य मे चारधाम यात्रा प्रबन्धन की रणनीति के लिए एक कमेटी का गठन करने के आदेश दिये साथ ही धरातल स्तर पर यात्रा प्रबन्धन पर कडी निगरानी पर विशेष बल दिया।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने केन्द्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को वर्चुअल माध्यम से हुई बैठक में राज्य में चारधाम यात्रा की अद्यतन जानकारी दी। केन्द्रीय गृह सचिव ने मुख्य सचिव को धामों, यात्रा मार्गां एवं ठहराव स्थलों में यात्रियों की रिर्पोट प्रतिदिन गृह मंत्रालय को भेजने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जरूरत पडऩे पर यात्रा मार्ग पर क्राउड मेनेजमेंट हेतु एनडीआरएफ व आईटीबीपी की मदद लेने के भी निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही केन्द्रीय गृह सचिव ने भविष्य में चारधाम यात्रा प्रबन्धन की रणनीति हेतु एक कमेटी गठन के निर्देश दिए है।
उन्होंने धरातल स्तर पर यात्रा प्रबन्धन पर कड़ी निगरानी पर विशेष बल दिया है। मुख्य सचिव रतूड़ी ने केन्द्रीय गृह सचिव को जानकारी दी कि राज्य में चारधाम यात्रा सफलतापूर्वक, सुरक्षित, सुगम एवं सुचारू रूप से संचालित हो रही है। सभी राज्यों विशेषकर 5 प्रमुख राज्यों उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात व महाराष्ट्र, जहाँ से सबसे अधिक यात्री चारधाम पर आते हैं, उनके मुख्य सचिवों को पत्र के माध्यम से तथा व्यक्तिगत तौर पर बातचीत कर अनुरोध किया गया है कि यात्री सिर्फ रजिस्ट्रेशन के बाद ही चारधाम पर आए तथा जिस तिथी का रजिस्ट्रेशन हुआ है उस तिथी को ही चारधाम यात्रा पर आए। व्यवस्था बनाए रखने के लिए 31 मई तक चारधाम यात्रा के ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन पर रोक लगाई गई है। यात्रा मेनेजमेंट सिस्टम की जानकारी देते हुए सीएस ने जानकारी दी कि रजिस्ट्रेशन हेतु उत्तराखण्ड टूरिज्म डेवलमेंट बोर्ड द्वारा 24 घण्टे संचालित होने वाला कॉल सेन्टर कार्य कर रहा है। पंजीकृत श्रद्धालुओं को बड़कोट (यमुनोत्री), हीना (गंगोत्री), सोनप्रयाग (केदारनाथ) तथा पाण्डुकेश्वर (बद्रीनाथ) में चेक किया जा रहा है। जानकीचट्टी (यमुनोत्री), गंगोत्री मंदिर (गंगोत्री), स्वर्गारोहिणी (केदारनाथ) तथा आईएसबीटी, बीआरओ तथा माणा (बद्रीनाथ) में धामों के दर्शन हेतु पंजीकृत श्रद्धालुओं को टोकन जारी किए जा रहे हैं। मंदिरों के परिसर में पंक्ति में लगे श्रद्धालुओं के टोकन पर मोहर लगाकर उनके लिए धामों के दर्शनों की व्यवस्था की गई है।
मुख्य सचिव ने जानकारी दी कि 22 मई तक कुल 3118926 रजिस्ट्रेशन में से यमुनोत्री हेतु 486285, गंगोत्री हेतु 554656, केदारनाथ हेतु 1०377००, बद्रीनाथ हेतु 955858 तथा हेमकुण्ड साहिब हेतु 84427 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण करवाया है। चारधाम यात्रा पर आने वाले सर्वाधिक श्रद्धालुओं वाले 1० राज्यों में क्रमश: उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली, बिहार, हरियाणा, पश्चिम बंगाल तथा छतीसगढ़ हैं। मुख्य सचिव ने जानकारी दी कि इस वर्ष 2०24 में यमुनोत्री में 138537 श्रद्धालुओं ने यात्रा सीजन के पहले 1० दिनों में दर्शन किए । यह आंकड़ा गत 2 वर्षों से 127 प्रतिशत अधिक है। गंगोत्री धाम में पहले दस दिनों में 128777 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए जो कि गत 2 वर्षों से 89 प्रतिशत अधिक है।
केदारनाथ धाम में इस वर्ष पहले दस दिनों में 319193 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए जो कि गत 2 वर्षा से 156 प्रतिशत अधिक है। इसी प्रकार बद्रीनाथ धाम में इस वर्ष पहले दस दिनों में 139656 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए जो कि गत 2 वर्षो से 27 प्रतिशत अधिक है।

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