देहरादून। राज्य के अलग-अलग हिस्सों में वन्य जीवों के हमले की घटनाओं को रोकने के लिए प्रदेश सरकार गंभीर है। मसूरी वन प्रभाग के अंतर्गत आतंक का पर्याय बने गुलदार को पकडऩे में वन विभाग ने सफलता पाई है। गुलदार को पिंजरे में कैद कर लिया गया है। यह गुलदार दो लोगों को अपना निवाला बना चुका था।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को स्थानीय लोगों को गुलदार के आतंक से निजात दिलाने के आदेश दिए थे। आदेशों के क्रम में प्रभावित क्षेत्र में कर्मचारियों की तैनाती करने के साथ ही किमाड़ी गांव में पिंजरा लगा दिया। आज बृहस्पतिवार को गुलदार पिंजरे में कैद हो गया। वन क्षेत्राधिकारी राकेश नेगी ने बताया कि इस गुलदार की लंबे समय से तलाश की जा रही थी। बता दें मुख्यमंत्री धामी ने राज्य में मानव वन्यजीव संघर्ष की बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए विशेष कार्ययोजना बनाने के निर्देश वन विभाग को दिए हैं। शीर्ष अधिकारियों से कहा गया है कि प्रभावित क्षेत्रों में विभाग को चौबीसों घंटे अलर्ट मोड पर रखा जाए और प्रशिक्षित वनकर्मियों की क्विक रिस्पांस टीम गठित कर उसे तत्काल मौके पर भेजा जाए। जंगली जानवरों को आबादी क्षेत्र में आने से रोकने के लिए गांव और जंगल की सीमा पर सोलर फेंसिंग (तार बाड़) लगाई जाए।