उत्तरकाशी(चिरंजीव सेमवाल)। उत्तरकाशी जिले में 1द्मह्ल ऊंची चोटियों पर बर्फबारी और निचले क्षेत्रों में बारिश शुरू हो चुकी है। मौसम विज्ञान केंद्र ने भी येलो अलर्ट जारी किया है। यहां गंगोत्री यमुनोत्री राजमार्ग सहित यमुना घाटी को जिला मुख्यालय से जोडऩे वाला राडी टाप बंद है वहीं दर्जनों गांवों में बिजली आपूर्ति ठप्प है। आलम यहां है कि जिले के 1०० से अधिक गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है।
पहाड़ की चोटियों पर दिनभर रुक-रुककर बर्फबारी का क्रम जारी रहा। निचले क्षेत्रों में झमाझम बारिश हुई। बर्फबारी व वर्षा के बाद समूचे जनपद में शीत लहर की चपेट में आ गया। अधिकतर क्षेत्रों में तापमान में चार से छह डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है। गढ़वाल मंडल के पांच जनपदों में ढाई हजार मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी हिमपात होने आसार हैं। पहाड़ों में ऊंची चोटियों पर बर्फबारी का क्रम जारी है। शनिवार को से ही जनपद में बादल छाए रहे। जबकि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी का क्रम जारी रहा। निचले इलाकों में बारिश हुई। जिसकी वजह से जिले भर में शीत लहर चल रही है। जिसके कारण ज्यादातर क्षेत्रों में तापमान में 4 से 6 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई है। गंगोत्री – यमुनोत्री और हरकीदून, हर्षिल ,दयारा की पहाडिय़ों की चोटियां बर्फ से लकदक हो गई हैं। बर्फबारी का लुक उठाने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक भी यहां पहुंच रहे हैं। बता दें कि मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार अगले दो दिन में मौसम का मिजाज बदला रह सकता है। जिसके तहत उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में ढाई हजार मीटर से अधिक ऊंचाई वाली क्षेत्रों में भारी हिमपात और मैदानी जिलों में कहीं-कहीं गरज- चमक के साथ ओलावृष्टि को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। गौरतलब है कि साल में दूसरी बार आज रविवार को एक बार फिर पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी हो रही है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार, 25०० मीटर व इससे अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश के साथ बर्फबारी के आसार बताए गए थे। जबकि उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग के तीन हजार मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी बताई गई। इन जिलों के लिए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। अन्य जिलों में बारिश का सिलसिला जारी है।