उत्तरकाशी(चिरंजीव सेमवाल)। सिल्क्यारा टनल में राहत एवं बचाव के लिए कार्यरत ऑगर मशीन कल देर रात खराब हो गई थी। जिससे बचाव कार्य रुक गया था। बुधवार को रेस्क्यू अभियान को लगातार जारी रखने के लिए हैवी ऑगर ड्रिलिंग मशीन को दो पार्ट में दिल्ली से भारतीय सेना के हरक्यूलस विमान से चिन्यालीसौड़ हेलीपैड एयरलिफ्ट गया हैं, जो बुधवार को दोपहर 1 बजे चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पहुंची। एसपी उत्तरकाशी अर्पण यदुवंशी एवं उपजिलाधिकारी वृजेश तिवारी ने बताया कि मशीन का एक पार्ट पहुँच गया है और मशीन को सुरंग पहुचाने की कार्यवाही गतिमान है।
इधर जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने बताया कि सुंरग के पास मशीन को जोड़ा जाएगा और शीघ्र ही ड्रिलिंग का कार्य शुरू हो जाएगा। सभी श्रमिकों को सुरक्षित रेस्क्यू करने की कवायद तेजी से चल रही है। बता दें कि मंगलवार को टनल में काम कर रही आंगर मशीन भी हुई खराब हो गई थी । जिसके लिए रेस्क्यू टीम ने थाईलैंड की रेस्क्यू कंपनी से संपर्क किया है जिसने थाईलैंड की गुफा में फंसे बच्चों को बाहर निकाला था। नॉर्वे की एन जी आई एजेंसी से भी संपर्क किया गया है जिससे सुरंग के भीतर ऑपरेशन में विशेष सुझाव लिए जा सके। एयरफोर्स के तीन विशेष विमान ने 25 टन भारी मशीन को चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर एयरलिफ्ट किया है। यह मशीन मलबे को भेद कर स्टील पाइप दूसरी तरफ पहुंचने में मददगार साबित होगी।
इस मशीन के जरिए प्रति घंटे 5 मीटर मलबा निकला जा सकेगा। जिससे8० घंटों से टनल में कैद 4० श्रमिकों को बहार निकालने में सफलता हासिल होगा। देर शाम से इस मशीन के जरिए काम शुरू करने की कोशिश कींवह जाएगी। अब नॉर्वे और थाईलैंड की विशेष टीमों की मदद ली जा रही है। इसके साथ भारतीय रेल, आर वी एन एल, राइट्स एवं इरकॉन के विशेषज्ञों से भी सुरंग के भीतर ऑपरेशन से संबंधित सुझाव लिए जा रहे हैं। घटनास्थल पर अपर जिलाधिकारी तिरत पाल सिंह, पुलिस उपाधीक्षक अनुज कुमार, प्रसात कुमार, आदि मौजूद रहे है।