मानदेय बढ़ोत्तरी का मुख्यमंत्री ने दिया शिक्षा मित्रों को आश्वासन

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देहरादून(संवाददाता)। डीएलएड प्रशिक्षित शिक्षा मित्र प्रदेश संगठन के अध्यक्ष गिरीश चन्द्र भटट ने कहा है कि मानदेय के नाम पर दोहरा व्यवहार किया जा रहा है जिससे उनमें रोष व्याप्त है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिले आश्वासन के बाद शिक्षा मित्रों ने आत्मदाह के निर्णय को 1० दिन के लिए स्थगित कर दिया है। एक सप्ताह बाद गोपनीय रणनीति तैयार की जायेगी।
यहां परेड ग्राउंड स्थित उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकारों से रूबरू होते हुए उन्होंने कहा कि मानदेय के नाम पर दोहरा व्यवहार अपनाया जा रहा है जिसे किसी भी दशा में सहन नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि पिछले 2० वर्षों से मानदेय पर कार्यरत है लेकिन आज तक मानदेय में बढोत्तरी नहीं हो पा रही है औैर समान कार्य के लिए समान वेतन दिया जाना चाहिए। किसी शिक्षा मित्र को 48 हजार रूपये व किसी को 15 हजार रूपये मानदेय दिया जा रहा है और इस परिपाटी को समाप्त करके सभी को समान मानदेय दिया जाये।
उन्होंने कहा कि कई शिक्षा मित्रों ने आत्मदाह करने की चेतावनी दी जिससे सचिवालय प्रशासन में हडकंप मच गया और संगठन के संरक्षक चंचल सिंह बसेडा को मुख्यमंत्री ने वार्ता के लिए आमंत्रित किया और वार्ता में पांच दिन का समय मांगा गया लेकिन संगठन की ओर से 1० दिन का समय दिया गया और मानदेय बढोत्तरी पर विस्तार से निर्णय लिया जाये और इस दौरान मुख्यमंत्री ने शिक्षा सचिव को इस बारे में निर्देशित किया।
उन्होंने कहा कि उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है और विगत चार वर्षों से मानदेय बढोत्तरी की मांग की जा रही है जिसे अनसुना किया जा रहा है और कहा कि 25 सितम्बर तक उनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया तो गुपचुप तरीके से रणनीति तैयार की जायेगी और आत्मघाती कदम उठाने के लिए विवश होंगें। इस अवसर पर संगठन के संरक्षक चंचल सिंह बसेडा ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सकारात्मक वार्ता हुई ओर उन्होंने शीघ्र ही कार्यवाही करने का भरोसा दिया है। इस अवसर पर वार्ता में अन्य पदाधिकारी शामिल रहे।

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