लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने ट्वीट कर कहा कि 72वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सोमवार को भारत सरकार द्वारा मेरे पिता को 51 साल के बेदाग राजनीतिक जीवन के लिए पद्मभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है। मेरे पिता ने पूरा जीवन सामाजिक न्याय के लिए व वंचित, दलित-पिछड़ों की लड़ाई लड़ने के लिए समर्पित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरे पिता के साथ अंतिम सांस तक खड़े रहे। पिता के जाने के बाद भी प्रधानमंत्री ने उन्हें हमेशा सम्मान दिया।
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री का जताया आभार
पद्मभूषण पुरस्कार के लिए मेरे परिवार और लोक जनशक्ति पार्टी की तरफ से प्रधानमंत्री का हृदय से आभार है। इस सम्मान के लिए पूरे देश और उन सभी साथियों का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने मेरे पिता के जीवन पर असर डाला। पद्मभूषण अवार्ड के लिए राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री का आभार व्यक्त करता हूूं। लोकजनशक्ति पार्टी के हर एक सदस्य के लिए पार्टी के संस्थापक को पद्मभूषण अवार्ड मिलना अत्यंत गर्व की बात है। परिवार के लिए भी यह भावुक क्षण है। लोक जनशक्ति पार्टी इस सम्मान से मिली नई ऊर्जा के साथ रामविलास के सपनों को पूरा करेगी। चिराग पासवान ने कहा कि लोजपा परिवार के हर एक सदस्य को बधाई।
गौरतलब है कि 72वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सोमवार को पद्म पुरस्कारों का केंद्र सरकार ने एलान कर दिया। इसके तहत विशेष योगदान देने वालों को तीन श्रेणियों में पुरस्कार दिया गया है। पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री। इसके तहत बिहार से लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक व पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. रामविलास पासवान को पद्मभूषण पुरस्कार दिए जाने का एलान केंद्र सरकार ने किया। रामविलास पासवान का पिछले साल दिल्ली में निधन हो गया था। पासवान के अलावा बिहार से दुलारी देवी, रामचंद्र मांझी, डॉ. दलिीप कुमार संिह और डॉ. मृदुला सन्हिा को पद्मश्री पुरस्कार दिया जाएगा।