धामी की रडार पर ‘विदेशी’

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प्रमुख संवाददाता
देहरादून। मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड के अन्दर ऑपरेशन विदेशी चलाने का हुक्म दिया था और सभी जनपदों के पुलिस कप्तानों को संदिग्धों पर कडी नजर रखने के साथ-साथ सख्ती के साथ सत्यापन अभियान चलाने का दो टूक संदेश दिया हुआ है जिससे कि राज्य के अन्दर कोई भी संदिग्ध या बांग्लादेशी अपनी पहचान छुपाकर न रह पाये। मुख्यमंत्री के ऑपरेशन सत्यापन और ऑपरेशन विदेशी को लेकर पुलिस महकमा अलर्ट नजर आ रहा है। सत्यापन अभियान में पुलिस ने संदिग्धों के चेहरे बेनकाब करने का सिलसिला शुरू कर दिया है। वहीं हरिद्वार पुलिस ने ऑपरेशन सत्यापन चलाकर दो बांग्लादेशियों को खोज निकाला तो वहीं राजधानी के पुलिस कप्तान ने एसओजी और एलआईयू की टीम को जनपद में चप्पे-चप्पे पर संदिग्धों और बांग्लादेशियों को खोज निकालने का टास्क दिया हुआ है और इस टास्क को अंजाम देने के लिए पुलिस, एसओजी और एलआईयू की टीम ने पांच बांग्लादेशियों को खोज निकाला जिनमे से एक के पास फर्जी दस्तावेज थे तो चार के पास कोई भी दस्तावेज पुलिस और एलआईयू टीम को नहीं मिला। धामी का ऑपरेशन विदेशी अब रंग दिखाने लगा है जिससे साफ नजर आ रहा है कि उत्तराखण्ड के किसी भी जनपद में कोई भी संदिग्ध या विदेशी अपनी पहचान छुपाकर राज्य की वादियों में छुप नहीं पायेगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड को शांत बनाये रखने के लिए पुलिस कप्तानों को अपने जनपदों में ऑपरेशन विदेशी और संदिग्धों की खोज के लिए बडा सत्यापन अभियान चलाने का आदेश दिया हुआ है। मुख्यमंत्री का साफ कहना है कि राज्य के अन्दर कोई भी विदेशी अपनी पहचान छुपाकर न रह पाये इसलिए पुलिस और एलआईयू की टीमें ऑपरेशन विदेशी और संदिग्धों को खोज निकालने के लिए चप्पे-चप्पे पर तेजी के साथ ऑपरेशन सत्यापन चलाये। मुख्यमंत्री के आदेश पर जनपदों के कप्तानों ने अपने यहां संदिग्धों की खोज के लिए ऑपरेशन सत्यापन घरों से लेकर सडकों तक चला रखा है जिससे कहीं न कहीं संदिग्धों में खलबली मची हुई है। मुख्यमंत्री के सख्त तेवरों के चलते हरिद्वार व दून पुलिस कप्तानों ने अपने इलाकों में संदिग्धों और विदेशियों को खोज निकालने के लिए एक बडा ऑपरेशन शुरू किया है। इस ऑपरेशन में हरिद्वार पुलिस ने दो बांग्लादेशियों को खोज निकाला जो कि अपनी पहचान छुपाकर वहां रह रहे थे। वहीं जनपद के पुलिस कप्तान अजय सिंह ने जनपद के अन्दर पुलिस, एसओजी और एलआईयू की टीम को संदिग्धों और विदेशियों की खोज के लिए एक बडा ऑपरेशन चला रखा है जिससे कि कोई भी संदिग्ध या विदेशी राजधानी के अन्दर अपने नापाक इरादे लेकर न रह सके। पुलिस कप्तान अजय सिंह ने ऑपरेशन विदेशी चलाने के लिए खुद मोर्चा संभाला और उन्होंने पुलिस, एसओजी और एलआईयू की टीम को सत्यापन ऑपरेशन में शामिल किया। इस ऑपरेशन को चलाने के दौरान एक शिक्षण संस्थान की इमारत बना रहे पांच बांग्लादेशियों को पुलिस और एलआईयू की टीम ने खोज निकाला। पुलिस और एलआईयू की टीम ने जब बांग्लादेशियों के दस्तावेजों को खंगालने का मिशन शुरू किया तो सिर्फ एक बांग्लादेशी के पास दस्तावेज मिले लेकिन जांच के दौरान यह दस्तावेज भी फर्जी पाये गये। पुलिस, एलआईयू की टीम के सामने चार बांग्लादेशियों ने स्वीकार किया कि उनके पास कोई दस्तावेज नहीं है।
हरिद्वार व दून पुलिस ने ऑपरेशन सत्यापन और ऑपरेशन विदेशी के दौरान सात उन बांग्लादेशियों को खोज निकाला जो अवैध रूप से रह रहे थे। सवाल है कि आखिरकार यह बांग्लोदशी कब से और किसकी कृपा से हरिद्वार व दून मे रह रहे थे? मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के अन्दर ऐलान किया था कि पुलिस अफसर जनपदों में अवैध रूप से रहने वाले विदेशियों की पहचान करें और उसके बाद उनके चेहरों को पहचानते हुये उनके खिलाफ कार्यवाही को अमल मे लायें। मुख्यमंत्री की रडार पर जबसे विदेशी आये हैं तबसे जनपदों के पुलिस कप्तानों ने गोपनीय रूप से ऑपरेशन विदेशी चला रखा है और इसके साथ ही उन्होंने संदिग्धों के चेहरे बेनकाब करने के लिए ऑपरेशन सत्यापन को भी बडे रूप से चला रखा है जिसके चलते संदिग्धों के चेहरे बार-बार बेनकाब हो रहे हैं तो वहीं अवैध रूप से उत्तराखण्ड मे रह रहे सात बांग्लादेशियों को पुलिस ने खोज निकाला है।

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