देहरादून(संवाददाता)। गर्मियां शुरू होते ही उत्तराखण्ड के अन्दर डेंगू की दस्तक से आम जनमानस के मन में हमेशा एक बडा डर बन जाता है कि अगर वह इसकी चपेट मे आ गये तो उनके सामने एक बडा संकट आकर खडा हो जायेगा। उत्तराखण्ड में मौसम ने जबसे करवट ली है और गर्मी का आभास आम जनमानस को महसूस होने लगा है तबसे एक बार फिर डेंगू को लेकर चिंता का दौर शुरू हो गया। मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड को डेंगू मुक्त करने के लिए स्वास्थ्य सचिव को मैदान मे उतारा है और उसके बाद से ही स्वास्थ्य सचिव ने सभी विभागों से तालमेल बनाकर डेंगू की रोकथाम को लेकर एक बडा महाप्लान धरातल पर उतारा है जिससे डेंगू का कहीं पर भी हाहाकार न सुनाई दे। मुख्यमंत्री के आदेश पर अस्थाई राजधानी में भी फाँगिंग का अभियान शुरू किया गया है जिससे कि गली-मौहल्लों में कहीं पर भी गंदगी के कारण डेंगू अपने पैर न पसार सके। मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड को डेंगू मुक्त करने के लिए जो ऑपरेशन शुरू किया है उसका असर धरातल पर दिखना शुरू हो गया है और किसी भी जनपद में डेंगू को लेकर कोई शोर नहीं मच रहा है जैसा कि कुछ वर्षों पूर्व डेंगू को लेकर मचा करता था।
गर्मियों का मौसम शुरू होते ही मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसह धामी के आदेश पर स्वास्थ्य महकमा डेंगू को लेकर भी अलर्ट मोड मे आ चुका है और इससे निपटने के लिए पहले से ही तैयारियां की जा रही है कि इससे बचाव के लिए आवाम को क्या-क्या सावधानी बरतनी चाहिए। पिछले कुछ वर्षों में डेंगू का कहर जिस तेजी के साथ आवाम को अस्पतालों की चौखट पर ले गया था उससे उत्तराखण्ड के कई जिलों मे हा-हाकार मच गया था। हालांकि स्वास्थ्य सचिव डा० आर राजेश कुमार ने सरकारी अस्पतालों मे डेंगू के मरीजो के लिए बेहतर इलाज की व्यवस्था कर दी थी जिससे उत्तराखण्ड के अन्दर आवाम के मन मे डेंगू को लेकर चले आ रहे डर को कम कर दिया गया था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक बार फिर गर्मियों का मौसम शुरू होते ही स्वास्थ्य महकमे के साथ डेंगू से लडने की तैयारियों को लेकर गहरा मंथन किया है और उसी के चलते स्वास्थ्य सचिव डा० आर राजेश कुमार ने समूचे राज्य मे डेंगू को लेकर शुरूआती दौर मे ही अलर्ट जारी कर दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखण्ड को स्वास्थ्य क्षेत्र मे अव्वल लाने के लिए लम्बे समय से ही काम कर रहे हैं और उन्हें पता है कि जब देश के अन्दर कोरोना काल आया था तो उस समय उत्तराखण्ड के अन्दर इलाज को तरस रहे लोगों मे किस तरह से हा-हाकार मचा हुआ था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुरूआती दौर मे ही डेंगू को लेकर स्वास्थ्य महकमे को अलर्ट कर दिया है और सरकारी अस्पतालों मे डेंगू से लडने की सभी व्यवस्थाओं को पूर्ण कर लिया गया है जिससे कि अगर किसी भी व्यक्ति को डेंगू होता है तो उसे जल्द से जल्द बेहतर इलाज देकर उसे ठीक कर दिया जाये। हालांकि अभी तक डेंगू का कहीं डर देखने को नहीं मिला है लेकिन इसके बावजूद भी जिस तरह से राजधानी की सडकों पर लोगों मे नारियल पानी खरीदने की होड़ देखी जा रही है उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि उन्हें अभी से ही डेंगू ने उन्हें किस तरह से बेचौन कर दिया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसह धामी ने उत्तराखण्ड को डेंगू मुक्त बनाने का जो संकल्प लिया है उसे धरातल पर उतारने के लिए उनके स्वास्थ्य सचिव आगे बढकर काम करते हुए दिखाई दे रहे हैं। डेंगू को लेकर वह आम जनमानस को जागरूक करने के मिशन मे आगे बढे हुये हैं और इससे बचने के लिए सभी महकमे एक साथ मिलकर काम करते हुए नजर आ रहे हैं। शहरों से लेकर मलिन बस्तियों में नगर निगम फाँगिंग का मिशन शुरू किये हुये है और गलियों तक में फाँगिंग करके डेंगू से आम जनमानस को बचाने का एक बडा मिशन शुरू किया हुआ है। मुख्यमंत्री के विजन से आम जनमानस काफी गदगद है क्योंकि सरकार ने डेंगू को लेकर जो बडी तैयारी कर रखी है उससे आम जनमानस को यह विश्वास है कि अगर किसी को डेंगू हुआ भी तो अस्पताल में उन्हें बेहतर इलाज देकर जल्द से जल्द ठीक कर दिया जायेगा।