देहरादून(संवाददाता)। मुख्यमंत्री ने जबसे सत्ता संभाली है तबसे वह नेपाल से बेहतर रिश्ते बनाने के लिए हमेशा एक बडी पहल करते आ रहे हैं और यही कारण है कि नेपाल से आने वाले राजनेता उत्तराखण्ड में आकर अपने आपको एक सुखद भाव में पाते हैं। नेपाल से आने वाला कोई भी दल हमेशा मुख्यमंत्री से रूबरू होने के लिए उनके आवास पर जाता है और मुख्यमंत्री भी आगे बढकर उनका हमेशा स्वागत करते हुए दिखाई देते रहे हैं। सीमा से लगे नेपाल से अच्छे रिश्ते होने के कारण उत्तराखण्ड की सीमा पर कभी भी कोई ऐसी गतिविधि नहीं होती जिससे सरकार के सामने एक बडा संकट आकर खडा हो। नेपाल के सुदूर पश्चिम प्रांत के मुख्यमंत्री के नेतृत्व में आये सदस्यों के प्रतिनिधि मण्डल ने मुख्यमंत्री से खुले दिल के साथ मुलाकात की और मुख्यमंत्री ने भी उनका दिल से स्वागत किया और आश्वास दिया कि उत्तराखण्ड सरकार की ओर से उन्हें हर संभव सहयोग दिया जायेगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स मुख्यमंत्री आवास में नेपाल के सुदूर पश्चिम प्रांत के मुख्यमंत्री कमल बहादुर शाह के नेतृत्व में दस सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल ने भेंट की। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत और नेपाल के मित्रतापूर्ण संबधों और सीमावर्ती क्षेत्रों में सहयोग को और अधिक सुदृढ़ करने पर बल दिया। सीमावर्ती जिलों में आपसी समन्वय से विकास कार्यों को गति देने, सांस्कृति और धार्मिक संबंधों को बढ़ावा देने, पर्यटन विकास एवं आपदा प्रबंधन जैसे महत्वपर्ण विषयों पर विचार-विमर्श किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड और नेपाल की सामाजिक और सांस्कृतिक विरासत साझा हैं और दोनों क्षेत्रों के बीच सदियों पुराने ऐतिहासिंक संबंध हैं। उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्र में व्यापार, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं इन्फ्रास्टक्चर विकास में सहयोग के लिए उत्तराखण्ड सरकार की ओर से हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। इस अवसर पर नेपाल के सुदूर पश्चिम प्रांत के मंत्री वीर बहादुर थापा, सदस्य घनश्याम चौधरी, नरेश कुमार शाही,झपत बहादुर सौद, शेर बहादुर भण्डारी, प्रमुख सचिव सुदूर पश्चिम प्रांत डॉ. कमल प्रसाद पोखरेल शर्मा, सचिव सूरत कुमार बम, राजनीतिक सलाहकार डॉ. जितेन्द्र उपाध्याय मौजूद थे। उत्तराखंड सरकार से प्रमुख सचिव आर. के सुधांशु और सचिव विनोद कुमार सुमन इस दौरान मौजूद थे।