गजब के नायक हैं धामी

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देहरादून(संवाददाता)। उत्तराखण्ड बनने के बाद राज्यवासियों ने जब कांग्रेस और भाजपा की सरकारों द्वारा चलाई जाने वाली सत्ता का आईना देखा तो उनके मन में यही पीडा रहती थी कि आखिरकार सरकारों के पूर्व मुखिया क्यों उनसे दूरी बनाकर रखते थे? राज्य पाने के लिए शहादत देने वाले आंदोलनकारियों के सपनों का कभी भी उत्तराखण्ड बनता हुआ राज्य के हजारों आंदोलनकारियों को दिखाई नहीं दिया? वहीं उत्तराखण्ड मे मुख्यमंत्री कुर्सी संभालने वाले युवा मुख्यमंत्री ने सरकार चलाने के लिए सबका साथ सबका विकास का नारा दिया और उन्होंने दिलों को जीतने का जो हुनर दिखाया उससे आज राज्य की जनता उन्हें अपना जननायक मान चुकी है। मुख्यमंत्री की सादगी उन्हें एक बडे राजनेता के रूप में देश के अन्दर बडी पहचान दिला चुकी है। मुख्यमंत्री इतने सरल हैं कि वह जब भी किसी जनपद मे रात्रि विश्राम करते हैं तो उसके बाद वह सुबह की सैर पर निकलने के बाद सड़कों पर आम जनमानस से सरकार का फीडबैक लेते हैं तो वहीं वह कभी किसी चाय की दुकान पर जाकर खुद चाय बनाकर सबको हैरान कर देते हैं तो कभी वह किसी दुकान पर जाकर वहां सबसे मुलाकात कर वहां की प्रसिद्ध चीज का आनंद लेते हैं। वहीं खटीमा मे उन्होंने एक प्रसिद्ध लस्सी की दुकान पर जाकर वहां ठंडी लस्सी का दर्जनों लोगों के बीच बडा लुफ्त लिया। मुख्यमंत्री के इस दिल अजीज रूप को देखकर वहां हर कोई यह कहने से नह1ीं चूक रहा था कि आखिर क्या ऐसा जननायक कहीं मिलेगा?
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक ऐसे राजनेता है कि वह कहीं पर भी अपना काफिला रूकवाकर सड़कों पर खडे लोगों से मिलने के लिए आगे बढ़ जाते हैं तो वहीं सडक के किनारे अगर कोई खानेे की दुकान नजर आती है तो वहां रूककर वह वहां मौजूद लोगों के बीच उसका आनंद लेते हैं और लोगों से सरकार के बारे मे भी फीडबैक लेकर उनके साथ खूब सैल्फी खिंचवाते हैं। खटीमा मे लोग उस समय हैरान हो गये जब सडक से मुख्यमंत्री का काफिला निकल रहा था तो उनकी नजर एक लस्सी की दुकान पर पडी और उसके बाद उन्होंने वहां काफिला रूकवा लिया। मुख्यमंत्री दुकान में लस्सी का लुफ्त लेने के लिए वहां पहुंचे और उन्होंने वहां काफी सख्या में मौजूद लोगों से प्रसिद्ध लस्सी के बारे मे भी उनकी रॉय पूछी। मुख्यमंत्री को जब दुकानदार ने ठंडी लस्सी परोसी तो उन्होंने वहां जिस शालीनता के साथ उसका आनंद लिया और उसके बाद दुकानदार को लस्सी के पैसे देने के लिए फोन से ऑनलाइन पैसे दिये तो यह दृश्य देखकर वहां खडे लोग भी यह कहने से नहीं चूके कि उत्तराखण्ड को ऐसे जननायक की ही जरूरत थी जो उनकी अब पूरी हो गई है।
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तराखण्ड के युवा राजनेता पुष्कर सिंह धामी की राजनीतिक सोच का सारा इतिहास, भूगोल पता करने के बाद उन्हें उत्तराखण्ड का मुख्यमंत्री बनाकर राज्यभर के राजनेताओं को चौका कर रख दिया था। प्रधानमंत्री का गुरूमंत्र धारण कर मुख्यमंत्री ने स्वच्छता और पारदर्शिता के साथ सरकार चलाने का जो हुनर दिखाना शुरू किया था उससे वह देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की नजरों में एक सफल मुख्यमंत्री के रूप में अपनी पहचान बनाते चले गये। देश के प्रधानमंत्री के भ्रष्टाचारमुक्त विजन को धरातल पर उतारने के लिए मुख्यमंत्री ने राज्य के अन्दर भ्रष्टाचार को जड से खत्म करने का जो दौर शुरू कर रखा है उससे भ्रष्टाचारियों की नींद उड़ी हुई है और धामी राज में अब तक जितने भ्रष्टाचारी जेल की सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं उतने भ्रष्टाचारी बाइस सालों में कभी भी जेल की सलाखों के पीछे नहीं पहुंच पाये थे। मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसह धामी ने राज्यवासियों को अपना परिवार मान रखा है और उन्हें साफ संदेश दिया हुआ है कि अगर किसी के साथ भी कोई अन्याय हो तो वह सीधे डीएम और पुलिस कप्तान से मिले जहां उन्हें जल्द से जल्द इंसाफ मिलेगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बडा विजन देखकर राज्यवासी मुख्यमंत्री की स्वच्छ कार्यशैली के कायल हैं और हर तरफ उनके जिंदाबाद के नारे लग रहे हैं लेकिन इसी बीच द्वाराहाट से कांग्रेसी विधायक मदन सिंह बिष्ट ने जब एक कार्यक्रम में मंच पर आसीन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के जिंदाबाद के नारे लगाये और लगवाये उससे साफ हो गया कि मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसह धामी सबके दिलों को जीतने में भी अव्वल हो गये हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की स्वच्छ राजनीति का ही परिणाम है कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का उन्हें हमेशा खुला आशीर्वाद मिलता आ रहा है और मुख्यमंत्री के तीन साल के कार्यकाल पर प्रधानमंत्री का संदेश देखने लायक था जिसमें उन्होंने उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री को कर्मठ और ऊर्जावान बताकर यह संदेश दे दिया कि वह राज्य में बेहतर सरकार चला रहे हैं।

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