देहरादून(संवाददाता)। चमोली जिले में स्थित बद्रीधाम के पास माणा गांव में एक भयानक ग्लेशियर टूटने से सीमा सड़क संगठन के दर्जनों श्रमिक मलवे मे फंस गये थे और उन्हें इस आपदा की धडी में सुरक्षित बचाने की कमान खुद मुख्यमंत्री ने संभाली और उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह से लेकर देश के रक्षामंत्री से रेस्क्यू ऑपरेशन में सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ और वायु सेना के हैलीकॉप्टर की मांग की तो केन्द्र सरकार बर्फ मे दबे श्रमिकों को सकुशल बचाने के लिए आगे आई और उसके बाद सेना और आईटीबीपी ने जबरदस्त हो रही बर्फवारी के बीच श्रमिकों को खोज निकालने का ऑपरेशन चलाया। इस आपदा से टकराने के लिए खुद मुख्यमंत्री आगे खडे हुये और उन्होंने अफसरों के साथ मिलकर इस रेस्क्यू पर अपनी नजर बनाई और उन्होंने सेना व बचाव में लगी टीमों के साथ लगातार समन्वय बनाकर ऑपरेशन को अंजाम तक पहुंचाने का सिलसिला शुरू किया। मुख्यमंत्री ने दिन-रात इस ऑपरेशन पर अपनी पैनी निगाह रखी और बर्फ मे दबे 55 श्रमिकों में से 5० पचास को बचा लिया गया जबकि गंभीर चोटों के कारण चार श्रमिकों की मौत हो गई और पांच श्रमिकों की अभी तलाश चल रही है। मुख्यमंत्री ने माणा में हिमस्खलन से प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया और उसके बाद उन्होंने जोशीमठ में सेना के जवानों और अधिकारियों से मुलाकात कर बचाव और राहत अभियान की पल-पल की जानकारी ली। इस रेस्क्यू ऑपरेशन मे लगी टीमों को धामी का खुला आशीर्वाद मिल रहा है और आपदा से लोहा लेने के लिए पुष्कर सेना मोर्चे पर खतरनाक ऑपरेशन चलाकर आठ और श्रमिकों को खोज निकालने में आगे बढी हुई है और मुख्यमंत्री को विश्वास है कि जल्द से जल्द सेना और बचाव मे लगी टीमें सभी श्रमिकों को सकुशल बचा लेंगी। माणा मे भी सिलक्यारा ऑपरेशन की तरह मुख्यमंत्री खुद मोर्चा संभाले हुये हैं और आकाश से लेकर जमीन तक वह सभी श्रमिकों को सकुशल बचाने के मिशन का मोर्चा संभाले हुये हैं।
आज प्रात:काल से ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी माणा के निकट हुये हिमस्खलन मे फंसे श्रमिकों को सकुशल निकालने के लिए चलाये जा रहे ऑपरेशन की पल-पल की जानकारी दूरभाष से ही ले रहे थे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आदेश दिये कि बीते रोज जिन श्रमिकों को ऑपरेशन मे बचाया गया और उनमे जो गंभीर रूप से घायल हैं उन्हें एयरलिफ्ट कर हायर सेंटर भेज जाये। माणा मे फंसे श्रमिकों को सुरक्षित निकाले जाने के लिए चलाये जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को फोन करके जानकारी ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री को भरोसा दिलाया कि केन्द्र सरकार की ओर से किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए हर संभव सहायता दी जायेगी। माणा के निकट हिमस्खलन मे फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए चलाये जा रहे राहत एवं बचाव कार्य में चौदह और श्रमिकों को सकुशल बाहर निकाला गया और गंभीर रूप से घायल तीन श्रमिकों को जोशीमठ के आर्मी अस्पताल में भेजा गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फंसे हुये आठ और श्रमिकों को जल्द से जल्द बाहर निकालने के आदेश दिये। वहीं सुबह उन्होंने हवाई सर्वेक्षण से स्थलीय निरीक्षण किया और चमोली पहुंचकर उन्होंने सेना के अधिकारियों और कर्मचारियों से बचाव ऑपरेशन को लेकर मंथन किया। मुख्यमंत्री ने सुरक्षित निकाले गये श्रमिकों का हालचाल पूछा और बचाव कार्य मे जुटे सैन्य अधिकारियों और प्रशासनिक टीमों से बातचीत की और उन्हें दिशा निर्देश भी दिये कि ऑपरेशन को आगे कैसे अंजाम तक पहुंचाना है। मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसह धामी कहा कि सरकार संकट की इस धडी मे प्रभावितों की हर संभव सहायता के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन मे केन्द्र सरकार द्वारा भी बचाव कार्यों मे पूरा सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी डबल इंजन सरकार हर परिस्थिति में नागरिकों के साथ मजबूती के साथ खडी है। उत्तराखण्डवासी इस रेस्क्यू ऑपरेशन को देखकर यह गर्व महसूस कर रहे हैं कि धामी का आशीर्वाद रेस्क्यू टीम के साथ है और हर आपदा से लोहा लेने के लिए पुष्कर सेना हमेशा आगे खडी रहती है।