देहरादून(नगर संवाददाता)। यूसीसी कानून में संशोधन किये जान, मूल निवास, सशक्त भू-कानून लागू करने की मांग को लेकर राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी के बीच विधानसभा कूच किया लेकिन पुलिस ने बैरीकैडिंग लगाकर सभी को रिस्पना पुल से पहले रोक लिया और इस दौरान पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर तीखी नोंकझोंक और धक्का मुक्की हुई और बाद में सभी वहीं धरने पर बैठ गये। यहां पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव प्रसाद सेमवाल व प्रदेश अध्यक्ष सुलोचना ईष्टवाल के नेतृत्व में कार्यकर्ता नेहरू कॉलोनी स्थित फव्वारा चौक पर इकटठा हुए और वहां से जोरदार नारेबाजी के बीच विधानसभा कूच किया और पुलिस ने बैरीकैडिंग लगाकर सभी को रोक लिया और सभी वहीं बैरीकैडिंग पर धरने पर बैठ गये।
इस अवसर पर सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी प्रेषित किया गया और ज्ञापन में कहा गया कि यह बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है कि जनता सड़कों पर मूल निवास और भू कानून के लिए लंबे समय से संघर्ष कर रही है लेकिन सरकार जनता का ध्यान भटकने के लिए समान नागरिक संहिता कानून (यूसीसी) ले आई है। ज्ञापन में कहा गया कि यूसीसी कानून ना तो समान रूप से पूरे देश भर में लागू है और ना ही समान रूप से सभी नागरिकों पर लागू है तो इसका समान नागरिक संहिता होने का कोई औचित्य ही नहीं बनता है। पार्टी की मांग है कि इस कानून को या तो पूरे देश में एक साथ सभी जाति, धर्म, वर्ग संप्रदाय पर लागू होना चाहिए अन्यथा इस पूरे कानून को वापस ले लिया जाना चाहिए।
ज्ञापन में कहा गया कि इस देवभूमि में इस कानून के अंतर्गत लिव-इन रिलेशनशिप को पंजीकृत करके मान्यता दी जा रही है जो कि देवभूमि की संस्कृति के अनुरूप नहीं है। ज्ञापन में कहा गया कि यूसीसी से लिव-इन रिलेशनशिप जैसे प्रावधानों को तत्काल रूप से वापस लिया जाए और जनता की मांग के अनुरूप मूल निवास 195० तथा शत-भू कानून तत्काल लागू किया जाए। ज्ञापन में कहा गया कि इसके साथ ही पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा भू कानून में किए गए संशोधनों को तत्काल रद्द किया जाए। ज्ञापन में न्याय संगत मांगों को तत्काल पूरा नहीं किया गया तो आने वाले समय में राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी सड़कों पर व्यापक जन आंदोलन के लिए मजबूर होगी, जिसका खामियाजा शासन-प्रशासन और सरकार को भुगतना होगा। इस अवसर पर पार्टी के अनेक पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता शामिल रहे।