देहरादून(नगर संवाददाता)। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि कृषि, उद्यान, समाज कल्याण के विभागों में चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित किये गये है और उन्होंने कहा कि लंबे समय से जो प्रतीक्षा थी और आज वह प्रतीक्षा पूरी हो गई है। उन्होंने कहा कि 674 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित किये गये और सभी के जीवन में नया अध्याय शुरू हो रहा है और कृषि, उद्यान विभाग के संकल्पों को आगे बढ़ाने का काम सभी के कंधों पर आ गया है। उन्होंने कहा कि देश में वर्क कल्चर बना है और प्रधानमंत्री ने कहा है कि 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का होगा। उन्होंने कहा कि आप पूरे मनोयोग के साथ उत्तराखंड व विभाग को श्रेष्ठ बनाना है। यहां राजधानी दून में विभिन्न विभागों में चयनित अभ्यर्थियों के नियुक्ति पत्र वितरण समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कृषि आधारित विकास भी नये आयाम छुयेगा और राज्य को श्रेष्ठ राज्य बनाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए कार्य कर रही है और हर क्षेत्र में कार्य कर रहे है और किसानों को समृद्ध बनाने के लिए संकल्पबद्ध हो रहे है और पंचूर गांव में कृषि का बड़ा क्षेत्र है लेकिन वहां पर कृषि नहीं हो रही है और इस दिशा में भी सोचने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि योजनाओं के समन्वयक आप होंगें और किसानों को तीन लाख का ऋण बिना ब्याज के लिए दिया जा रहा है और उपकरण खरीदने के लिए अस्सी प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है और स्टेट मिलेट मिशन के आधार पर किसानों के मिलेट का सही मूल्य देने का निश्चय किया गया है और खाद्यान्न खेती के साथ साथ स्गंध खेती के लिए कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए पॉलीहाउस बनाये गये है और एक बेहतर बाजार उपलब्ध होगा और किसानों को प्रगति करने का अच्छा माध्यम प्राप्त होगा और रोजगार के साधन भी बढेगें। उन्होंने कहा कि सेव व कीवी उत्पादन को व्यापक स्तर पर उत्पादित करने के लिए ऐपल व कीवी मिशन बनाया गया है और अब हम देश के बहुत सारे विभागों में कार्यक्रमों हमारे देश का नाम अग्रणी आ रहा है और इस साल नीति आयोग की रैकिंग इन्डैक्स है उस नीति आयोग की इन्डैक्स में उत्तराखंड पहले पायदान पर आया है।
उन्होंने कहा कि राज्य में बेरोजगारी दर में 4.4 प्रतिशत की कमी आई है और रोजगार देने में आये है और राष्ट्रीय प्रतिशत को पीछे छोड़ दिया है और लोगों के लिए नवाचार व लोगों को प्रेरित करना है और कृषि व उद्यान के क्षेत्र में भी राज्य को अग्रणी बनाना है। उन्होंने कहा कि मन में बैठा लेना है कि हमें इस क्षेत्र में अग्रणी आना है और समाज कल्याण अधिकारी का दायित्व महत्वपूर्ण है और निर्बल व जरूरतमंदों के लिए कार्य करता है। उन्होंने कहा कि रोजगार के अवसरों को बढाना है और समाज के अंतिम छोर में खडे व्यक्ति तक इन सेवाओं को पहुंचाना है और कोई एक व्यक्ति को रोजगार नहीं देती है बल्कि पूरे परिवार के जीवन स्तर को ऊंचा करती है। उन्होंने कहा कि तैयारी करवाने वाले थे जिनके आशीर्वाद से हम तैयारी करते है जीवनचर्या में कटौती कर लेते है और वह अभिभावक माता पिता है। उन्होंने कहा कि माता पिता भी तैयारी करते है।
उन्होंने कहा कि तैयारी करने वालों की सफलता पर उनके माता पिता का हाथ होता है। उन्होंने कहा कि पहले नौकरी भाई भतीजावाद, माफियाराज व नकल से मिलती थी और उस समय अकल से नौकरी नहीं मिलती थी। उन्होंने कहा कि नौकरी नकल के आधार पर नहीं है और योग्यता, क्षमता और मैरिट के आधार पर नौकरियां मिलती है और नकल विरोधी कानून लाये और सैकडों की संख्या में नकल माफियाओं को जेलों में भेजने का काम किया। उन्होंने कहा कि लोगों ने छात्रों को मोहरा बनाने का काम किया और आंदोलन किये गये। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग किसी के बहकावें में नहीं आये और सरकार के खिलाफ आंदोलन किया कि सरकार इनके दवाब में आये और कितने विरोध का सामना करना पडे लेकिन किसी से दबने वाले नहीं है और पारदर्शिता के साथ भर्ती परीक्षायें हो रही है। उन्होंने कहा कि आज एक नहीं बल्कि पांच पांच परीक्षाओं में अभ्यर्थियों का चयन हो रहा है। उन्होंने कहा कि कई अभिभावकों से परीक्षाओं की पारदर्शिता के लिए बात होती है और प्रदेश का विकास करना ही उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि पीसीएस परीक्षा में राज्य के हर जिले में एसडीएम व तहसीलदार बने है और बीस हजार से अधिक युवक व युवतियों को सरकारी नौकरी मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि मॉडल के रूप में कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि मैंने एक दिन रूके बिना और थके बिना काम किया। इस अवसर पर मंत्री, अधिकारी व अभ्यर्थी आदि उपस्थित थे।