मोदी की लहर, धामी की आंधी

0
53

उड़ गये केजरीवाल-राहुल गांधी
मित्रों की जोडी ने 27 वर्ष बाद दिल्ली में खिलाया कमल
प्रमुख संवाददाता
देहरादून। देश में विकास पुरूष के नाम से विख्यात हो चुके प्रधानमंत्री की हर चुनाव में चल रही लहर के चलते ही हर तरफ कमल खिलता हुआ नजर आ रहा है। लोकसभा चुनाव से लेकर कुछ राज्यों में हुये विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री का राजनीतिक इकबाल जिस उफान पर नजर आया उससे विपक्ष चारो खाने चित होता जा रहा है। दिल्ली मंे दस साल से सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी ने इस चुनाव में भी सरकार बनाने के बडे-बडे ढोल पीटे थे लेकिन मोदी की लहर और दिल्ली में धामी की चली आंधी से केजरीवाल और राहुल गांधी हवा में उड गये? मोदी और धामी की मित्रों के रूप मे दिखाई दे रही जोडी ने दिल्ली मे आखिरकार विधानसभा चुनाव में ऐसा करिश्मा कर दिखाया जिससे 27 साल बाद दिल्ली में हर तरफ कमल खिलता हुआ नजर आया। मोदी-धामी की जुगलबंदी से दिल्ली में कमल खिलना शुरूआती दौर मे ही तय माना जा रहा था क्योंकि हर तरफ दिल्लीवासी कमल खिलाने के लिए बेताब नजर आ रहे थे और दिल्ली मे धाकड प्रचार करने के दौरान मुख्यमंत्री ने साफ विश्वास दिखाया था कि दिल्ली की जनता इस बार भ्रष्टतंत्र को उखाड फेंकने के लिए कमल खिलाकर दिल्ली में डबल इंजन की सरकार बनाने के लिए आगे आयेगी। मुख्यमंत्री का विश्वास आज उस समय परवान चढ़ गया जब दिल्ली के अन्दर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस को कमल ने ऐसी धूल चटाई कि हर तरफ मोदी और धामी का राजनीतिक झंडा बुलंद दिखाई देने लगा।
भाजपा हाईकमान ने इस बार दिल्ली चुनाव में कमल खिलाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दिल्ली में चुनाव के दौरान एक बडी लहर देखने को मिली क्योंकि उन्होंने दिल्लीवासियों को विश्वास दिलाया था कि जो दिल्ली एक लम्बे दशक से विकास के पथ पर आगे नहीं बढ़ पाई उस दिल्ली में डबल इंजन की सरकार बनने के बाद वहां विकास का जो एक नया रूप देखने को मिलेगा उसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। भाजपा हाईकमान ने दिल्ली चुनाव में धाकड प्रचार के लिए उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को प्रचार प्रसार की कमान सौंपी और प्रचार बंद होने तक उन्हें दिल्ली मे ही डेरा डालने के लिए कहा गया था। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की उम्मीदों पर हमेशा खरा उतरते आये मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिल्ली में भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में ताबडतोड रोड-शो और जनसभायें करने का जो दौर शुरू किया था उसे देखकर हर तरफ यही आभास हो रहा था कि दिल्लीवासियो ंने दिल्ली मे कमल खिलाने का संकल्प ले लिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिल्ली के अन्दर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस को राजनीतिक मंचो पर ललकारने का जो साहस दिखाया और उन्हें सत्ता से खदेड देने के लिए अपनी दहाड लगाई उसके चलते यह साफ नजर आ रहा था कि इस बार दिल्ली मे कमल खिलने से कोई नहीं रोक पायेगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दिल्ली में जब जनसभायें और रोड-शो करने के लिए आगे आते थे तो उनके साथ दिल्लीवासियों का सैलाब खडा होना यह संदेश दे रहा था कि दिल्लीवासियों को भी उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खूब रास आ रहे हैं क्योंकि उन्होंने हमेशा स्वच्छता और पारदर्शिता की राजनीति की है और इसी राजनीति के तहत वह उत्तराखण्ड को एक नये मुकाम पर ले जाने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अभेद साथ मिल रहा है उसके चलते उत्तराखण्ड आज एक नई उडान पर उड चला है जहां विकास का एक नया इतिहास लिखा जा रहा है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अपना सखा और मित्र मानकर जिस अंदाज में उन्हें उत्तराखण्ड को देश मे एक नई पहचान दिलाने के लिए आगे आ रहे हैं उससे आज उत्तराखण्ड के अन्दर डबल इंजन सरकार का वो रूप राज्यवासियों को दिखाई दे रहा है जिसकी उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की थी। दिल्ली में मोदी की लहर और धामी की आंधी में केजरीवाल और राहुल गांधी राजनीतिक पिच से ऐसे उडे कि इन मित्रों की जोडी ने 27 साल बाद दिल्ली मंे कमल खिला दिया।

LEAVE A REPLY