देहरादून/खटीमा(संवाददाता)। उत्तराखण्ड के हर जिले को विकास की एक नई उडान पर ले जाने की दिशा में मुख्यमंत्री ने एक बडे विजन के साथ विकास के रथ को आगे दौड़ा रखा है। अपने गृह जनपद खटीमा को सजाने संवारने के मिशन में भी मुख्यमंत्री बडी सोच के साथ आगे बढते जा रहे हैं जिससे खटीमा की जनता को आज यह दर्द है कि अगर उन्होंने अपने जनपद से मुख्यमंत्री को चुनावी रणभूमि में जीता दिया होता तो आज उनका खटीमा उसी तर्ज पर आगे बढ निकलता जैसे आज चम्पावत विकास की नई उडान भर रहा है। सुबह ही खटीमा की जनता को जब इस बात का इल्म हुआ कि मुख्यमंत्री जनपद मे आये हुये हैं तो वहां की जनता एक स्वर मे यह कहने के लिए आगे बढ निकली कि सुनो सरकार आये हैं…।
आज सुबह खटीमा में क्षेत्र की जनता से रूबरू होने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आगे आये और उन्होंने अपने यहां मिलने आये लोगों से रूबरू होने के लिए अपने कदम आगे बढाये और जैसे ही वह लोगों से मिलने के लिए आगे बढे तो किसी बुजुर्ग ने उन्हें अपना आशीर्वाद दिया तो किसी ने उनका स्वागत फूल भेटकर के किया। मुख्यमंत्री से मिलने आये दर्जनों लोगों ने अपनी दास्तां की पाती उन्हें दी और उनसे गुजारिश की कि सरकार उनकी इस पाती पर वह उन्हें इंसाफ दिला दें। मुख्यमंत्री ने खुद एक-एक व्यक्ति के पास जाकर उनसे मुलाकात की और जो व्यक्ति अपनी पाती लेकर उनके पास गये थे उनकी पाती को देखकर उन्होंने अफसरों को तत्काल इस पर कार्यवाही करने के लिए अपने आदेश दिये। खटीमा की जनता अपने सामने राज्य के मुखिया को शालीनता के साथ खडा देखकर उन्हें अपना आशीर्वाद दे रही थी और कहीं न कहीं उनके मन मे यह टीस जरूर देखने को मिल रही थी कि जिस मुख्यमंत्री को उन्होंने चुनाव में हरवा दिया उस मुख्यमंत्री ने तो कभी भी उनके साथ कोई भेदभाव नहीं दिखाया। मुख्यमंत्री ने अपने सामने खडी जनता को यह विश्वास दिलाया कि खटीमा का एक-एक व्यक्ति उनका परिवार है और परिवार के किसी भी सदस्य से वह कभी नाराज नहीं रहेंगे। मुख्यमंत्री की सादगी का यह रूप देखकर जनता भी उनकी कायल हो रखी थी। खटीमा की जनता ने मुख्यमंत्री को यह कहकर भी थैक्स किया कि उन्होंने खटीमा में अत्याधुनिक सुविधाओं से निर्मित खेल स्टेडियम की सौगात और राष्ट्रीय खेल की मलखब प्रतियोगिता के लिए खटीमा का चयन कराकर जनपद को एक बडा मान दिया है। मुख्यमंत्री ने हर उस फरियादी की फरियाद को सुना जो उनसे मिलने के लिए उनके पास आये हुये थे और खटीमा की जनता भी इस बात को लेकर गदगद दिखाई दी कि उनके सरकार बडे दयालु हैं।