रवि बडोला हत्याकांड को लेकर सीएम धामी के खिला ‘षडयंत्र’

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अंकिता भण्डारी और अब रवि हत्याकांड पर अपनों ने पुष्कर के खिलाफ रची साजिश!
प्रमुख संवाददाता
देहरादून। उत्तराखण्ड मे मुख्यमंत्री की स्वच्छ और धाकड़ राजनीति से बिलबिलाये भाजपा के ही कुछ लोगों की नजरों मे मुख्यमंत्री लम्बे अर्से से खटक रहे हैं और लोकसभा चुनाव के दौरान अंकिता भण्डारी हत्याकांड को लेकर मुख्यमंत्री के खिलाफ एक बडी साजिश का तानाबाना इसलिए बुना गया था कि वहां से भाजपा प्रत्याशी को हार मिल जाये और उस हार का ठिकरा मुख्यमंत्री के सर पर फोड दिया जाये? हालांकि राजनीति के चाणक्य बन चुके मुख्यमंत्री ने अंकिता भण्डारी हत्याकांड पर राजनीति करने वालों का सारा प्लान धड़ाम करते हुए पार्टी प्रत्याशी को एक बडी जीत दिला दी थी लेकिन सरकार को उन साजिशकर्ताओं को भी खोज निकालने के लिए एक बडा ऑपरेशन चलाना चाहिए जो अंकिता भण्डारी हत्याकांड को लेकर मुख्यमंत्री के खिलाफ षडयंत्र का बडा तानाबाना बुनने के लिए आगे आये थे? अंकिता भण्डारी हत्याकांड मे भाजपा के कुछ अनजान चेहरों की साजिश नाकाम हुई तो अब राजधानी मे रवि बडोला हत्याकांड को लेकर मुख्यमंत्री के खिलाफ एक बार फिर साजिश का बडा तानाबाना बुनकर उनके खिलाफ पार्टी के ही कुछ अपनों ने षडयंत्र रचने का खेल खेल दिया जिसकी गूंज राजनीतिक गलियारों मे खूब गंूज रही है? सवाल यह है कि आखिरकार मुख्यमंत्री की अभेद राजनीति से पार्टी के कौन वो चेहरे हैं जो उन्हें सत्ता मे अस्थिर करने के लिए बार-बार कोई न कोई षडयंत्र रच रहे हैं?
उल्लेखनीय है कि उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राज्य के ऐसे धाकड़ राजनेता बन गये हैं जो आवाम का दिल जीतकर उत्तराखण्ड को आदर्श राज्य बनाने की दिशा मे आगे बढ़ चुके हैं। मुख्यमंत्री स्वच्छता और पारदर्शिता के साथ सरकार चला रहे हैं लेकिन पार्टी के ही कुछ राजनेताओं को उनकी यह धाकड़ कार्यशैली रास नहीं आ रही है और जिस तरह से उन्हें खटीमा मे विधानसभा चुनाव हरवाया गया था उसके बाद से ही यह बात साफ हो गई थी कि मुख्यमंत्री को कुर्सी से हटाने के लिए पार्टी के ही कुछ राजनेता पर्दे के पीछे रहकर साजिशों का तानाबाना बुन रहे हैं? खटीमा मे चुनाव हरवाने के बाद साजिशकर्ताओं की सारी प्लानिंग भाजपा हाईकमान ने उन्हें दुबारा मुख्यमंत्री बनाकर फेल कर दी थी।
गढ़वाल के पौडी जनपद मे अंकिता भण्डारी हत्याकांड हुआ तो उसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तत्काल बडा एक्शन करते हुए सभी गुनाहगारों को सलाखों के पीछे पहुंचाया और उन्हें न्यायालय से बडी सजा दिलाने के लिए डीआईजी के नेतृत्व मे एसआईटी का गठन किया था जिसके बाद एसआईटी ने वैज्ञानिक तरीके से अपनी जांच की और आज तक सभी गुनाहगार जेल की सलाखों के पीछे हैं। हैरानी वाली बात है कि यह मामला न्यायालय मे विचाराधीन है लेकिन इसके बावजूद हाल ही मे हुये लोकसभा चुनाव मे कुछ साजिशकर्ताओं ने अंकिता भण्डारी हत्याकांड का मुद्दा गरमाकर मुख्यमंत्री के खिलाफ एक बडी साजिश रचने का खेल नाटकीय ढंग से खेला था? मुख्यमंत्री के खिलाफ साजिश का तानाबाना बुनने मे कुछ सफेदपोश, कुछ राजनेता और कुछ अफसर भी पर्दे के पीछे रहकर साजिश रच रहे थे कि पौडी लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी को हार का सामना करना पडा तो उसके बाद मुख्यमंत्री की राज्य के अन्दर घेराबंदी शुरू कर दी जायेगी? अंकिता भण्डारी हत्याकांड को लेकर मुख्यमंत्री के खिलाफ जो साजिश का बडा तानाबाना बुना गया था उसकी गूंज राज्य के गलियारों मे खूब सुनने को मिली थी लेकिन आवाम ने मुख्यमंत्री पर अभेद भरोसा करते हुए पौडी लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी को जीत दिला दी थी।
अब राजधानी के अन्दर रायपुर इलाके मे रवि बडोला हत्याकांड हुआ तो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपराधियों के खिलाफ तत्काल बडा ऑपरेशन चलाने का हुकम डीजीपी को दिया था और उसके बाद डीजीपी अभिनव कुमार ने हत्याकांड मे शामिल सभी गुनाहगारों के खिलाफ बडा ऑपरेशन चलाकर उन्हें 48 घंटे के भीतर ही सलाखों के पीछे पहुंचाया जिनमे दो बदमाश पुलिस की गोली से मुठभेड के दौरान घायल भी हुये। हैरानी वाली बात है कि मुख्यमंत्री और डीजीपी के सख्त रूख के बाद हत्यारों की गिरफ्तारी के बावजूद इस मामले को बडा तूल देने का एक खेल बडे नाटकीय ढंग से खेलने का चक्रव्यूह रच दिया गया? अंकिता भण्डारी हत्याकांड की तर्ज पर रवि बडोला हत्याकांड मे मुख्यमंत्री के खिलाफ एक बडे षडयंत्र का तानाबाना बुना गया और चर्चा है कि इस तानेबाने मे भाजपा के कुछ चेहरे भी शामिल रहे जिन्होंने इस मामले को हवा देने के लिए एक बडा खेल खेल दिया जिससे मुख्यमंत्री को निशाने पर लिया जा सके? लोकसभा की पांचो सीटों पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने दम पर पार्टी प्रत्याशियों को जीत का ताज जबसे पहनाया है तबसे पार्टी के ही कुछ नेताओं की आंखो मे एक बार फिर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तेजी के साथ खटकने लगे हैं और अब एक बार फिर जिस तरह से मुख्यमंत्री के खिलाफ रवि बडोला हत्याकांड को लेकर साजिश का खेल हुआ है वह खेल कितना खतरनाक है इसका सच भी आवाम के सामने जरूर आना चाहिए कि आखिरकार पार्टी के वो कौन नेता हैं जिनकी आंखो मे मुख्यमंत्री बार-बार खटक रहे हैं?

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