आवाम के लिए रक्षा कवच बन रही पुष्कर की आयुष्मान योजना

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देहरादून(संवाददाता)। उत्तराखण्ड के अन्दर गरीब व मध्यम वर्ग के परिवारों को इलाज के लिए कहीं भटकना न पडे इसके लिए राज्य के मुख्यमंत्री ने आयुष्मान योजना को इतना प्रभावशाली बना दिया है कि अब गरीब से गरीब व्यक्ति भी इलाज के अभाव में मौत के दरवाजे पर खडा नहीं होता? मुख्यमंत्री ने अस्पतालों में ऐसी व्यवस्था कायम की है कि अगर किसी मरीज के पास आयुष्मान कार्ड नहीं है तो तत्काल अस्पताल मंे ही मात्र कुछ मिनटों में उसका आयुष्मान कार्ड बनाकर उसे अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कर दिया जाता है। मुख्यमंत्री ने आयुष्मान योजना से आवाम के दर्द पर जिस तरह से बडा मरहम लगा रखा है उससे राज्य की जनता के मन में डबल इंजन की सरकार को लेकर भी यह विश्वास पैदा हो गया है कि आयुष्मान कार्ड उनके लिए एक बडा रक्षा कवच है और इस रक्षा कवच से गरीब से गरीब व्यक्ति को भी जीवनदान मिल रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व में प्रदेश में संचालित हो रही आयुष्मान योजना के तहत अभी तक 9 लाख से अधिक मरीजों का निशुल्क इलाज किया गया है। इससे लाखों मरीजों और उनके तीमारदारों मैं खुशी है। आयुष्मान कार्ड से निशुल्क उपचार पर सरकार के अभी तक 1700 करोड़ रूपए खर्च हो चुके हैं। उत्तराखंड में इस योजना में हर परिवार को हर साल 5 लाख रुपए तक के मुफ्त उपचार की सुविधा है। प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आ रहे उपचारित लाभार्थियों व उनके तीमारदारों द्वारा इस योजना की बहुत प्रशंसा की जा रही है। जनता के स्वास्थ्य के प्रति धामी जी की सरकार गंभीर है। मरीजों को समुचित उपचार मुहैया कराया जा रहा है। इसके लिए अधिकारियों को भी सख्त निर्देश दिए गए हैं। अपेक्षाओं के अनुरूप चल रही आयुष्मान योजना में बेहतर कार्य हो रहा है, इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से भी प्रदेश को पुरस्कृत किया गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने स्वास्थ्य सचिव डा0 आर राजेश कुमार को आदेश दे रखे हैं कि किसी भी व्यक्ति पर इलाज के अभाव में उसके जीवन पर संकट न आये और इसी के चलते आयुष्मान योजना को सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में अचूक बनाया गया है। मुख्यमंत्री के आदेश पर राज्य के स्वास्थ्य सचिव डा0 आर राजेश कुमार लगातार आयुष्मान योजना की मॉनिटिरिंग कर रहे हैं और वह यह भी आदेश दे रहे हैं कि अगर कोई व्यक्ति इलाज के लिए अस्पताल में आये और उसके पास आयुष्मान कार्ड न हो तो तत्काल अस्पताल में ही उसका आयुष्मान कार्ड बनाकर उसका तुरंत इलाज शुरू किया जाये। गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के लिए आयुष्मान योजना वरदान साबित हो रही है और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का साफ कहना है कि डबल इंजन सरकार की आयुष्मान योजना से गरीब से गरीब व्यक्ति को पांच लाख रूपये का मुफ्त इलाज मिल रहा है और उसे अब अपने इलाज कराने के लिए यह सोचना नहीं पडता कि वह अपने इलाज के लिए आखिर कहां से पैसों का इंतजाम करेगा? मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य सचिव ने आयुष्मान योजना को जिस तरह से प्रभावशाली बनाया है उससे साफ नजर आ रहा है कि यह योजना आवाम के दर्द पर किस तरह से बडा मरहम लगा रही है।

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