बदरी पुरी मे बिराजे श्रीहरि बिष्णु

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चंद्र प्रकाश बुड़ाकोटी
देहरादून। विश्व प्रसिद्ध भू बैकुंठ धाम श्री बदरीनाथ के कपाट निर्धारित तिथि 18 मई को प्रातरू चार बजकर पंद्रह मिनट पर ब्रह्म मुहूर्त में खुल गये है।शीतकाल की अवधि में जब बदरी विशाल के कपाट बंद होते है।तो मान्यता है कि देवऋषि नारद जी भगवान के मुख्य अर्चक पुजारी होते है। इस पल के साक्षी कोरोना बीमारी के कारण कम ही लोग बन पाए। 17 मई दिन में आदि गुरू शंकराचार्य जी की पवित्र गद्दी सहित रावल,श्री उद्धव जी,श्री कुबेर जी एवं गाडूघड़ा( तेलकलश ) योग ध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर से श्री बदरीनाथ धाम पहुंच गये थे।ब्रह्मुहूर्त तीन बजे भगवान के पट्ट खोलने की प्रक्रिया शुरू की गई। कापाटोत्सव के साथ ही शीतकाल के लिए श्रीहरि विष्णु बदरी पुरी में बिराजमान हो गए है।
वेद मंत्रों से गुंजायमान हुई बदरीपुरी
इस बार सेना के बैंड की सुमधुर ध्वनि,भक्तों का हुजूम,भजन मंडलियों की स्वर लहरियां बदरीनाथ धाम में सीमित ही सुनायी दी। इस यात्रा वर्ष कोरोना महामारी के कहर का प्रभाव उत्तराखंड के चार धामों पर भी पड़ा है। बदरीपुरी में आश्रम,दुकाने, छोटे-बड़े होटल,रेस्टोरेंट,ढाबे बंद है। कपाट खुलने के बाद वेद मंत्रों की ध्वनियों से बदरीशपुरी गुंजायमान जरूर हो गयी। तथा मंदिर फूलो की सजावट के साथ बिजली की रोशनी से जगमगा रहा था।
घृत कम्बल का बंटा प्रसाद
श्री बदरीनाथ मंदिर के कपाट खुलते ही माता लक्ष्मी जी को मंदिर के गर्भ गृह से रावल जी द्वारा मंदिर परिसर स्थित लक्ष्मी मंदिर में रखा गया।श्री उद्धव जी एवं कुबेर जी बदरीश पंचायत के साथ विराजमान हो गये। कपाट खुलने के पश्चात मंदिर में शीतकाल में ओढे गये घृत कंबल को प्रसाद के रूप में वितरित किया गया। माणा गांव द्वारा तैयार हाथ से बुने गये घृतकंबल को कपाट बंद होने के अवसर पर भगवान बद्रीविशाल को ओढ़ाया जाता है।
सीएम ने दी शुभकामनाएं
प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ रावत ने श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने पर देश-विदेश के श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी है। उन्होंने आशा प्रकट की है कि शीघ्र कोरोना महामारी समाप्त हो जायेगी। यथा शीघ्र उत्तराखंड चारधाम यात्रा शुरू होगी तथा तीर्थ यात्री दर्शनों के लिए पहुंच सकेंगे। प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने पर बधाई दी है। उन्होंने कहा कि भगवान बदरीविशाल के कपाट खुलते ही अब उत्तराखंड के चारों धामों के कपाट खुल गये है। उचित समय पर चार धाम यात्रा भी शुरू हो जायेगी। इसके लिए वह केंद्र से भी लगातार संपर्क में हैं।

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