राज्य भर के लोग आवाज उठाएंगे इलाज करो या गद्दी छोडो

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देहरादून(संवाददाता)। उत्तराखण्ड में जिस तरह से सरकार आवाम को कोरोना का इलाज देने में अब तक धडाम साबित हुई है और जिस तेजी के साथ राज्य के अन्दर कोरोना मरीजों की मौत का आंकडा बढता जा रहा है उसको लेकर अब उत्तराखण्ड के अलग-अलग संगठनों, विपक्षी नेता और आम जनता ने सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करने का धनुष उठा लिया है और आठ मई को एक घंटे तक सभी को अपने घर पर धरना देने का आह्वान किया गया है। कांग्रेसी नेता ने आह्वान किया है कि इस कोरोना महासंकट के काल खण्ड में चुप्पी साधना, आत्मघाती मन स्थिति को त्यागना श्रेयस्कर है। इस तरह का आत्मघाती मनः स्थिति को त्यागना श्रेयस्कर है। किस तरह का आर्तनाद ऑक्सिजन/आईसीयू/सीसीयू के लिये मचा है। राज्यपाल तक मरीज को अस्पताल में बेड नहीं दिलवा पा रहे हैं तो स्थिति की कल्पना करिये! इसीलिए उन्होंने राज्यवासियों से आवाज उठाने की मांग की है।
उन्होंने कहा है कि अपने राज्य, अपने परिवार के लिए और खुद के लिये भी अब आवाज उठाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि हर मरीज सरकार की जिम्मेदारी है इसलिए वह बीमारों का इलाज करे या फिर गद्दी छोड़ो..! उन्होंने आठ मई को सुबह ग्यारह बजे से बारह बजे तक प्रत्येक उत्तराखंडवासी को अपने घरों से ही धरना देकर सरकार के खिलाफ आवाज उठाऐं। उन्होंने इस आह्वान में सबको शामिल करने की अपील की है। किशोर उपाध्याय ने कहा है कि कॉल सेंटर चला कर हर जनपद में मरीजों को एक ही नंबर द्वारा बेड, ऑक्सीजन, टेस्ट की जानकारी देने के बजाय मरीजों को दस, बीस, चालीस नंबर पर फोन करने के लिये मजबूर करना कहां तक सही है। उन्होंने कहा कि बेड्स की जानकारी के नाम पर वेबसाइट बनाकर उसको ठीक से अपडेट न करना सरकारी सिस्टम की पोल खोल रहा है। ऑक्सीजन प्लांट हर जिला में बनाकर उनको बंद कर देना कहां तक सही है? उन्होंने कहा कि टीकाकरण घोषित कर टीका उपलब्ध कराने में अनिश्चित विलम्ब कराना सरकार के सिस्टम की पोल खोल रहा है। ऐसे जनविरोधी कार्यों के खिलाफ राज्य भर, हर जिला, हर क्षेत्र, हर वर्ग, हर तबके के लोग आवाज उठाएंगे। इसलिए इस आह्वान में राज्यवासी जुडें।
किशोर उपाध्याय ने कहा कि एक कागज या चार्ट पेपर पर आप ‘हर मरीज है सरकार की जिम्मेदारी’ या ‘बीमारों का इलाज करो या गद्दी छोड़ो’ लिख कर उसको पकड़ते हुए अपना फोटो खींच कर सोशल मीडिया पर शेयर कर दीजिये। ‘सरकार की जिम्मेदारी हैशटैग के साथ। इसलिये, आओ एकजुट होकर लोगों की जान बचायें। निवेदक के रूप में उत्तराखंड लोक वाहिनी, उत्तराखंड महिला मंच, चेतना आंदोलन, जन संवाद समिति, वनाधिकार आंदोलन, उत्तराखंड विमर्श, परिवर्तनकामी छात्र संगठन, हिमालय बचाओ आंदोलन, गंगा बचाओ आंदोलन, उत्तराखंड संयुक्त संघर्ष समिति, जिला चाय बागान मजदूर सभा के साथ राजनैतिक दलों की ओर से किशोर उपाध्याय, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस पार्टी, समर भंडारी, राज्य सचिव, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, डॉ० एस.एच. सचान, राज्य अध्यक्ष, समाजवादी पार्टी, पी०सी० तिवाड़ी, अध्यक्ष, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी , इंद्रेश मैखुरी, गढ़वाल सचिव, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मा-ले), राकेश पंत राज्य संयोजक, तृणमूल कांग्रेस और आप भी शामिल रहेंगे।

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