ऋषिकेश-कोरोना की खतरनाक हो चुकी दूसरी लहर को देख देवभूमि ऋषिकेश में गंगा सभा त्रिवेणी घाट पर सूक्ष्म रूप से सांकेतिक आरती कर परम्परा का निर्वहन करने का निर्णय लिया है।देशभर के साथ उत्तराखंड में भी कोरोना अब बेकाबू हो गया है। बढ़ते कोरोना संक्रमण का असर अब धार्मिक आयोजनों पर भी देखा जा रहा है। योग और अध्यात्म नगरी ऋषिकेश के गंगा तट पर नित्य संध्या होने वाली विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती की भव्यता भी सिमट गई है।
प्रशासन के आदेश के बाद आयोजकों ने गंगा आरती के रूप को सूक्ष्म कर दिया है। गंगा सभा के कार्यकारी अध्यक्ष राहुल शर्मा ने बताया 16 पंडितों के स्थान पर मात्र 5 पंडितों द्वारा आरती व्यवस्था सम्पन्न कराई जाएगी।फूल, प्रसाद, चन्दन, टीका आदि फिलहाल स्थगित कर दिया गया है!श्रद्धालुओं के लिए बैठने की व्यवस्था भी अभी नहीं की जाएगी ।बुजुर्गों एवं दिव्यांगों के लिए संचालित ई रिक्शा व्यवस्था भी अगले आदेश तक रद्द रहेगी। उन्होंने बताया कि भक्तों के स्वास्थ्य को देखते हुए सरकारी आदेश के बाद गंगा सभा ने आरती के स्वरूप को सूक्ष्म कर दिया है। हालात फिर से सामान्य होंगे तो आरती अपने पुराने रूप में लौटेगी।