देहरादून(नगर संवाददाता)। नवरात्रे के पावन पर्व पर मांस की सभी दुकानें प्रतिबंधित करने की मांग को लेकर भेरव सेना के कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है।
यहां भैंरव सेना के दर्जनों कार्यकर्ता महानगर संगठन महामंत्री पीयूष प्रकाश के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने जिलाधिकारी देहरादून को ज्ञापन सौंपा और नवरात्र के पावन पर्व पर मांस की दुकानें प्रतिबंधित किये जाने की मांग की। इस अवसर पर भैंरव सेना के प्रदेश अध्यक्ष संदीप खत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में जब शासन-प्रशासन ने सभी शक्तिपीठों में बलि प्रथा को बंद कर दिया है। तो क्या सात्विक नवरात्रों में मांस की दुकानों को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि नगर निगम देहरादून में छोटे-बड़े सैकड़ों मंदिर हैं, जहां पर 1०० मीटर के दायरे में ही कई मांस के रेस्टोरेंट्स और पशु कत्लखाने खुले हुए हैं। उन्होंने कहा कि जिनमें की खुलेआम निरीह पशुओं का वध कर बेचा जा रहा है। उन्होंने कहा कि जा ेकि सात्विक नवरात्रि के पावन पर्व पर भैंरव सेना द्वारा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस अवसर पर वहीं जिला सचिव पूरण चंद ने कहा की मंदिरों के आसपास की दुकाने यदि नवरात्रि के दौरान बंद नहीं की गई तो इन दुकानों को क्षेत्रीय जनता की जनभावनाओं को समझते हुए जबरन बंद कराया जाएगा। इस अवसर पर गढ़वाल संभाग समरसता प्रमुख संजीव टांक के कथनानुसार नवरात्रों में मां दुर्गा की वैष्णवी आराधना की जाती है। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में निरीह पशुओं का वध करना असंवैधानिक है। उन्होंने कहा कि जिसके लिए भैरव सेना जन जागरण के माध्यम से सभी दुकानदारों को नवरात्रे के पर्व के दौरान दुकाने बंद करने की अपील करेंगे। इस अवसर पर महानगर सचिव आदर्श बिष्ट ने कहा कि नवरात्रि सभी हिंदुओं के द्वारा मनाया जाने वाला आस्था से जुड़ा बड़ा पर्व है।
उन्होंने कहा कि और इस दौरान किसी भी पशु का वध करना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि जिसके लिए हम पूर्व में भी कई बार शासन प्रशासन को ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराते आए हैं। लेकिन उस पर विचार कम ही किया जाता रहा है। इस अवसर पर भैरव सेना के जिला उपाध्यक्ष राहुल सूद ने कहा कि अब देवभूमि में निरीह पशुओं का कत्ल आस्था से जुड़े पर्वों के अंतर्गत बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस अवसर पर ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से उपरोक्त वक्ताओं सहित प्रवाल दीक्षित, ठाकुर रमोला, सुरेन्द्र कुमार, राजेश कुमार, संदीप ठाकुर आदि उपस्थित रहे।