देहरादून(संवाददाता)। उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा ने केदारनाथ-गुप्तकाशी मार्ग पर हुई दुखद हेलीकॉप्टर दुर्घटना के संबंध में कड़ा रुख अपनाते हुए उत्तराखंड पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (कानून व्यवस्था) को पत्र सौंपकर गैर-इरादतन हत्या के तहत मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। इस दुर्घटना में आर्यन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड के हेलीकॉप्टर के गौरीकुंड के निकट गौरी माई खर्क में क्रैश होने से पायलट सहित सात लोगों की मृत्यु हो गई थी। मोर्चा के महासचिव मोहित डिमरी और उपाध्यक्ष त्रिभुवन चौहान ने कहा कि यह पिछले डेढ़ महीने में उत्तराखंड में हेलीकॉप्टर से संबंधित पांचवीं घटना है, जो सुरक्षा मानकों की घोर अनदेखी को दर्शाती है। पत्र में 8 मई को गंगोत्री, 12 मई को बद्रीनाथ, 17 मई को केदारनाथ और 8 जून को बड़ासू हेलीपैड पर हुई पिछली दुर्घटनाओं का उल्लेख करते हुए हेली-कंपनियों की लापरवाही और प्रशासनिक निगरानी में कमी पर सवाल उठाए गए। पत्र के अनुसार, आर्यन एविएशन ने निर्धारित उड़ान स्लॉट (सुबह छह से सात बजे) का उल्लंघन कर सुबह साढे पांच बजे उड़ान भरी, जो उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण और नागर विमानन महानिदेशालय के नियमों के खिलाफ है। खराब मौसम और कम दृश्यता के बावजूद उड़ान की अनुमति देना और सिंगल इंजन हेलीकॉप्टरों का उपयोग भी गंभीर चिंता का विषय बताया गया। मोर्चे ने जिम्मेदार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है, साथ ही सिंगल इंजन हेलीकॉप्टरों पर रोक, स्वतंत्र जांच समिति का गठन, और मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा देने की अपील की है। संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि त्वरित कार्रवाई नहीं की गई, तो भविष्य में और बड़े हादसे हो सकते हैं। इस मौके पर स्वाभिमान मोर्चा से जुड़े विपिन नेगी और ललित श्रीवास्तव भी मौजूद थे।