पुलिस ने महिला को स्मैक के साथ दबोचा

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गदरपुर(संवाददाता)। पुलिस कप्तान ने नशे के खिलाफ अभियान चला रखा है और हर तरफ नशा तस्करों पर पुलिस ने अपनी रडार लगा रखी है जिससे कि कोई भी नशा तस्कर उनकी नजर से न बच पाये। पुलिस ने गदरपुर में एक युवक-युवती को स्मैक के साथ दबोचा तो यह खुलासा हुआ कि युवती जेल में बंद अपने भाई की जमानत कराने के लिए ड्रग तस्कर बनने के सफर पर आगे बढ़ गई थी। पुलिस कप्तान का कहना है कि जनपद में नशे के खिलाफ चलाया जा रहा ऑपरेशन तब तक नहीं रूकेगा जब तक एक-एक नशा तस्कर जेल की सलाखों के पीछे नहीं पहुंच जायेगा।
पुलिस कप्तान मणिकांत मिश्रा ने बताया कि पुलिस ने नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत बड़ी सफलता हासिल की है। गदरपुर पुलिस ने एक युवक और एक युवती को 2० ग्राम से अधिक अवैध स्मैक और तस्करी में इस्तेमाल की जा रही मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार किया है। चौंकाने वाली बात यह है कि गिरफ्तार की गई युवती अपने जेल में बंद भाई की जमानत कराने के लिए यह आपराधिक कृत्य कर रही थी।
पुलिस कप्तान ने बताया कि बकैनिया, सकैनिया क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने और संदिग्ध व्यक्तियों व वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान एक मोटरसाइकिल पर सवार एक पुरुष और एक महिला को रोककर पूछताछ की गई। पुलिस को देखकर वे घबरा गए, जिससे शक गहराया। पूछताछ में पुरुष ने अपना नाम संजीव राजपूत (2० वर्ष), निवासी चिड़ीपुरा, थाना मिलक खानम, जिला रामपुर, उत्तर प्रदेश बताया। महिला ने अपना नाम कुमारी परमजीत कौर (26 वर्ष), निवासी ग्राम कलकत्ती, थाना गदरपुर, जिला ऊधम सिंह नगर बताया। पुलिस कप्तान ने बताया कि तलाशी में, अभियुक्त संजीव राजपूत के पास से 9.62 ग्राम स्मैक और अभियुक्ता परमजीत कौर के पास से 1०.58 ग्राम स्मैक (कुल 2०.2 ग्राम अवैध स्मैक) बरामद हुई। इसके साथ ही, तस्करी में इस्तेमाल की जा रही मोटरसाइकिल स्प्लेंडर प्लस को भी जब्त कर लिया गया। कप्तान ने कहा कि यह खुलासा काफी चौकाने वाला रहा क्योेिंक युवती अपने भाई की जमानत कराने के लिए खुद ड्रग तस्कर बन गई।
उन्होंने बताया कि गदरपुर थाने में अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच में सामने आया कि अभियुक्ता परमजीत कौर का बड़ा भाई राजेंद्र सिंह उर्फ राजू पुत्र गुरदयाल सिंह, निवासी कलकत्ता, थाना गदरपुर पूर्व में भी कई संगीन अपराधों और मादक पदार्थों की बिक्री के मामले में जेल जा चुका है और वर्तमान में भी न्यायिक हिरासत में है। पूछताछ के दौरान, परमजीत कौर ने बताया कि उसके भाई राजेंद्र उर्फ राजू के जेल जाने के बाद उसने स्मैक बेचने और कारोबार बढ़ाने के लिए संजीव राजपूत को अपने साथ रखा था। उसने यह भी स्वीकार किया कि वह अपने भाई की जमानत कराने के लिए यह आपराधिक कृत्य कर रही थी।

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