भ्रष्टाचार के बडे मगरमच्छ बने नेताओं और अफ सरों पर कौन डालेगा हाथ: रघुनाथ

0
7

विकासनगर। मुख्यमंत्री ने 2०25 तक उत्तराखण्ड को भ्रष्टाचारमुक्त करने का संकल्प लिया हुआ है और उन्होंने विजिलेंस को भ्रष्टाचारियों के खिलाफ समान रूप से कार्यवाही करने का आदेश दिया हुआ है। मुख्यमंत्री के सख्त रूख के चलते विजिलेंस उन भ्रष्टाचारियों को जेल की सलाखों के पीछे डाल रही है जिनकी शिकायत करने के लिए कोई व्यक्ति उनके पास आता है। उत्तराखण्ड के अन्दर लम्बे समय से यही शोर मच रहा है कि विजिलेंस का अपना कोई बडा नेटवर्क नहीं है जिसके चलते वह बडे-बडे भ्रष्टाचारियों को दबोचकर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा सके। अब जनसंघर्ष मोर्चा ने सवाल दागा है कि रिश्वतखोरों में सिस्टम का कोई खौफ नहीं रह गया है और वह खुलेआम भ्रष्टाचार करने से बाज नहीं आ रहे हैं। मोर्चे का आरोप दागा कि रिश्वतखोरी रोकने मे सिस्टम क्यों नाकाम हो रहा है क्योंकि आज यह हालात हो गये हैं कि कुछ महकमों में बिना रिश्वत के कोई काम नहीं हो रहा है और भ्रष्टाचार की छोटी-छोटी मछलियां ही पकडी जा रही हैं जबकि भ्रष्टाचार के बडे-बडे मगरमच्छ रूपी नेताओं और अफसरों पर विजिलेंस क्यों हाथ नहीं डाल पा रही यह आज उसकी मंशा पर सवाल खडा कर रहा है।
जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि जिस प्रकार से विजिलेंस द्वारा रिश्वतखोरों, भ्रष्टाचारियों को अपने शिकंजे में लिया जा रहा है, इससे प्रतीत होता है कि प्रदेश के कुछ विभाग एवं उसके अधिकारी, कर्मचारी बगैर रिश्वत, सुविधा शुल्क के कोई काम नहीं करते। यहां तक कि कोई पत्रावली बगैर सुविधा शुल्क के एक इंच भी आगे नहीं बढ़ती। विजिलेंस टीम द्वारा सराहनीय काम किया जा रहा है। नेगी ने कहा कि जिस प्रकार से रिश्वतखोर पकड़े जा रहे हैं, उसको लेकर सरकार अपनी पीठ थपथपा रही है, लेकिन हकीकत में सरकार की यह सबसे बड़ी असफलता है। कर्मचारी, अधिकारी सरकार का ही अनुसरण कर रहे हैं । रघुनाथ सिंह ने सवाल उठाये कि अगर प्रदेश में सब कुछ ईमानदारी से चल रहा होता तो ये रिश्वतखोर क्यों पकड़े जाते? उन्होंने आरोप लगाया कि आज राज्य के अन्दर आलम यह है कि भ्रष्टाचार करने वाली सिर्फ छोटी-छोटी मछलियां ही पकड़ी जा रही हैं,जबकि बड़े-बड़े मगरमच्छ रूपी नेता और अधिकारी सब प्रदेश को लूटने में लगे हैं, लेकिन इन पर हाथ क्यों नहीं डाला जा रहा है यह सिस्टम की मंशा पर भी सवाल खडे कर रहा है और यह भी सवाल दागा कि सरकार कहीं न कहीं कुछ बडे मगरमच्छों का बचाव करती आ रही है?
रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि अगर आंकड़ों की बात करें तो पकड़े गए रिश्वतखोरों, भ्रष्टाचारियों में यह आंकड़ा न के बराबर है। गौर करने वाली बात यह है कि अधिकांश रिश्वतखोरों को पकड़वाने में जनता दिलचस्पी नहीं लेती कि कौन पचड़े में पड़े। अगर सब लोग इन भ्रष्टाचारियों के खिलाफ आगे आयें तो परिणाम चौंकाने वाले होंगे? पत्रकार वार्ता में हाजी असद व प्रवीण शर्मा पिन्नी मौजूद थे।

LEAVE A REPLY