बाबा सिद्धबली से आवाम ने की प्रार्थना

0
13

कोटद्वार(संवाददाता)। अवैध खनन की वजह से पूर्व में छह बालकों की खनन के गड्ढों में डूब कर मौत हो गई थी, सुखरो नदी पर बना पुल का एक पिलर झुक गया था और मालण नदी का पुल धराशाही हो गया था। मगर भाजपा राज में रिवर ट्रेनिंग के नाम पर दिए गए पट्टों में अवैध खनन जोरों पर है जिससे कोटद्वार के नागरिक परेशान हैं।
एक समाचार पत्र के पूर्व पत्रकार अनूप मिश्रा ने अपनी फेसबुक वाल पर अवैध खनन की फोटो डालते हुए  लिखा है ,दे दनादन..जारी है खनन.. हे बाबा! सरकार से तो उम्मीद नहीं, अब तुम ही रक्षा करो, सिद्धबली बाबा की आँखों के सामने ही जारी है खो नदी का चीरहरण… फेसबुक यूजर पंकज नेगी ने फोटो डालते हुए लिखा है कि कौन कहता है कि दीदी के राज में खनन नहीं होता, जाता कैमरा घुमा कर तो देखो नदियों का दामन चीरा जा रहा है और ये वही होंगे दीदी के चंगु मंगू जिन्होंने हरक के टाइम मालण पुल पूरा खोद दिया था।
पार्षद सूरज कांति ने अवैध खनन रात्रि में होने की लिखित शिकायत उपजिलाधिकारी को दी है। सूरज कुकरेती द्वारा फोटो और वीडियो डाल कर अवैध खनन को रोकने की गुजारिश शासन प्रशासन से की है। राकेश पंत अपनी फेसबुक वाल पर फोटो डालते हुए लिखते हैं कि खुश खबरी खुश खबरी न्यायालय के आदेशों के बाद कोटद्वार की नदियों में पोकलैंड से खनन अनुमति सूर्य अस्त के बाद भी। उत्तराखण्ड विकास पार्टी के अध्यक्ष मुजीब नैथानी ने फेसबुक यूजर और पार्षद सूरज कांति द्वारा की गई शिकायतों का पुलिंदा जिलाधिकारी गढ़वाल को भेजते हुए कहा है कि खनन में नियमों की अनदेखी हो रही है नदियों के प्रतिबंधित किनारे भी खोदे जा रहे हैं। पूर्व के सालों में अवैध खनन के डंपरों पर लगाया जुर्माना भी वसूल नहीं किया गया है व सील किए गए डंपरों का कोई अता पता नहीं है। जिस वजह से बरसात में नदी किनारे के निर्माण मकान फिर बहने का खतरा बना हुआ है। चार पोकलैंड उक्त आरबीएम की मात्रा को पंद्रह दिन में निक्षेपित कर देंगे इस तरह। अपर जिलाधिकारी गढ़वाल द्वारा उपजिलाधिकारी और खनन अधिकारी को मामले की जाँच के आदेश दे दिए गए हैं।

LEAVE A REPLY