देहरादून(संवााददाता)। उत्तराखण्ड में लोक कल्याण के लिए धामी सरकार अनगिनत कार्य कर रही है। राज्य के अंतिम व्यक्ति तक सरकार की सभी सुविधाएं पंहुचें, इसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी युद्धस्तर पर कार्य कर रहे हैं। लोक कल्याण के साथ साथ राज्य में जो कुछ अवैध रूप से संचालित हो रहा है या फिर अवैध रूप से पूर्व में किए गए कब्जे पर भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार प्रहार कर है। उन्होंने साफ इशारा कर दिया है कि उन्हें अवैध शब्द ही पसंद नहीं है। उनका साफ कहना है कि असंवैधानिक रूप से यदि उत्तराखण्ड में कुछ भी संचालित किया जा रहा होगा, उसपर उनका हंटर जरूर चलेगा। उनकी इस कर्तव्यनिष्ठा का उदाहरण हाल ही के दिनों में उस समय देखने को मिल गया था जब उन्होंने राज्य अवैध रूप से संचालित हो रहे लगभग पौने दो सौ मदरसों को सील किया था। इसके साथ ही उनके निर्देशन पर हरिद्वार के कुंभ क्षेत्र में भी प्रशासन ने अवैध कब्जों को ध्वस्त किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की इस कार्रवाई से यह बात तो साफ हो रही है कि राज्य में जो कोई भी शरारती तत्व अवैध कब्जा करके बैठे हैं या फिर ऐसा करने की सोच रहे हैं, उनपर सीएम धामी का हंटर जल्द ही चलेगा।
उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड में रजिस्ट्रेशन के बगैर चल रहे अवैध मदरसों पर कार्रवाई का अभियान जारी है। बीते कुछ महीनों से चल रहे इस अभियान के चलते बताया जा रहा है कि राज्यभर में लगभग पौने दो सौ अवैध मदरसे सील किए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से गठित विशेष सर्वे टीमों की रिपोर्ट के आधार पर कई जनपदों में यह कार्रवाई कर रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साफ किया कि उत्तराखंड को किसी भी प्रकार की अवैध, असंवैधानिक और समाज को तोडऩे वाली गतिविधियों का केंद्र नहीं बनने दिया जाएगा। बता दें कि मदरसा शिक्षा बोर्ड के अंतर्गत राज्य में 452 मदरसे पंजीकृत हैं, जो अपने हिसाब-किताब का विस्तृत ब्योरा सरकार को देते हैं। इस बीच सरकार की ओर से सर्वे कराया गया तो बात सामने आई कि राज्यभर में सैंकड़ों मदरसे अवैध रूप से चल रहे हैं। न तो इनका मदरसा बोर्ड में पंजीकरण है और न ये अन्य मानकों को पूरा करते हैं। ऐसे मदरसों को चिन्हित कर धामी सरकार उनपर सख्त कार्रवाई करने की दिशा में अपने कदम बढ़ा चुकी है। वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर हरिद्वार में कुंभ भूमि क्षेत्र पर किए गए अवैध कब्जे पर प्रशासन का पीला पंजा कहर बनकर टूटा। जिला प्रशासन की ओर से इस जमीन पर किए गए अवैध अतिक्रमण को बुलडोजर से हटाया गया। इस दौरान भारी संख्या में सुरक्षा कर्मियों की टीम मौके पर तैनात रही जिसके बाद जिला प्रशासन की टीम ने पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया। जिला प्रशासन का कहना था कि हरिद्वार में अवैध कब्जे पर कार्रवाई आगे भी की जाएगी। बता दें कि हरिद्वार के दूधाधारी तिराहे पर धामी सरकार का बुलडोजर चला था। इस दौरान कुंभ मेला की पवित्र भूमि पर किए गए अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से सख्त कार्रवाई करते हुए इसे बुलडोजर से जमींदोज कर दिया गया। कुंभ क्षेत्र पर अवैध अतिक्रमण का मुद्दा लगातार सुर्खियों में बना हुआ था, जिसके बाद प्रशासन की ओर से ये कार्रवाई की गई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा की जा रही कार्रवाई से पार्टी हाईकमान भी काफी गदगद नजर आ रहा है। भाजपा शासित राज्यों में मुख्यमंत्रियों यदि रिपोर्ट कार्ड प्रकाशित किया जाए तो, उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उस रिपोर्ट कार्ड में भारी अंकों से उत्र्तीर्ण होंगे। इसका मुख्य कारण यह है कि राज्यहित और जनहित में उनके द्वारा उठाया जा रहा हर एक कदम एक नजीर बनता जा रहा है और दूसरे राज्य भी पुष्कर सिंह धामी की कार्यशैली से प्रेरणा लेने से नहीं चूक रहे है। इसका सबसे सटीक उदाहरण है कि जब उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में यूसीसी लागू किया तो, उसके बाद गुजरात और असम जैसे समृद्ध राज्यों ने भी यूसीसी लागू कराने की दिशा में अपने कदम बढ़ाने शुरू कर दिए। सीएम धामी ने एक बात तो साफ कर दी है कि वह जनहित में लगातार कार्य करते रहेंगे और उनके रास्ते में आने वाली हर बाधा को वह अपने दृढ़निश्चयता से पार करेंगे।