उयांद नेताओं की खुली यलगार नहीं होने देंगें पहाड़ मैदान

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देहरादून(नगर संवाददाता)। उत्तराखंड क्रांति दल के नेताओं की रिहाई, झूठे मुकदमें वापस लिये जाने एवं अनेक समस्याओं के समाधान के लिए राजधानी में कई संगठनों व पूर्व सैनिकों ने जोरदार नारेबाजी के बीच आक्रोश रैली निकालकर अपना विरोध दर्ज करते हुए मुख्यमंत्री आवास कूच किया और जहां पर पुलिस ने हाथीबड़कला के पास बैरीकैडिंग लगाकर सभी को रोक लिया और इस बीच पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर तीखी नोंकझोंक एवं धक्का मुक्की हुई और काफी देर तक हंगामा करने के बाद सभी वहीं धरने पर बैठ गये। इस अवसर पर प्रदर्शनकारियों व उक्रांद नेताओं ने कहा कि उत्तराखंड में पहाड़ मैदान किसी भी दशा में नहीं होने दिया जायेगा।
यहां आज उत्तराखंड क्रांति दल के आहवान पर विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता परेड ग्राउंड के पास दल के केन्द्रीय अध्यक्ष पूरन सिंह कठैत के नेतृत्व में इकटठा हुए और वहां से दल के नेताओं की रिहाई के लिए, झूठे मुकदमें वापस लिये जाने सहित अनेक समस्याओं के समाधान के लिए जोरदार नारेबाजी के बीच आक्रोश रैली निकालकर प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री आवास कूच किया और इस दौरान जन सैलाब सड़कों पर उतरा और जहां पर पुलिस ने हाथीबड़कला के पास बैरीकैडिंग लगाकर सभी को रोक लिया और इस बीच पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर तीखी नोंकझोंक एवं धक्का मुक्की हुई और काफी देर तक हंगामा करने के बाद सभी वहीं धरने पर बैठ गये। इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि आज युवाओं की आवाज को बुलंद करने वालों एवं कर्मचारियों को वेतन दिलाये जाने के लिए संघर्ष करने वाले युवाओं को जेल भेजा जा रहा है।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल, मातृशक्ति, युवाओं, बेरोजगारों, पूर्व सैनिकों, अधिवक्ताओं, कर्मचारियों, शिक्षकों ने राज्य का गठन किया है और आज भाजपा की सरकार आवाज उठाने वाले युवाओं का उत्पीडऩ कर रही है। इस अवसर पर दल के केन्द्रीय अध्यक्ष पूरन सिंह कठैत ने कहा है कि राज्य में तानाशाही व हिटलर शाही नहीं चलेगी और आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है और सरकार ने दोनों ने गंभीर धाराओं में मुकदमें दर्ज किये है जिसे किसी भी दशा में स्वीकार नहीं किया जायेगा।
उनका कहना है कि जिसे किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के बुरे दिन आ चुके है और सरकार का जाना तय है।
इस दौरान उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली में आज सवालिया निशान लग रहे है। इस अवसर पर शांति प्रसाद भटट ने कहा कि उत्तराखंड सरकार दमन पर उतर आई है और दल के नेताओं पर झूठे मुकदमें क्यों लगाये जा रहे है और भाजपा के लोग ही सरकार पर आरोप लगा रहे है।
उन्होंने कहा कि पुलिस के दम पर उत्तराखंड को कुचलने का काम किया जा रहा है और पहाड और मैदान का झगडा कराया जा रहा है और यहां पर पहाड़ मैदान नहीं होने दिया जायेगा और दोनों युवाओं को रिहा किया जाये। इस अवसर पर भावना पांडे सहित अनेक वक्ताओं ने संबोधित किया और बाद में प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया।
इस अवसर पर आक्रोश रैली में यूकेडी के केन्द्रीय अध्यक्ष पूरन सिंह कठैत, ए पी जुयाल, शांति प्रसाद भटट, प्रमिला रावत, किरन रावत कश्यप, जबर सिंह पावेल, निर्मला बिष्ट, जय प्रकाश उपाध्याय, वीरेन्द्र सिंह, राजेन्द्र सिंह बिष्ट, पुष्प लता सिलमाना संगीता रावत, विक्रम रावत ,सचिन थपलियाल, महेंद्र सिंह, दीपक ढौढियाल, लताफत हुसैन ,किरन रावत ,दीपक रावत, बृजमोहन सजवान, चंद्र मोहन सिंह, टीकम राठौर ,पंडित बिहारी लाल जगूड़ी, संदीप सती, गौरव सैनानी, पूर्व सैनिक, युवा, महिलायें आदि बड़ी संख्या में लोगों का सैलाब शामिल रहे।

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