देहरादून(संवाददाता)। मुख्यमंत्री ने अपनी धमक से राज्य के युवाओं को सरकारी नौकरियों का तोहफा देने के लिए जो मिशन शुरू किया हुआ है उसके चलते आज बेरोजगार युवा तेजी के साथ सरकारी नौकरियों मे अपनी एंट्री कराकर गदगद नजर आ रहे हैं। उत्तराखण्ड के इतिहास में पहली बार ऐसा देखने को मिल रहा है कि राज्य का मुख्यमंत्री बेरोजगारों के साथ सरकारी नौकरियां देने के किये गये वायदे को संकल्प के साथ पूरा करने के लिए पिछले तीन साल से आगे बढ रहे हैं। उत्तराखण्ड के हर महकमे में सरकारी नौकरियां पाकर युवा पीढी को यह आभास हो चुका है कि मुख्यमंत्री एक बडे विजन वाले राजनेता हैं और उसी के चलते वह राज्य के अन्दर बेरोजगारों को एक नई पहचान देने के लिए उन्हें सरकारी नौकरियों का तोहफा देते आ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने अपने तीन साल के कार्यकाल में युवाओं को जितनी सरकारी नौकरियां दी हैं वह बाइस सालों में कोई भी पूर्व मुख्यमंत्री अपने कार्यकाल में नहीं दे पाया था। एक बार फिर मुख्यमंत्री ने परिवहन विभाग में युवाओं को सरकारी नौकरियों का तोहफा देकर उन्हें यह संदेश दिया है कि वह हमेशा उनके उज्जवल भविष्य के लिए काम करते रहेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में परिवहन विभाग के अन्तर्गत सम्भागीय निरीक्षक (प्राविधिक) पद पर नियुक्त आठ अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये। उन्होंने सभी अभ्यर्थियों को बधाई देते हुए कहा कि यह आपके जीवन की नई शुरूआत है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि नव चयनित अभ्यर्थी अपने कार्यक्षेत्र में नवाचार करेंगे और परिवहन विभाग में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाला राज्य है। राज्य में परिवहन के क्षेत्र में बहुत चुनौतियां हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि वाहनों की फिटनेस जाँच, मोटर वाहन अधिनियम और नियमों के पालन कराने और सड़क सुरक्षा से संबंधित कार्यों में सम्भागीय निरीक्षक महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है, ऐसे में सड़क सुरक्षा और वाहनों की फिटनेस से संबंधित कार्यों में परिवहन विभाग की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। इस अवसर पर सचिव परिवहन बृजेश कुमार संत, अपर सचिव परिवहन एवं प्रबंध निदेशक उत्तराखण्ड परिवहन निगम रीना जोशी एवं परिवहन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।