तीन शातिर अपराधी पुलिस ने दबोचे

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देहरादून(संवाददाता)। जनपद के पुलिस कप्तान ने संकल्प ले रखा है कि दून में अपराधियों को सर नहीं उठाने देंगे और अगर किसी ने भी अपराध करने का दुसाहस किया तो उन्हें इसका पछतावा होगा कि उन्होंने जनपद में अपराध किया तो किया क्यों? चोरी, लूट, गौकशी से लेकर किसी भी अपराध को करने वाले क्रिमनल अब पुलिस कप्तान अजय के नाम से भी खौफ खा रहे हैं और पुलिस कप्तान ने एक बडी रणनीति के तहत चैन लूट और चोरी की वारदातों को शातिराना अंदाज में अंजाम देने वाले दो अपराधियों व एक व्यक्ति को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। कप्तान ने साफ संदेश दिया है कि सीएम साहब के अपराधमुक्त संकल्प को पूरा करने के लिए राजधानी की पुलिस वचनबद्ध है और राजधानी में हर गुनाह करने वाला आज सलाखों के पीछे है। मुख्यमंत्री ने भी राजधानी में अपराधियों के खिलाफ चलाये जा रहे बडे ऑपरेशन पर हमेशा पुलिस कप्तान की पीठ थपथपाई है और जनसेवा केन्द्र में लूट करने वाले एक और अपराधी को आज सलाखों के पीछे पहुंचाकर यह संदेश दे दिया है कि राजधानी में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। आज पुलिस कप्तान अजय सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि अपने नशे और जुए के शौक को पूरा करने के लिए दो अपराधियों ने जनपद में चैन लूट और चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया था। उन्होंने बताया कि पुलिस की गिरफ्त में आये अपराधी पूर्व में भी लूट की घटनाओं में जेल जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि कैंट पुलिस ने चैकिंग के दौरान एक स्कूटी पर सवार कुबेर गुप्ता व शुभम जलाल को दबोचा तो उनसे लूटे गये मोबाइल फोन बरामद हुये। उन्होंने बताया कि अपराधियों द्वारा खुलासा किया गया कि पकडी गई स्कूटी उन्होंने दिसम्बर माह में पटेलनगर से चोरी की थी और देहरादून के अलग-अलग स्थानों पर मोबाइल फोन छीनने की घटना को अंजाम दिया तथा उक्त मोबाइल फोनों को अपने एक साथी विशाल को बेच दिया था। उन्होंने बताया कि पुलिस टीम ने विशाल उर्फ बिहारी को अन्य घटनाओं में छीने गये मोबाइल फोनो तथा अपराधियों द्वारा कैंट क्षेत्र से चोरी किये गये स्कूटी से गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस कप्तान अजय सिंह ने बताया कि पूछताछ में अपराधी कुबेर तथा शुभम द्वारा बताया गया कि वे दोनो एक दूसरे को पिछले ०6 सालों से जानते हैं तथा दोनो नशे के आदी हैं। अपने नशे की पूर्ति के लिये अभियुक्तों द्वारा राह चलते व्यक्तियों से मोबाइल छीनने तथा सूनसान स्थानो पर खडे वाहनों को चोरी करने की घटनाओं को अंजाम दिया जाता है। चोरी किये गये मोबाइल फोनों तथा स्कूटियों को वे अपने साथी विशाल के पास सस्ते दामों में बेच देते है। कप्तान ने बताया कि विशाल जुआ खेलने का आदी है तथा अपराधियों से मिले मोबाइलों तथा अन्य सामान को उसके द्वारा अन्य राज्यों में ऊंचे दामों पर बेचकर अपने जुए की लत को पूरा किया जाता है। कैंट क्षेत्र में हुई घटनाओं से पूर्व तीन मार्च 2०25 को अपराधी शुभम जलाल पुणे से देहरादून आया था तथा साधुराम इण्टर कालेज के ग्राउण्ड में अपराधी कुबेर तथा विशाल उर्फ बिहारी से मिला, जहां तीनों ने मिलकर मोबाइल लूट की घटनाओं को अंजाम देने की योजना बनाई, योजना के अनुसार अभियुक्त शुभम तथा कुबेर द्वारा तीन मार्च को यमुना कालोनी के पास एक महिला से तथा छह मार्च को गोविन्द गढ ईदगाह के पास एक युवती से मोबाइल छीनने की घटना को अंजाम दिया गया। ईदगाह के पास घटना कों अंजाम देने के बाद अभियुक्त कोलागढ से सालावाला होते हुए दिलाराम की ओर भागे, इस दौरान अभियुक्तों द्वारा राह चलते तीन अन्य व्यक्तियों के फोन भी छीन लिये थे। उक्त सभी घटनाओं में अभियुक्तों द्वारा पटेलनगर क्षेत्र से चोरी की गयी स्कूटी का इस्तेमाल किया गया था। उक्त घटनाओं में छीनेध्लूटे गये मोबाइलों को दोनो अपराधियों द्वारा अपने साथी विशाल उर्फ बिहारी को सस्ते दामों में बेच दिये थे। पुलिस कप्तान ने बताया कि अपराधी कुबेर तथा शुभम पूर्व में भी लूट तथा चोरी के अभियोग में जेल जा चुके हैं तथा अपराधी कुबेर डालनवाला क्षेत्र में मोबाइल लूट की घटना में ०3 माह पूर्व ही जमानत पर जेल से बाहर आया था तथा जेल से बाहर आने के बाद अभियुक्त द्वारा पटेलनगर तथा कैण्ट क्षेत्र से स्कूटी चोरी की घटनाओ को अंजाम दिया था, जिसमें से कैंट क्षेत्र से चोरी की गयी स्कूटी को अभियुक्त द्वारा आगे बेचने के लिये विशाल उर्फ बिहारी को दिया गया था।

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