देहरादून(संवाददाता)। राजधानी के राजपुर इलाके मे साई बाबा मन्दिर के समीप तेजी से कार चलाकर चार लोगों को मौत की नींद सुलाने वाले गुनाहगार को जल्द से जल्द सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए जब सीएम ने राजधानी के पुलिस कप्तान को सीधा अल्टीमेटम दिया तो उससे पुलिस अफसर भी थर्रा गये क्योंकि सीएम ने कप्तान को साफ संदेश दिया कि शहर में अगर कोई भी तेज रफ्तार से गाडी चलाकर आम जनमानस के जीवन के साथ खिलवाड करने का दुसाहस करेगा तो उसे किसी भी कीमत पर बक्शा नहीं जायेगा। सीएम ने इस मामले मे कप्तान को दो टूक कहा था कि अगर इस मामले मे चाहे कोई कितना बडा भी रसूकदार क्यों न हो जिसने भी चार लोगों को मौत की नींद सुलाया है उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए खुद वह आगे रहें। पुलिस कप्तान ने सीएम के आदेश पर रातभर चार मौतों के गुनाहगार को दबोचने के लिए खुद राजपुर थाना प्रभारी व पुलिस टीमों के साथ मिलकर ऑपरेशन चलाया और मात्र बारह घंटे से पहले ही उस गुनाहगार को दबोच लिया गया जिसने चार लोगों को गाडी से रौंद दिया था। पकडा गया गुनाहगार बीबीए करने के बाद दिल्ली में जॉब करता था और वहां से काम छूटने के बाद दून काम की तलाश में आया था।
घटना के अनावरण हेतु एसएसपी देहरादून द्वारा अलग-अलग टीमें गठित की गई। घटना की प्रारम्भिक जांच में प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा घटना में मर्सिडीज या उससे मिलते जुलते वाहन के संलिप्त होने की जानाकरी दी गई। जिस पर गठित टीमों द्वारा लगातार सीसीटीवी फुटेज तथा एएनपीआर कैमरों की सहायता सेघटना में शामिल मर्सिडीज जैसे वाहन की तलाश की गई तो घटना के समय घटना स्थल के पास से ऐसे कुल 11 वाहनों के गुजरने की जानकारी प्राप्त हुई, जिनमें से एक वाहन संख्यारू सीएच-०1-सीएन-०665 रंग सिल्वर ग्रे के एक साइड से क्षतिग्रस्त होने की पुलिस टीम को फुटेज प्राप्त हुई। जिस पर संदिग्धता के आधार पर पुलिस टीम द्वारा उक्त वाहन के सम्बन्ध में जानकारी एकत्रित की गई तो उक्त वाहन हरबीर आटोमोबाइल्स एजेंसी, जिनके चण्डीगढ में महिन्द्रा के शोरूम हैं, उनके द्वारा रजिस्टर्ड कराया जाना पाया गया। जिस पर तत्काल रात्रि में ही एक टीम को चण्डीगढ रवाना किया गया। जहां टीम द्वारा वाहन की जानकारी की गई तो हरबीर आटोमोबाइल्स द्वारा फरवरी 2०23 में उक्त वाहन को खरीदे जाने की जानकारी प्राप्त हुई।
पुलिस कप्तान अजय सिंह ने मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि हरवीर आटोमोबाइल्स द्वारा जून 2०23 में उक्त वाहन को दिल्ली के डीलर विन्नी आटोहब को बेचा गया। उक्त जानकारी के आधार पर तत्काल एक टीम को दिल्ली रवाना किया गया, जहां जानकारी करने पर उक्त वाहन को विन्नी आटोहब द्वारा अपने एक अन्य एंजेसी दिल्ली कार मॉल को ट्रांसफर करना ज्ञात हुआ। उक्त कार माल ऐजेंसी से जुलाई 2०24 में लखनऊ निवासी जतिन प्रसाद वर्मा जिसका जाखन में आवास तथा व्यवसायिक कार्यालय है, के द्वारा खरीदे जाने की जानकारी प्राप्त हुई, जिसके अक्सर अपने व्यवसाय के सम्बन्ध में देहरादून आने जाने की जानकारी प्राप्त हुई। मर्सिडीज वाहन की तलाश के दौरान देहरादून में मोहब्बेवाला स्थित बर्कले मोटर्स प्रा०लिमि० मर्सिडीज बेन्ज से जानकारी के दौरान भी उक्त नम्बर की मर्सिडीज गाडी के दिनांकरू 29-11-24 को उक्त ऐजेन्सी में सर्विस सेन्टर में सर्विसिंग हेतु आने तथा उक्त वाहन का जतिन प्रसाद वर्मा के नाम पर होने पुष्टि हुई।
पुलिस कप्तान ने बताया कि घटना के बाद पुलिस द्वारा लगातार चलाये जा रहे चैकिंग एंव सर्च अभियान के दौरान पुलिस टीम द्वारा वाहन को सहस्त्रधारा स्थित एक खाली प्लाट के पास से बरामद किया गया था। वाहन के सम्बन्ध में आस-पास के लोगों से पूछताछ करने पर पास के ही एक फ्लैट में रहने वाले मोहित मलिक नाम के व्यक्ति द्वारा बताया गया कि उक्त वाहन को उनके परिचित वंश कत्याल द्वारा रात्रि में वंहा खडा किया गया है। रात्रि में वाहन को खडा करने के बाद वंश द्वारा उससे फोन पर सम्पर्क कर बताया गया था कि उसके वाहन में कुछ तकनीकि खराबी आ गयी है तथा उसके द्वारा अपने भांजे को जाखन छोडने के लिये उनसे उनकी स्कूटी मांगी थी तथा स्कूटी की चाभी उनके घर से ली थी, रात्रि में अपने भांजे को छोडने के बाद वंश कत्याल उनकी स्कूटी उन्हें वापस देकर चला गया था। पुलिस कप्तान अजय सिंह ने बताया कि वाहन स्वामी जतिन प्रसाद वर्मा उपरोक्त से पूछताछ में भी उनके द्वारा उक्त वाहन को दिनांकरू 12-०3-25 को उसके साले वंश द्वारा ले जाने की जानकारी दी गई। जिस पर पुलिस टीम द्वारा वंश के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करते हुए करते हुए वंश उपरोक्त को आईएसबीटी के पास से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस कप्तान ने खुलासा किया कि गुनाहगार से पूछताछ में उसके द्वारा बताया गया कि वह मूल रूप से मुरादाबाद का रहने वाला है तथा बी०बी०ए० करने के बाद दिल्ली में जॉब करता था। दिल्ली से जॉब छूटने के बाद वह काम की तलाश में देहरादून आया था तथा वर्तमान में वाडिया इन्स्टीट्यूट के अपोजिट मोहित विहार में पी०जी० पर रह रहा था। दिनाँकरू 12-०3-25 को वह अपने भांजे के साथ अपने जीजा की मर्सिडीज कार संख्यारू सीएच-०1-सीएन-०665 को लेकर राजपुर की ओर घूमने गया था। वापसी में जाखन की ओर वापस आते समय अचानक ०2 स्कूटियों के कार के सामने आने पर अभियुक्त की कार उनमें से एक स्कूटी के पिछले हिस्से से टकरा गई तथा अनियंत्रित होकर सडक किनारे जा रहे ०4 व्यक्तियों से जा टकराई। घटना के बाद उसके द्वारा उक्त कार को सहस्त्रधारा में एक खाली प्लाट पर खडा कर दिया तथा अपने एक परिचित मोहित से अपने भंाजे को छोडने के लिये उसकी स्कूटी मांगी गई। भांजे को जाखन में छोडकर उसके द्वारा मोहित की स्कूटी उसे वापस कर दी। अभियुक्त को आज पुलिस द्वारा आई०एस०बी०टी० से गिरफ्तार किया गया। पुलिस कप्तान ने बताया कि पकडा गया युवक वंश कत्याल निवासी बुद्ध बाजार दुर्गा मन्दिर वाली गली निकट पुलिस थाना मुरादाबाद का रहने वाला है जिसकी उम्र 22 वर्ष है। गौरतलब है कि बीती रात थाना राजपुर क्षेत्रान्तर्गत उत्तरांचल हॉस्पिटल, निकट साई मन्दिर के पास सड़क पर एक चण्डीगढ नम्बर की मर्सिडीज कार चालक द्वारा वाहन को तेजी व खतरनाक ढंग से चलाते हुए पैदल जा रहे ०4 व्यक्तियों व एक स्कूटी यू०के० ०7-एई-515० को टक्कर मार दी, जिसमें पैदल जा रहे ०4 व्यक्तियो की मौके पर मृत्यू हो गयी तथा स्कूटी सवार ०2 व्यक्ति घायल हो गये। घटना की सूचना पर पुलिस महानिरीक्षक गढवाल परिक्षेत्र तथा एसएसपी देहरादून द्वारा तत्काल घटना स्थल पर पहुंचकर उपस्थित अधिकारियों तथा प्रत्यक्षदर्शियों से घटना के सम्बन्ध में जानकारी ली गयी तथा दुर्घटना कारित करने वाले वाहन चालक की धरपकड हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये थे।