मोदी ने उत्तराखण्ड को दी नई पहचान

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देहरादून(संवाददाता)। उत्तर प्रदेश से जब उत्तराखण्ड अलग हुआ तो राज्यवासियों को यह उम्मीद थी कि उनका छोटा राज्य अपराध, भ्रष्टाचार, माफियागिरी और भयमुक्त बनेगा लेकिन उनका यह सपना सिर्फ सपना ही बनकर रह गया। वहीं उत्तराखण्ड को विकास के पथ पर ले जाने का जो बाजा पूर्व सरकारों में बजता रहा वह सिर्फ एक हवाबाजी से ज्यादा कुछ देखने को नहीं मिला था जिससे राज्य की जनता के मन में यह टिस रहती थी कि अगर उत्तराखण्ड को अगर केन्द्रीय शासित राज्य बनाया होता तो आज उत्तराखण्ड में विकास ही विकास नजर आता। वहीं प्रधानमंत्री ने उत्तराखण्डवासियों को वचन दिया था कि अगर राज्य में डबल इंजन की सरकार बनी तो अगला दशक उत्तराखण्ड का होगा जहां सिर्फ विकास ही विकास नजर आयेगा। उत्तराखण्ड में डबल इंजन की सरकार बनते ही देश के प्रधानमंत्री ने उत्तराखण्ड को एक नई पहचान देने का जो दौर शुरू किया उसे देखकर राज्यवासी डबल इंजन के विकास से गदगद नजर आ रहे हैं। सीएम के शासनकाल में उत्तराखण्ड को एक नई पहचान देने के लिए प्रधानमंत्री एक बडे विजन के साथ विकास को पंख लगा रहे हैं और यही कारण है कि डबल इंजन सरकार का विकास बुलट ट्रेन की तरह दौड रहा है। वहीं सीएम धामी के स्वच्छ राजनीति से अब उत्तराखण्ड एक नया उत्तराखण्ड बनने की रेस में सबसे आगे निकलता जा रहा है और उसी के चलते राज्यवासी अपने नये उत्तराखण्ड को गुलजार होते हुए देख रहे हैं।
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का उत्तराखण्ड से असीम लगाव राज्यवासियों को एक नई ऊर्जा दे रहा है और सबसे अहम बात यह है कि पिछले तीन वर्षों में देश के प्रधानमंत्री तेरह बार उत्तराखण्ड के दौरे पर आ चुके हैं और हर दौरे पर उन्होंने उत्तराखण्ड को बडी-बडी सौगाते देने का जो सिलसिला शुरू कर रखा है उसी का परिणाम है कि आज उत्तराखण्ड विकास के उस पथ पर आकर खडा हो गया है जिसकी देश-दुनिया ने कभी कल्पना भी नहीं की थी। प्रधानमंत्री का बाबा केदारनाथ से असीम प्रेम किसी से छिपा नहीं है और वह केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम को अलौकिक बनाने के जिस विजन पर आगे बढे हुये हैं उससे वहां तीर्थाटन को बडे पंख लग रहे हैं और वहां देश-दुनिया से श्रद्धालुओं के हर साल आने का जो आकडा देखने को मिल रहा है वह हैरान करने जैसा ही है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह ने हमेशा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की स्वच्छ और पारदर्शी राजनीति को देखते हुए उन पर शाबासी की हमेशा बारिशें की हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तराखण्ड मे होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ही राज्यवासियों को संदेश दे दिया था कि आने वाला दशक उत्तराखण्ड का होगा। प्रधानमंत्री ने उत्तराखण्ड के पर्यटन और तीर्थाटन को एक नई पहचान देने के लिए जिस तरह से गढवाल व कुमांऊ में दस्तक देकर वहां बडी-बडी सौगातें दी हैं उसी के चलते आज पर्यटन और तीर्थाटन के क्षेत्र में उत्तराखण्ड एक नयेपन में चमकता हुआ दिखाई दे रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की स्वच्छ राजनीति का ही परिणाम है कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह उत्तराखण्ड को एक नया उत्तराखण्ड बनाने के लिए बडी-बडी विकास योजनायें राज्य की झोली में डाल रहे हैं और हाल ही में केदारनाथ और हेमकुंड साहिब के लिए रोपवे बनाने का जो ऐलान किया है उससे उत्तराखण्ड के पर्यटन और तीर्थाटन को एक नई पहचान मिलना तय माना जा रहा है।

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