मिलावटखोरों पर खाद्य सुरक्षा विभाग की पैनी नजर

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तीन कुंतल पनीर व 6० किलो मावा किया मौके पर नष्ट
देहरादून(संवाददाता)। मुख्यमंत्री ने होली से पहले सभी जनपदों में मिलावटखोरी का काला खेल खेलने वाले मिलावटखोरों पर शिकंजा कसने की दहाड लगाते हुए स्वास्थ्य महकमे के सचिव और खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन महकमे को चप्पे-चप्पे पर मिलावटखोरों पर अपनी रडार लगाने का संदेश दिया था। मुख्यमंत्री ने साफ अल्टीमेटम दे रखा है कि राज्यवासियों की सेहत के साथ खिलवाड करने वाले मिलावटखोरों को किसी भी सूरत में न बक्शा जाये और अगर वह नकली खाद्य पदार्थ की तस्करी करते हुए पाये जायें तो उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल मे लाई जाये जिससे कि राज्य के किसी भी जनपद में मिलावटखोर त्यौहार के इस मौसम में आम जनमानस को खाद्य पदार्थों में जहर न घोल पाये। मुख्यमंत्री के आदेश पर स्वास्थ्य सचिव ने ऑपरेशन मिलावटखोर का मिशन चला रखा है और इस मिशन के तहत हरिद्वार से राजधानी के कुछ इलाकों में लाये जा रहे नकली मावे व पनीर से भरी कार शिकंजे मे ली और उसके बाद इस नकली मावे व पनीर को डपिंग जोन मे नष्ट करके जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने का संदेश दिया है।
होली के मद्देनजर खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा मिलावटखोरों के खिलाफ बड़े पैमाने पर सघन अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान आयुक्त व स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार के निर्देशानुसार, प्रदेशभर में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीमें मिलावटी खाद्य पदार्थों पर कड़ी नजर रख रही हैं और लगातार छापेमारी कर रही हैं। इसी क्रम में धुलकोट, विकासनगर में बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन कुंतल पनीर एवं 6० किलोग्राम मावा जब्त किया गया। यह माल हरिद्वार (मंगलौर) से लाया गया था और इसे प्रेमनगर, धुलकोट, सेलाकुई एवं सहसपुर में आपूर्ति किया जाना था। जिसे मौके पर ही नष्ट कर दिया गया।
इस अवसर पर खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन के अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि आयुक्त एवं स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार के निर्देशों पर पूरे प्रदेश में सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बॉर्डर क्षेत्रों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है, ताकि बाहरी राज्यों से मिलावटी और घटिया खाद्य सामग्री की आपूर्ति को रोका जा सके। उन्होंने बताया कि छापेमारी के दौरान पकड़े गए संदिग्ध खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए गए, जिन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही शेष सामग्री को शीशमबाड़ा डंपिंग जोन में नष्ट कराया गया। उन्होंने बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश के हर जिले में विशेष टीमें सक्रिय हैं, उन्होंने कहा कि मिलावटखोरों पर विभाग की पैनी नजर रखी जा रही है और जो होली से पहले मिठाइयों, दूध, मावा, पनीर, खाद्य तेल, मसाले एवं अन्य खाद्य पदार्थों की गहन जांच कर रही हैं। देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंह नगर और नैनीताल जैसे जिलों में खास सतर्कता बरती जा रही है, क्योंकि यहां मिलावटी खाद्य सामग्री की आपूर्ति अधिक होती है। उन्होंने बताया कि खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि हाल ही में हुई छापेमारी में कई अन्य स्थानों पर भी संदिग्ध खाद्य पदार्थ पाए गए हैं, जिनके सैंपल लैब जांच के लिए भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ भोजन सुरक्षा मानक अधिनियम 2००6 के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस अवसर पर खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी ने आम जनता से अपील की है कि यदि कहीं भी मिलावटी खाद्य सामग्री बेची या वितरित की जा रही हो, तो इसकी सूचना तुरंत विभाग को टोल फ्री नंबर पर दें। मिलावटी खाद्य पदार्थों का सेवन स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है, और इसे रोकने के लिए प्रशासन व जनता के बीच सहयोग आवश्यक है। उन्होंने कहा कि विभाग ने स्पष्ट किया है कि मिलावटखोरों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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