देहरादून(संवाददाता)। पटेलनगर इलाके में रहने वाला एक व्यक्ति घरवालों को बताये बिना मोटरसाइकिल पर कहीं गया और उसके बाद वह वापस घर नहीं लौटा। परिवार के लोगों ने पटेलनगर थाने में अपने सदस्य की गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया। पुलिस कप्तान को जब पटेलनगर इलाके से गायब हुये एक व्यक्ति की खबर मिली तो उन्होंने मामले की गम्भीरता को देखते हुए गुमशुदगी को अपहरण के मामले में दर्ज किया और उसके बाद जब पटेलनगर पुलिस और एसओजी ने गायब हुये व्यक्ति को तलाशने का मिशन शुरू किया तो उन्हें कुछ महत्वपूर्ण जानकारी मिली जिसके बाद सहारनपुर के दो युवकों को शक के आधार पर हिरासत मे लिया गया तो उन्होंने अपहृत किये गये व्यक्ति के कत्ल की जो दास्तां पुलिस को सुनाई उसे सुनकर पुलिस के भी पैरों तले जमीन खिसक गई और उसके बाद सहारनपुर की नहर में फेंके गये व्यक्ति की लाश को तलाशने का ऑपरेशन शुरू किया गया तो वहीं पुलिस ने आईएसबीटी बस अड्डे के समीप खाली प्लाट मे मृतक की खडी मोटरसाइकिल बरामद कर ली। पुलिस को इस मामले में एक पति-पत्नी की तलाश है। पुलिस ने जिन दो युवकों को हिरासत मे लिया है उनमे से एक राजधानी के मेडिकल संस्थान का एमबीबीएस का छात्र है।
पुलिस कप्तान अजय सिंह ने बताया कि सात फरवरी को चंद्रमणी पटेलनगर निवासी श्यामलाल की बेटी निधि राठौर ने लिखित शिकायत दी थी कि उसके पिता अपनी मोटरसाइकिल पर सवार होकर बिना बताये कहीं गये थे और जब वह वापस नहीं आये तो उन्हें आसपास काफी तलाशा और अपने रिश्तेदारों से भी अपने पिता के बारे में जानकारी ली लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया था। कप्तान ने बताया कि श्यामलाल की गुमशुदगी का मामला दर्ज करके पटेलनगर थाना प्रभारी प्रदीप राणा और उनकी टीम के साथ एसओजी की टीम को श्यामलाल को खोज निकालने का टास्क दिया गया था। उन्होंने बताया कि जांच में यह बात सामने आई कि श्यामलाल द्वारा घर से निकलने से पूर्व किसी गीता नाम की महिला से फोन पर बात की थी, जिसके सम्बन्ध मे वादिनी एवं उनकी बहन से पूछताछ करने पर उनके द्वारा बताया गया कि उनके पिता श्यामलाल के गीता नाम की महिला से सम्बन्ध थे तथा उनके द्वारा पूर्व में उक्त महिला से अपनी जान को खतरा बताया था। पुलिस कप्तान ने बताया कि यह जानकारी मिलने के बाद सर्विलांस टीम ने श्यामलाल और महिला तथा उसके पति की लोकेशन को खंगालने का सिलसिला शुरू किया तो कुछ महत्वपूर्ण जानकारी हाथ लगी थी। पुलिस कप्तान ने बताया कि टीमों ने श्यामलाल को तलाशने के लिए उसके घर के आसपास व मार्गों में सीसीटीवी फुटेजों को खंगाला और गुमशुदा श्यामलाल का घर से निकलकर अपनी मोटरसाइकिल से किशन नगर चौक होते हुए उक्त महिला के घर के पास तक जाना प्रकाश में आया। इसके बाद गुमशुदा श्यामलाल के वापस आने की कोई भी फुटेज पुलिस को प्राप्त नही हुयी। उन्होंने बताया कि इस पर संदिग्ध महिला व उसके पति को जब तलाशा तो वह घर से फरार मिले और उनके दोनो मोबाइल नम्बर बंद थे।
पुलिस कप्तान अजय सिंह ने बताया कि सर्विलांस के माध्यम से जानकारी में कुछ अन्य सन्दिग्ध नम्बर प्रकाश मे आये, जिनसे दोनो संदिग्ध व्यक्तियो द्वारा श्याम लाल की गुमशुदगी के बाद संपर्क किया गया था। इसी के आधार पर पुलिस टीम द्वारा संदिग्ध महिला गीता के मायके देवबंद सहारनपुर दबिश देते हुये उसके भाई अजय कुमार को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया जिससे पूछताछ में उसने गीता तथा उसके पति हिमांशु चौधरी द्वारा गुमशुदा श्याम लाल की हत्या करने तथा उसके द्वारा अपने एक अन्य साथी धनराज चावला निवासी कैलाशपुर कॉलोनी थाना देवबंद सहारनपुर के साथ शव को ठिकाने लगाने की बात बताई गई, जिस पर पुलिस टीम द्वारा घटना में प्रकाश में आये अभियुक्त धनराज चावला को देवबंद सहारनपुर से गिरफ्तार कर लिया। कप्तान ने बताया कि पूछताछ में अभियुक्तो द्वारा बताया गया कि दो फरवरी को गीता द्वारा उनसे सम्पर्क कर उन्हे बताया कि उसके द्वारा अपने पति के साथ मिलकर एक व्यक्ति की हत्या कर दी है तथा उक्त शव को ठिकाने लगाने के लिए उसके द्वारा उन्हे देहरादून बुलाया गया था, जिस पर अभियुक्त अजय तीन फरवरी को तथा अभियुक्त धनराज चार फरवरी को अपनी कार लेकर देहरादून आया था, जहाँ उनके द्वारा मृतक श्यामलाल के शव को प्लास्टिक के सफेद कट्टे में रस्सीयो से बाध कर कार से देवबंद ले गए तथा मृतक की स्प्लेडर मोटर साईकिल को आईएसबीटी बस अड्डे के आगे रोड से लगे एक खाली प्लाट में एकांत स्थान पर खड़ा कर दिया तथा नम्बर प्लेट को निकालकर वही कबाड मे फेक दिया था, जिससे पुलिस की जाँच यह लग सके कि मृतक श्याम लाल अपनी मोटर साइकिल को बस अड्डे के पास खडा कर कही चला गया है।
कप्तान ने बताया कि देवबंद पहुँचकर तीनो अभियुक्तों द्वारा साखन की नहर के किनारे मृतक के शव को फेक दिया तथा मृतक की जैकेट ,जूते , मोबाईल फोन व अन्य समान को एक काली पन्नी के अन्दर रखकर उक्त नहर में फेक दिया था। उन्होंने बताया कि अभियुक्त हिमांशु देहरादून के एक प्रतिष्ठित मेडिकल संस्थान का एमबीबीएस का छात्र है। उन्होंने बताया कि फरार अभियुक्त गीता एवं हिमांशु की गिरफ्तारी हेतु गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम द्वारा तथा मृतक श्यामलाल के शव को बरामद करने का ऑपरेशन चला रही है।