देहरादून(नगर संवाददाता)। एसएसबी प्रशिक्षित गुरिल्ला संगठन उत्तराखण्ड ने अपनी तीन सूत्रीय मांगों रोजगार, पेंशन व आश्रितों को लाभ दिये जाने को लेकर जोरदार नारेबाजी के बीच राजधानी में रैली निकालकर विधानसभा कूच किया और जहां पर पुलिस ने रिस्पना पुल के समीप बैरीकैडिंग लगाकर रोक लिया और पुलिस द्वारा रोके जाने पर पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी नोंकझोंक हुई और हंगामा हुआ तथा बाद में सभी वहीं बैरीकैडिंग पर धरने पर बैठ गये।
यहां संगठन के प्रदेश अध्यक्ष यदुबीर सिंह राणा के नेतृत्व में धर्मपुर के पास इकटठा हुए और वहां से अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी करते हुए रैली निकालकर विधानसभा कूच किया और जहां पर पुलिस ने रिस्पना पुल के समीप बैरीकैडिंग लगाकर रोक लिया और पुलिस द्वारा रोके जाने पर पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी नोंकझोंक हुई और हंगामा हुआ और बाद में सभी वहीं बैरीकैडिंग पर धरने पर बैठ गये। इस अवसर पर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष यदुबीर सिंह राणा ने कहा कि अपनी तीन सूत्रीय मांगों के समाधान के सिलसिले में विगत अटठारह वर्षों से भी अधिक समय से आन्दोलनरत है, लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया है जो चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि एसएसबी प्रशिक्षित गुरिल्ला संगठन उत्तराखण्ड अपनी तीन सूत्रीय मांगों रोजगार, पेंशन व आश्रितों को लाभ दिये जाने की लगातार मांग करते आ रहे है और संगठन की शासन व प्रशासन से कई दौर की वार्ता भी हुई व मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड शासन की अध्यक्षता में 2० दिसम्बर 2०23 को संगठन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक भी सम्पन्न हुई जिसका कार्य वृत्त भी जारी हुआ। उन्होंने कहा कि लेकिन सम्बन्धितों द्वारा अनुपालन नहीं किया गया तत्पश्चात् संगठन ने कई ज्ञापन अपनी मांगों के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड शासन एवं मुख्य सचिव उत्तराखण्ड शासन व प्रमुख सचिव गृह को प्रेषित किए गए लेकिन कार्यवाही शून्य रहीं, जिस पर शासन से वार्ता का न्योता आने पर रिधिमा अग्रवाल विशेष सचिव उत्तराखण्ड शासन के साथ वार्ता हुई लेकिन ठोस पहल नहीं की गई।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि परिवार का गुजारा करना बड़ा मुश्किल हो रहा है जिस कारण बाध्य होकर संगठन को सड़क पर उतरना पड़ा तथा सीएम आवास के घेराव का निर्णय व अनिश्चितकालीन धरने प्रदर्शन का निर्णय लिया है तथा यह भी निर्णय लिया गया कि जब तक सरकार संगठन की तीन सूत्रीय मांगों के सम्बन्ध में शासनादेश जारी नहीं कर देगी है तब तक संगठन सड़कों से नहीं हटेगा तथा अन्दोलन धरना प्रदर्शन आदि-आदि निरन्तर जारी रहेगा। इस अवसर पर अनेक वक्ताओं ने संबोधित किया और बाद में प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा गया और जल्द ही कार्यवाही किये जाने की मांग की गई। इस अवसर पर प्रदेश भर से आये अनेक गुरिल्ला शामिल रहे।