मोदी-शाह के लॉडले धामी बने करिश्माई सीएम

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प्रमुख संवाददाता
देहरादून। देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों पर हमेशा अपनी नजर रखते हैं कि वह राज्य के अन्दर सरकार किस पैर्टन पर चला रहे हैं। प्रधानमंत्री और गृहमंत्री का उत्तराखण्ड से असीम लगाव है इसके चलते वह मुख्यमंत्री को शुरूआती दौर मे ही ऐसा गुरूमंत्र दे गये थे कि उसे धारण कर मुख्यमंत्री ने सरकार चलाने का जो पारदर्शिता वाला रूप अपनाया उसी का परिणाम है कि आज उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री मोदी और शाह की नजर में धाकड़़ मुख्यमंत्री के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं। दोनो दिग्गज नेताओं ने मुख्यमंत्री पर अभेद भरोसा कर रखा है और यही कारण है कि आज मुख्यमंत्री बडे-बडे फैसले लेने के लिए खुद आगे बढते हैं और यही कारण है कि मोदी-शाह की राजनीतिक पाठशाला में हमेशा मुख्यमंत्री अव्वल का ताज अपने सिर पर सजा रहे हैं। 38वें राष्ट्रीय खेलों को एक भव्य रूप से आयोजित कराकर मुख्यमंत्री मोदी-शाह की नजर में एक सफल मुख्यमंत्री के रूप में अपनी पहचान बना गये और सीएम ने इन राष्ट्रीय खेलों में प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के मिली शाबाशी के चलते ही उन्होंने इन खेलों को आयोजित कराने में कीर्तिमान का झंडा बुलंद करके अपने विरोधियों के मुंह सिल दिये हैं।
उल्लेखनीय है कि उत्तराखण्ड में 38वें राष्ट्रीय खेलों की कमान जब मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसह धामी को मिली थी तो उन्होंने इन खेलों को लेकर बडी रणनीति तैयार की और खेलों को एक नया रूप देने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से बडा गुरूमंत्र लिया था और इसी गुरूमंत्र को धारण कर उन्होंने राष्ट्रीय खेलों को अलौकिक बनाने के लिए अपने अफसरों के साथ बडा खाका बनाया था। प्रधानमंत्री ने जब खेलों का आगाज किया था तो उस भव्य आगाज को देखकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी काफी गदगद हुये थे। गृहमंत्री अमित शाह ने खेलों के समापन पर राज्य के मुख्यमंत्री की खूब प्रशंसा की और कहा कि उन्होंने आज देवभूमि को खेलभूमि बनाकर यह साबित कर दिया है कि अगर कोई राजनेता संकल्प के साथ काम करता है तो उसमें चार चांद लग जाते हैं। मुख्यमंत्री को सभी अतिथियों ने मंच से जिस तरह इन राष्ट्रीय खेलों के सफल आयोजन पर उनकी रणनीति को सराहा उससे आज उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री एक उस ऊचाई पर पहुंच गये हैं जहां पहुंचना किसी के लिए भी असम्भव नजर आता है।
गौरतलब हे कि देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के दिखाये मार्ग पर मुख्यमंत्री तीन सालों से सरकार चला रहे हैं और दोनो बडे राजनेताओं से गुरूमंत्र धारण करने के बाद से ही लोकसभा और दो राज्यों में हुये चुनाव में मुख्यमंत्री ने ताकत झोंकी थी। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री को चुनावी जीत का ऐसा मंत्र दे रखा है जिसके चलते मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड में भी विधानसभा और लोकसभा सीटों पर कमल खिलाकर भाजपा हाईकमान के सामने अपने आपको पार्टी नीति पर आगे बढने वाला नेता का तमका अपने नाम कर लिया है। बता दें कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बताये रास्ते पर मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसंह धामी सरकार चला रहे है और उन्हें इस बात का इल्म है कि मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसंह धामी डबल इंजन की सरकार के विकास को उत्तराखण्ड में जन-जन तक पहुंचाने वाले पहले राजनेता बन चुके हैं। लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी को एक बार फिर देश का प्रधानमंत्री बनाने के लिए भाजपा हाईकमान ने मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसंह धामी को चुनाव प्रचार की कमान सौंपी थी और उसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसंह धामी ने लोकसभा चुनाव में हर राज्य के अन्दर जाकर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दस सालों के कार्यकाल का लेखाजोखा उनके पास रखा था और यह भरोसा दिलाया था कि देश के प्रधानमंत्री ही भारत को एक बार फिर सोने की चिडिया बना रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसंह धामी ने डबल इंजन सरकार के विकास का जो आईना राज्य की जनता के सामने रखते हुए उन्हें देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बढते कदमों को देखते हुए कमल खिलाने का जो संदेश दे रखा है उस पर जनता हर चुनाव में कमल खिलाने के लिए आगे बढी हुई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के बताये रास्ते पर चलने के लिए जो पैमाना तय किया हुआ है उसी के चलते वह आज देशभर में एक सफल मुख्यमंत्री के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं।

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