प्रमुख संवाददाता
देहरादून। उत्तराखण्ड के इतिहास में पहली बार राज्य के अन्दर राष्ट्रीय खेलों का आयोजन हुआ और इस आयोजन में चार चांद उस समय लग गये थे जब देश के प्रधानमंत्री ने खेलों का आगाज किया था। प्रधानमंत्री ने संदेश दिया था कि उत्तराखण्ड आज एक नई दिशा में आगे बढ रहा है और इन राष्ट्रीय खेलों से देशभर मंे उत्तराखण्ड का नाम रोशन होगा। खेलों के शुरूआती दौर मंे तो एक अजीब सा माहौल देखने को मिल रहा था लेकिन जैसे ही मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय खेलांे के सफल आयोजन को लेकर खुद मोर्चा संभाला और वह खिलाडियों मंे एक नया जोश भरने के लिए आगे बढे तो उसके बाद से ही राष्ट्रीय खेलांे में आये खिलाडियों और खेल देखने वाले दर्शकों में एक जबरदस्त उत्साह देखने को मिलने लगा। मुख्यमंत्री ने खेलों में एक नई जान फूंकने के लिए खुद मैदानों पर जिस अंदाज में खुद खेल खेलने के लिए अपने कदम आगे बढाये उससे खिलाडियों में मुख्यमंत्री को लेकर एक नई सोच देखने को मिली और मुख्यमंत्री ने इन राष्ट्रीय खेलों में वो समा बांध दिया जिसकी शायद किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। मुख्यमंत्री खिलाडियों के बीच जाकर उनके साथ खेलों को लेकर अपने अनुभव साझा करते रहे और उन्होंने गढवाल से लेकर कुमांऊ तक मे चल रहे खेलों में अपनी एंट्री करके उत्तराखण्ड को एक नई पहचान दिलाकर उत्तराखण्ड के खिलाडियों को भी संदेश दे दिया कि अब खेलों के लिए उत्तराखण्ड तैयार है। शाम को खेलों का समापन भव्य रूप से करने का जो जज्बा मुख्यमंत्री ने दिखाया उसी के चलते गृहमंत्री के सामने खेलांे का समापन भी उसी अंदाज में हुआ जैसा खेलों के आगाज पर हुआ था।
मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसह धामी ने उत्तराखण्ड मंे हुये 38वें राष्ट्रीय खेलों के समापन के लिए बडी तैयारी करने की रूपरेखा कल से ही बना ली थी और वह अफसरों के साथ हल्द्वानी के उस स्टेडियम को चांद की रोशनी की तरह चमकाने के लिए आगे आये जहां खेलों का समापन करने के लिए देश के गृहमंत्री अमित शाह वहां खिलाडियों का हौसला बढाने के लिए आये थे। गृहमंत्री अमित शाह ने इन राष्ट्रीय खेलों के सफल आयोजन को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की खूब पीठ थपथपाई और कहा कि उत्तराखण्ड में पहली बार राष्ट्रीय खेलों का आयोजन सफलता पूर्वक किये जाने से आज उत्तराखण्ड देश मे अपनी एक और नई पहचान बना गया है। गृहमंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय खेलों में आये खिलाडियों का भी खूब मनोबल बढाया और कहा कि उत्तराखण्ड के खिलाडियों ने इन खेलों में सौ से ज्यादा पदक जीतकर राज्य के नाम को खूब रोशन किया है। अमित शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसह धामी ने इन खेलों को एतिहासिक बनाने के लिए विजन के साथ काम किया है और इन खेलों के सफल आयोजन से उत्तराखण्ड के अन्दर भी अब राष्ट्रीय खेलों को लेकर राज्य के खिलाडियों का मनोबल बढेगा।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 38वंे राष्ट्रीय खेलांे के सफल आयोजन को लेकर अफसरों के साथ शुरूआती दौर मे ही पूरी रूपरेखा तैयार कर ली थी और इन खेलों में खिलाडियों को खेल के दौरान नया अनुभव दिखाई दे इसके लिए सरकार ने खाका तैयार किया था। मुख्यमंत्री पुष्कर ंिसह धामी ने जिस दिन से राष्ट्रीय खेलों को लेकर मोर्चा संभाला था उसके बाद से ही राष्ट्रीय खेलों को देखने के लिए आम जनमानस मे भी एक नई क्रांति पैदा हुई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को यह इल्म था कि जबतक वह खुद खिलाडियों का हौसला बढाने के लिए गढवाल से लेकर कुमांऊ तक के स्टेडियों मंे दस्तक नहीं देंगे तब तक खिलाडियों और खेल देखने वाले प्रेमियों में एक उत्साह देखने को नहीं मिलेगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय खेलों में एक बडा समा बांधने के लिए अपने आपको आगे किया और उसी के चलते उन्होंने स्टेडियमों मंे खुद खेल भी खेला और उन्हांेने स्टेडियम मंे एक साइकिल पर सवार होकर जिस तरह से ट्रैक का चक्कर काटकर अपना खिलाडी वाला अंदाज प्रस्तुत किया उसे देखकर स्टेडियम मे मौजूद खेल प्रशंसकों और खिलाडियों में एक नया उत्साह देखने को मिला था। राष्ट्रीय खेलों मंे भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की धमक जिस अंदाज में देखने को मिली उससे यह बात तो साफ हो गई कि मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय खेलों में भी खिलाडियों के सामने अपना समा बांध दिया।