मोदी धामी की कैमेस्ट्री से घबराई कांग्रेस

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उत्तराखण्ड मंे सीएम की राजनीति से खिलखिला रहे राज्यवासी
प्रमुख संवाददाता
देहरादून। देश के प्रधानमंत्री का उत्तराखण्ड से असीम लगाव मुख्यमंत्री की राजनीति को उस उडान पर ले चला है जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। मोदी और धामी की उत्तराखण्ड के अन्दर दिखाई दे रही जबरदस्त कैमेस्ट्री से कांग्रेस घबराई हुई नजर आ रही है और उन्हें यह समझ ही नहीं आ रहा कि वह इस जोडी को कैसे राजनीतिक पिच पर मात दे पायेंगे? मुख्यमंत्री को प्रधानमंत्री ने अपना छोटा भाई और सखा बनाकर राज्यवासियों के दिलों में जो मुख्यमंत्री को लेकर एक नई सोच पैदा की है उसके चलते आज राज्यवासी मुख्यमंत्री की स्वच्छ और पारदर्शी राजनीति से खूब खिलखिला रहे हैं और उन्हें यह आभास हो चुका है कि उत्तराखण्ड में अब कांग्रेस का कोई वजूद नहीं है और सिर्फ डबल इंजन की सरकार ही उत्तराखण्ड को गुलजार करने के लिए अगली पक्ति में खडी रहेगी। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के गुरूमंत्र पर जिस तरह से सरकार चलाने का हुनर दिखा रखा है उससे आज भाजपा हाईकमान भी मुख्यमंत्री की धाकड राजनीति का कायल हो रखा है। अब तो कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री हरदा ने भी मोदी और धामी की कैमेस्ट्री को लेकर जो अपने मन की बात कही है उससे साफ नजर आ रहा है कि मोदी और धामी की कैमेस्ट्री अब कांग्रेस को खुलकर डराने लगी है?
उत्तराखण्ड का इतिहास गवाह है कि जब भी राज्य के अन्दर भाजपा की सरकारें बनी तो अधिकांश पूर्व मुख्यमंत्री भाजपा हाईकमान की राजनीति पाठशाला में उस पायदान पर नहीं पहुंच पाये थे जिसकी उम्मीद पाली गई थी? भाजपा के अधिकांश पूर्व मुख्यमंत्रियों के कार्यकाल में राज्य के अन्दर भ्रष्टाचार व घोटालों का जो खेल चले थे उसने राज्यवासियों के मन में भाजपा को कटघरे मे लाकर खडा कर दिया था और यही कारण है कि भाजपा हाईकमान को अपने कुछ पूर्व मुख्यमंत्रियों को हटाने के लिए आगे आना पडा था। भाजपा हाईकमान ने उत्तराखण्ड की राजनीतिक विरासत को सैनिक पुत्र पुष्कर सिंह धामी के हवाले यह सोचकर किया था कि वह उत्तराखण्ड को एक नई उडान पर ले जायेंगे जहां भ्रष्टाचार और घोटालों का कोई शोर नहीं मचेगा। सैनिक पुत्र को जब मुख्यमंत्री की कुर्सी पर आसीन किया गया तो देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें अपना एक गुप्त गुरूमंत्र यह कहकर दिया था कि अगर वह इस मंत्र को धारण करके सरकार चलाते रहे तो राज्य में विपक्ष नाम की कोई चीज नहीं रहेगी। मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री के गुरूमंत्र को धारण कर सरकार चलाने का जो एजेंडा तय किया उस एजेंडे में पारदर्शिता और स्वच्छता को ही पैमाना बनाया गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड के अन्दर पनपते रहे भ्रष्टाचार और घोटालों का खात्मा करने का जो संकल्प राज्यवासियों के सामने लिया था उस संकल्प पर वह खरे उतरते चले गये। आज राज्य के अन्दर भ्रष्टाचार और घोटालों का शोर खत्म होता हुआ दिखाई दे रहा है जिससे राज्यवासियों के मन मंे यह उम्मीद जग चुकी है कि उत्तराखण्ड को डबल इंजन सरकार सजाने और संवारने के मिशन मे आगे बढ़ गई है। धामी के उत्तराखण्ड को एक नया उत्तराखण्ड बनाने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपना खुला साथ दे रखा है और राज्य के विकास के लिए उन्होंने जो मुख्यमंत्री के साथ मिलकर एक बडा रोड-मैप तैयार किया है उसके चलते आज गढवाल और कुमांऊ मे विकास का वो आईना दिखने लगा जिसे देखने के लिए राज्य की जनता बाइस सालों से तरस रही थी। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की जबरदस्त कमैस्ट्री से आज उत्तराखण्ड एक नया उत्तराखण्ड बनने की दिशा में तो आगे बढ ही चुका है साथ में कांग्रेस भी मोदी और धामी की कमैस्ट्री से घबराई हुई नजर आ रही है। मोदी और धामी ने उत्तराखण्ड के अन्दर विकास की जो एक लम्बी लकीर खींच दी है उसे देखकर उत्तराखण्ड कांग्रेस के अधिकंाश छत्रप घबराये हुये नजर आ रहे हैं और वह यह सोचने को मजबूर हैं कि आखिरकार 2027 के विधानसभा चुनाव में वह कैसे राज्य के अन्दर अपनी सरकार बना पायेंगे क्योंकि हर चुनाव में राज्य की जनता कमल खिलाने के लिए जिस तरह से अगली पक्ति मे खडी हुई नजर आ रही है उससे कांग्रेस का राजनीतिक भविष्य अभी एक युग तक तो अंधकारमय नजर आ रहा है? मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राज्यवासियों को हमेशा यह विश्वास दिलाते आ रहे हैं कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का उत्तराखण्ड से जो असीम लगाव है उसी के चलते आने वाला समय उत्तराखण्ड की तस्वीर और तकदीर बदल देगा।

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