देहरादून(संवाददाता)। डबल इंजन सरकारें, प्रदेश हित में कितनी कारगर होती है, इसका अंदाजा उन राज्यों के विकास को देखकर स्वत: ही लगाया जा सकता है, जहां यह स्थापित हैं। उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, हरियाणा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, असम समेत देश में ऐसे कई राज्य हैं, जहां डबल इंजन की सरकार स्थापित है। इन राज्यों में विकास पहिया जिस तेजी के साथ घूम रहा है, ऐसा संभवत: उन राज्यों में शायद नहीं घूम पा रहा है, जहां डबल इंजन की सरकारें नहीं हैं? बड़े राज्यों की बात करें तो जनसंख्या की दृष्टि से सबसे बड़े राज्य के रूप में जाने जाने वाले उत्तर प्रदेश में मौजूदा समय में महाकुंभ का आयोजन हो रहा है। 144 वर्षों के संयोग के बाद प्रयागराज में आयोजित हो रहे महाकुंभ में कई करोड़ों श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डूबकी लगाई है और आयोजन अभी और आगे तक चलने वाला है। इसके सफल आयोजन की पीछे एक कारण यह भी है कि यहां डबल इंजन की सरकार स्थापित है। कहने को तो उत्तराखण्ड एक छोटा सा राज्य है लेकिन यहां की भौगोलिक विषमताएं इसे कई बड़े राज्य से ज्यादा जटिल बना देती है और यहां विकास की ब्यार बहाना आसान नहीं समझा जाता था। हालांकि जब से उत्तराखण्ड में डबल इंजन की सरकार बनी है और खासतौर पर उसकी कमान जबसे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के हाथों में आई है, तभी से भौगोलिक विषमताओं के बावजूद उत्तराखण्ड में विकास लगातार बुलंदियों पर छू रहा है। आलवेदर रोड का निर्माण, सैन्य धाम का निर्माण, शूटिंग डेस्टिनेशन की स्थापना, पर्यटन को और मुफीद बनाना, ग्रीष्मकालीन चारधाम यात्रा के साथ साथ शीतकालीन यात्रा का आयोजन, यह उन उल्लेखनीय कार्यों में से है जो उत्तराखण्ड में डबल इंजन की सरकार द्वारा किए गए है। मौजूदा दौर में दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने हैं, जहां पिछले एक दशक से अधिक समय से एक निरंकुश सरकार स्थापित है। इस निरंकुश सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए भाजपा की ओर से डबल इंजन के ध्वजवाहक के रूप उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बागडोर अपने हाथ में ली है और अपने लगातार प्रचार से वह दिल्ली के दिल की धड़कन बनते जा रहे हैं। उनकी इस लोकप्रियता से कहीं न कहीं विरोधियों के हौसले भी पस्त होते नजर आ रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव फरवरी माह के पहले सप्ताह में होने जा रहे हैं। आम आदमी पार्टी के खिलाफ एंटीइंकंबेंसी सातवें आसमान पर है। भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे आम आदमी पार्टी के नेताओं पर भाजपा-कांग्रेस लगातार हमला बोल रहे हैं। दिल्ली में भाजपा अपने डबल इंजन सरकार के मॉडल को पेश करने में सफल होती नजर आ रही है। भाजपा के स्टार प्रचारकों की सूची में एक अहम् स्थान रखने वाले उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, दिल्ली की जनता को विश्वास दिला रहे हैं कि डबल इंजन की सरकार दिल्ली में विकास के नित नए आयामों को छूएगी। भाजपा के स्टार प्रचारक उत्तराखण्ड की मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने प्रचार के दौरान लगातार दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार की खामियों को गिनाने में लगे हुए हैं। उनका कहना है कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और बिहार से आने वाले लोगों को हमेशा से बाहरी लोग बताया है और रोहिंग्याओं के समर्थन में आम आदमी पार्टी सरकार हमेशा से खड़ी रही है। उनका कहना था कि पिछले एक दशक से अधिक समय तक आम आदमी पार्टी ने भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण की राजनीति को अपना सिद्धांत मानकर दिल्ली में शासन किया और उसकी इसी शैली के कारण यहां की जनता को विकास से विमुख रहना पड़ा। अपने प्रचार के दौरान पुष्कर सिंह धामी ने यहां तक कहा कि आम आदमी पार्टी के सत्ताधारियों ने जनता के हित से ज्यादा अपने ऐशोआराम को ज्यादा तरजीह दी है और इसी के चलते केंद्र से मिलने वाली धनराशि जोकि दिल्ली के जनता के विकास में इस्तेमाल होनी थी उससे इन्होंने अपनी तिजोरियां भरी और करोड़ों का शीशमहल बनाया। सीएम पुष्कर सिंह धामी अपने प्रचार में दिल्ली के लोगों से लगातार यह अपील कर रहे हैं कि वह इस बार दिल्ली में भाजपा की डबल इंजन सरकार बनाएं और भाजपा शासित और राज्यों की तर्ज पर अपनी दिल्ली का चंहुमुखी विकास होता देखें। डबल इंजन सरकार के ध्वजवाहक के रूप में अपनी उपयोगिता को पुष्कर सिंह धामी पूर्ण रूप से साबित कर रहे हैं और उनकी रैलियों में उमड़ती दिल्ली की जनता यह बता रही है कि उनकी धड़कनों कि किस तरह से धामी धड़क रहे हैं। डबल इंजन के ध्वजवाहक के रूप में पुष्कर सिंह धामी का यह रूप देखकर विरोधियों के हौंसले भी पस्त नजर आ रहे हैं।