गौकशी के राक्षसों पर दहाड+ने वाला एसओ सस्पेंड

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प्रमुख संवाददाता
देहरादून। धामी राज में गौकशी करने वाले राक्षसों के खिलाफ जनपद के पुलिस कप्तान ने बडा ऑपरेशन चला रखा है और हर तरफ अपराधियों और गौकशी करने वाले राक्षसों को पुलिस बडा सबक सिखाने के एजेंडे पर बढी हुई है। मुख्यमंत्री के सख्त रूख को देखते हुए राजधानी पुलिस ने गौकशी करने वालों को अपनी रडार पर ले रखा है और 48 घंटे पूर्व क्लेंमनटाउन थाना प्रभारी ने डोईवाला व एसओजी की टीम के साथ मिलकर एक कुख्यात गौकशी करने वाले को मुठभेड मे घायल कर गौकशी करने वालों को संदेश दिया था कि राजधानी में गौकशी करना महाअपराध है। गजब की बात है कि जो थाना प्रभारी अपने कार्यकाल में अपराधियों और गौकशी करने वाले राक्षसों को खाकी का इकबाल दिखाता आ रहा था उसे मात्र इस बात के लिए रात सस्पेंड कर दिया कि जब आईजी सडक पर थे तो रास्ते मे जाम लगा हुआ था? सडकों पर जाम लगना तो राजधानी में एक आम बात है और जो दरोगा सीएम के विजन को धरातल पर उतारने के लिए रात दिन एक कर रहा था अगर उसके इलाके मे एक दिन जाम लग गया तो उसका क्या इतना बडा गुनाह हो गया कि उसे सीधे सस्पेंड कर दिया गया? थाना प्रभारी पर सस्पेंड की गाज गिरने से पुलिस महकमे के अन्दर कई चर्चाओं ने जन्म ले लिया है और कहीं न कहीं गौकशी करने वाले राक्षसों के भी चेहरे थाना प्रभारी के सस्पेंड होने पर गुलजार हो गये होंगे जिनके खिलाफ थाना प्रभारी ने बडा ऑपरेशन चला रखा था।
राजधानी के पुलिस कप्तान अजय सिंह ने अपने सभी कोतवालों और थाना प्रभारियों को अपराधियों और गौकशी करने वाले राक्षसों का संहार करने के लिए उन्हें मैदान मे उतार रखा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हर जनपद के पुलिस कप्तानों को संदेश दे रखा है कि उनके इलाके मे न तो कोई अपराधी सर उठा पाये और न ही कोई गौकशी करने वाला राक्षस पुलिस महकमे को चुनौती दे पाये। मुख्यमंत्री के विजन को धरातल पर उतारने के लिए पुलिस कप्तान रात मे खुद सडकों पर निकलते हैं और कहीं पर भी कोई अपराधी अपराध करने का दुसाहस न कर पाये इसके लिए वह हमेशा अपनी नजर हर इलाके पर बनाकर रखते हैं। बता दें कि पिछले काफी समय से क्लमेंटाउन थाना प्रभारी ने अपने इलाके मे अपराधियों और गौकशी करने वाले राक्षसों के खिलाफ खुला मोर्चा खोल रखा है और वहां जिस तरह से पुलिस व अपराधियों और गौ तस्करों के बीच शूटआउट हुये हैं उससे अपराधियों और गौकशी करने वालों में थाना प्रभारी की आक्रामक शैली से हडकम्प मचा हुआ था। गौरतलब है कि 48 घंटे पूर्व ही क्लमेंटाउन थाना प्रभारी, एसओजी व डोईवाला पुलिस ने सहारनपुर के एक कुख्यात गौ तस्कर को जब घेरा तो उसने पुलिस पर गोलियां दागी और पुलिस ने भी गोलियों का जवाब गोलियों से देते हुए कुख्यात को घायल कर दिया था। गौकशी करने वाले राक्षसों के खिलाफ पुलिस का यह ऑपरेशन उन गौ तस्करों में खलबली मचा रहा है जो शहर के अन्दर गौकशी करने का तांडव करने से बाज नहीं आ रहे हैं। शहर मे आये दिन जाम लगना आम बात है और बीती रात आईजी गढवाल ने जब थाना प्रभारी को इलाके मे चैकिंग करने के लिए कहा तो वह आईजी को चैकिंग करते हुए नजर नहीं आये जिस पर आईजी ने उन्हें सस्पेंड कर दिया। हालांकि सवाल यह है कि जो थाना प्रभारी लम्बे समय से अपराधियों और गौकशी करने वाले राक्षसों के खिलाफ बडा ऑपरेशन चलाकर उन्हें खाकी का इकबाल दिखा रहा था अगर वह किसी कारण से चैकिंग स्थल पर नही पहुंच पाया तो उसे सस्पेंड करने से पुलिस महकमे के अन्दर यह बहस भी पनप गई कि आखिरकार इतने गुडवर्क करके अगर किसी कारणवश कोई दरोगा चैकिंग करने के लिए नहीं पहुंच पाया तो उसे चेतावनी देकर भी यह चेताया जा सकता था कि अगर उन्होंने दुबारा ऐसी गलती कि तो उन्हें सख्त सजा दी जायेगी। थाना प्रभारी को सस्पेंड करने से कहीं न कहीं क्लेमनटाउन इलाके में अपराधियों और गौकशी करने वाले राक्षसों के चेहरे जरूर खिलखिला गये होंगे?

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