देहरादून। उत्तराखण्ड के युवा मुख्यमंत्री ने राज्य के युवाओं को विधानसभा चुनाव में भरोसा दिलाया था कि राज्य में डबल इंजन की सरकार बनने के बाद उन्हें रोजगार के ऐसे द्वार पर ले जाकर खडा किया जायेगा जहां उनके मन में सरकार को लेकर एक विश्वास जगेगा कि चुनाव के दौरान उनसे जो वायदा किया गया था वह चुनावी वायदा नहीं बल्कि धरातल पर उसे उतारने के लिए किया गया था। मुख्यमंत्री ने ग्लोबल इंवेस्टर समिट में उत्तराखण्ड से लेकर दिल्ली तक राज्य के अन्दर निवेश कराने के लिए उद्योगपतियों से जो मंथन किया था उस पर हर तरफ मुख्यमंत्री को बडा भरोसा दिलाया गया कि राज्य के अन्दर वह हजारों करोड का निवेश करने के लिए तैयार हैं। भारत में ग्लोबल इंवेस्टर समिट में उत्तराखण्ड के अन्दर बडा निवेश आने की उम्मीद जगी तो उसके बाद मुख्यमंत्री ने लंदन में जब उद्यमियों से रूबरू होकर उत्तराखण्ड के अन्दर बडा निवेश करने के लिए न्यौता दिया तो वहां के उद्यमियों ने पुष्कर सिंह धामी की झोली में निवेश का इतना बडा गिफ्ट डाला कि उससे युवाओं के मन में भी अपनी नई उडान भरने का समय आता हुआ दिखाई दे रहा है।
उत्तराखंड में निवेश लाने वाले सबसे सफल मुख्यमंत्री में पुष्कर सिंह धामी का नाम शामिल हो गया है। धामी ने यह करार सिर्फ निवेश के लिए नहीं किए हैं, बल्कि उत्तराखंड की आर्थिकी, रोजगार, पर्यटन और पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए यह करार किए हैं। इसकी भूमिका को पुष्कर सिंह धामी और उनकी टीम कई समय से तैयारी कर रही थी। इसके लिए दिल्ली से लेकर ब्रिटेन तक में रोड शो हुए। साथ ही नामी औद्योगिक घरानों के साथ बैठकें भी हुई। दिल्ली में 14 सितंबर को आईटीसी ने 5००० करोड़ के निवेश का प्रस्ताव उत्तराखंड सरकार को दिया। महिन्द्रा हॉलीडेज एण्ड रिसोर्ट इण्डिया लिमिटेड के साथ 1००० करोड़ रुपए के निवेश का एमओयू किया गया। ई-कुबेर से 16०० करोड़ रुपए के निवेश का एमओयू हुआ। इसी तरह लंदन में कयान जेट से साथ 45०० करोड़ रुपए का एमओयू हुआ। उषा ब्रेको लिमिटेड के साथ हुआ 1००० करोड़ रुपए का एमओयू हुआ। पोमा ग्रुप के साथ 2००० करोड़ रुपए का एमओयू किया गया। जबकि बर्मिंघम में अलग-अलग कंपनियों के साथ 15०० करोड़ रुपए का एमओयू हुआ। इसके अलावा 3००० करोड़ का एमओयू ब्रिटेन में और हुआ है। सरकार का लक्ष्य 2.5० लाख करोड़ का निवेश का एमओयू करने का है। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को डबल इंजन का खूब फायदा मिल रहा है और इसी के चलते देश-विदेश के उद्यमी उत्तराखण्ड के अन्दर बडे-बडे उद्योग लगाने के लिए आगे आते हुए दिखाई दिये और उन्होंने मुख्यमंत्री को भरोसा दिलाया कि आने वाले समय में वह उत्तराखण्ड के अन्दर बडा निवेश करने के लिए तैयार हैं। अब लंदन में जिस तरह से मुख्यमंत्री को वहां के कुछ बडे उद्यमियों ने उत्तराखण्ड के अन्दर बडा निवेश करने का वचन दिया है उससे उत्तराखण्ड के अन्दर चारो तरफ विकास की नई उडान नजर आ रही है और आने वाले समय में मुख्यमंत्री कुछ और देशों में जाकर वहां के उद्यमियों से मुलाकात कर उत्तराखण्ड के अन्दर बडा निवेश करने का उनसे वायदा लेंगे जिससे राज्य के अन्दर पहाड से लेकर मैदान तक विकास के पथ पर आगे चलता हुआ दिखाई देगा।