धामी की प्लानिंग आई काम तो उत्तराखंड में खत्म हो जाएगी बेरोजगारी
प्रमुख संवाददाता
देहरादून। देश के प्रधानमंत्री ने दिल्ली मंे ग्लोबल इन्वेस्टर समिट कराकर समूचे संसार मंे जिस तरह से भारत के नाम का डंका बजाया है उसी राह पर उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री आगे बढते हुए दिखाई दे रहे हैं और वह राज्य के बेरोजगार युवाओं के सपनों को पंख लगाने की दिशा में जिस तरह से राज्य के पहाड से लेकर मैदान तक में बडे-बडे उद्योग स्थापित करने की दिशा में इन्वेस्टर समिट में आये उद्योगपतियों के साथ हाथ मिला चुके हैं उसे देखकर साफ नजर आ रहा है कि धामी के पिटारे मंे अब रोजगार ही रोजगार नजर आयंेगे। अब यह बात भी राज्य के अन्दर उभरने लगी है कि जिस तरह से पहाड से लेकर मैदान तक में उद्योग लगवाने की दिशा मंे मुख्यमंत्री ने अपनी समूची ताकत देश और विदेशों में झोकने के लिए अपनी किचन टीम के साथ मिलकर बडी प्लानिंग तैयार की है अगर वह प्लानिंग धरातल पर कामयाब हो गई तो उत्तराखण्ड मंे बेरोजगारी का शोर हमेशा के लिए खत्म हो जायेगा। मुख्यमंत्री का विजन है कि युवाआंे को रोजगार देने की दिशा मंे जो उन्होंने शपथ लेने के दौरान उनसे वादा किया था उस वादे को पूरा करने के लिए वह अब तैयार हो चुके हैं और देश से लेकर विदेशों में जब मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड मंे उद्योगों के निवेश के लिए बडे-बडे उद्योगपतियों के सामने अपना प्रपोजल रखेंगे तो उस प्रपोजल को हाथो-हाथ देश-विदेश के उद्योगपति लपकेंगे और मुख्यमंत्री को विश्वास दिलायेंगे कि राज्य के अन्दर अब वह बडे-बडे उद्योग लगाने के लिए उनके साथ खडे होंगे।
उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहाड़ों पर निवेशकों को चढ़ाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं ऐसा पहली बार होगा जब शुरुआती दौर में ही 7600 करोड रुपए के निवेश प्रस्ताव एक ही मीटिंग में मिल गए हैं। पहाड़ों में युवाओं को रोजगार मिले उत्तराखंड में गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक निवेशक निवेश करें इसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उनकी टीम लगातार प्रयास कर रही है इन्वेस्टर समिट को लेकर वह न केवल भारत की धरती पर बल्कि लंदन दुबई जैसे देशों में भी जाकर निवेशकों को उत्तराखंड आने का आमंत्रण देंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नक्शे कदम पर चल रहे पुष्कर सिंह धामी यह चाहते हैं कि उत्तराखंड धार्मिक पर्यटन साहसिक पर्यटन के साथ-साथ इंडस्ट्री का भी हब बन इसके लिए पूरा रोड में तैयार किया गया है।
महिंद्रा से लेकर रिलायंस और दूसरी बड़ी कंपनियां जल्दी उत्तराखंड में 1000 करोड रुपए से अधिक का निवेश कर रहे हैं जिसका मतलब साफ है कि राज्य में युवाओं को जल्द ही पहाड़ों से लेकर मैदान तक रोजगार मिलेगा। देश के बड़े उद्योग घराने खासे प्रभावित हैं। महिंद्रा हॉलीडेज, आईटीसी, ई-कुबेर जैसी नामी कंपनियों ने इन्वेस्टर समिट को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा किए जा रहे कार्यों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की है। ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के दिल्ली में आयोजित करटेन रेजर कार्यक्रम के मौके पर आज आईटीसी ने 5000 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव दिया जबकि उत्तराखंड सरकार ने ई-कुबेर के साथ 1600 करोड़ और महिंद्रा हॉलीडेज के साथ एक हजार करोड़ के निवेश पर एमओयू किया। महिंद्रा हॉलीडेज एन्ड रिसोर्ट इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक सीईओ कविंदर सिंह ने कहा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा दिए गए सक्रिय समर्थन, राज्य के लोगों के आतिथ्य के प्रति आकर्षण और एक मजबूत पर्यटन नीति से प्रोत्साहित होकर, हमारा लक्ष्य अपने सबसे बड़े निवेश के साथ उत्तराखंड सरकार के साथ साझेदारी करना है। आईटीसी कंपनी ने भी राज्य में पांच हजार करोड़ के निवेश का प्रस्ताव दिया है, जो यह दर्शाता है कि उत्तराखंड सरकार की आकर्षक नीतियों के मद्देनजर यह ग्रुप भी राज्य में बड़े निवेश हेतु तैयार हैं। इसी तरह से, जुबिलेंट फार्मोवा लिमिटेड व ओबेरॉय समूह के अधिकारियों ने उत्तराखंड में अपनी भविष्य की योजनाओं को लेकर मुख्यमंत्री के साथ विस्तृत चर्चा की और राज्य में निवेश के प्रति अपनी योजनाओं के बारे में चर्चा की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को जिस तरह से देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का खुला आशीर्वाद मिल रहा है उसी का परिणाम है कि देश और विदेश के बडे-बडे उद्योग धरानों के पास जब मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड के पहाड और मैदान में बडे-बडे उद्योग लगाने के लिए उनके साथ बैठेंगे तो वहां के उद्योगपति देवभूमि में अपने उद्योग लगाने के लिए पुष्कर का हाथ थामकर उन्हें भरोसा देंगे कि अब उत्तराखण्ड में वह उद्योगों का अम्बार खडा कर देंगे।