ऋषिकेश(संवाददाता)। देवभूमि ऋषिकेश में भगवान श्रीकृष्ण की धूम शुरू हो गई है।श्री कृष्ण जन्मोत्सव शहर में धूमधाम से मनाया गया।नगर के तमाम मंदिरों मे विभिन्न कार्यक्रम हुए। इस दौरान श्रद्धालु कृष्ण भक्ति में डूब गए।श्रद्धालुओं ने व्रत रखकर जन्माष्टमी मनाई।
शीशम झाड़ी स्थित कात्यायनी मंदिर में सुबह 9 बजे लड्डू गोपाल के दुग्धभिषेक से कार्यक्रम शुरू हो गए।मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण की झांकी सजाई गई इसके अलावा कृष्ण लल्ला को पालकी में झुलाने के नयनविराम दृश्य ने भी सबको मंत्र मुग्ध करे रखा।मंदिर के संस्थापक गुरुविंदर सलूजा ने बताया कि मंदिर में सुबह से ही श्रद्वालुओं का तांता लगना शुरु हो गया है।भक्त बेसब्री से श्रीकृष्ण के जन्म का इंतजार कर रहे हैं।दिनभर श्रीकृष्ण भक्ति के कार्यक्रमों का आयोजन मंदिर में होगा ।उधर नगर के प्राचीनतम गोपाल मंदिर एवं कैलाश गेट स्थित मधुबन आश्रम को भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के लिए बेहद खूबसूरत रंगीन रोशनी से सजाया गया है।खासतौर पर मधुबन आश्रम आज कान्हा के जन्मोत्सव पर दिनभर भक्ति के आनंद में डूबा नजर आया। कोरोना के चलते पिछले वर्ष तो भक्त उल्लास नहीं मना पाए थे लेकिन इस बार माहौल बदला हुआ है। कोरोना संक्रमण कम होने से घरों से लेकर मंदिरों तक श्रद्वालुओं में पर्व पर उल्लास देखने को मिला ।तीर्थ नगरी में सरकार की गाइडलाइन का पालन कर मंदिरों में श्रद्धालुओं को जन्माष्टमी पर प्रवेश दिया गया है।