देहरादून(संवाददाता)। युवाओं के पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत नेहरू कालोनी एक सस्थान के नजदीक सभी युवा छात्र व कुछ महिलाए व राज्य आंदोलनकारी मंच के पदाधिकारी एकत्र होकर दो पंक्तियो में भू कानून की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए संगठन के लोगो ने विधानसभा तक कूच किया।
इस अवसर पर प्रदर्शन में शामिल युवाओं ने राज्य सरकार व नवनिर्वाचित युवा सीएम पुष्कर धामी से अपील की है किवह युवाओं की मांगों पर गौर करे और राज्य में बाहरी धनाढयों व लोगो द्वारा हो रही बेतहाशा जमीन खरीद-फरोख्त पर रोक लगाने के लिए पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर भू-कानून को राज्य में लाए। इस अवसर युवाओं ने कहा कि जिससे पहाड़ी किसान अपनी जमीन का स्वयं मालिक बना रहे व देवभूमि की संस्कृति व अस्मिता से भी कोई छेड़-छाड़ न हो। प्रदर्शन में शामिल युवाओं ने प्रदेश सरकार से इसी मॉनसून सत्र के दौरान शशक्त भू-कानून को त्वरित गति से लागू करने की मांग की अन्यथा न होने की एवज में राज्य सरकार को आगामी विधानसभा चुनावों में प्रदेश के लाखों युवाओं की ओर से चुनाव बहिष्कार की चेतावनी भी दे डाली। इस अवसर पर वहीं प्रदर्शन में शामिल मातृशक्तियों ने युवाओं की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि वह अपने बच्चों के बेहतर भविष्य की आकांक्षाओं को लेकर आज रैली में सम्मिलित हुई हैं. साथ ही महिलाओं ने कहा आज जिस तरह से प्रदेश में बेरोजगारी चरम पर है और हमारे बच्चों को अन्य राज्यों में रोजगार के लिए जाना पड़ रहा है जबकि बाहरी राज्यों के धनाढयों द्वारा हमारे पहाड़ी किसानों की जमीनों को औने-पौने दामों के खरीदकर भूमिविहीन किया जा रहा है।
युवाओं ने कहा कि इससे अब राज्य की युवा पीढ़ी के प्रति उन्हें अब चिंता सताने लगी है। इस अवसर पर प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे युवाओं में शामिल आशीष नौटियाल ने कहा जिस प्रकार वर्ष 2०18 में तत्कालीन त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार द्वारा भू-कानून में बदलाव कर पहाड़ो व मैदानी इलाकों में जमीन की खुली बिक्री की छूट प्रदान की गई उसे त्वरित गति से वापस लिया जाए व श्उत्तरप्रदेश जमींदारी एवं भूमि सुधार अधिनियमश् में बदलाव कर पहाड़ी राज्य की संवेदनशीलता को देखते हुए राज्य के पहाड़ी किसानों की आर्थिकी को सुदृढ व बेहतर बनाने के लिए कृषि-बागवानी जैसी नीतियों में बदलाव किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिससे राज्य की वर्षो पुरानी गंभीर समस्या पलायन पर भी रोकथाम लग सके। इस अवसर पर वहीं युवा लूशुन टोडरिया ने कहा है कि उत्तराखंड सरकार की अगर मजबूत भू कानून लागू करने की मंशा है तो तत्काल इस मानसून सत्र में भू कानून का प्रस्ताव लाए। इस अवसर पर पुलिस ने बैरीकैडिग लगाकर सभी को रोक लिया और इस दौरान पुलिस व प्रदर्शनकािरयों के बीच नोंकझोंक व धक्का मुक्की हुई और बाद में सभी वहीं धरने पर बैठ गये। इस अवसर पर प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया गया। इस अवसर पर विधनसभा कूच व प्रदर्शन में शामिल युवाओं में आशीष नौटियाल, सौरभ सेमवाल, आशीष नेगी, प्रज्वल जोशी, मनीष पांडेय सहित भारी संख्याबल में युवा रहे. वही युवाओं का समर्थन देने के लिए मंजू कोटनाला, इंदु नवानी, नीमा रौथाण, दीपिका नयाल सहित कई महिलाएं पहुँची. साथ ही युवाओं का समर्थन करने पहुँचे राज्य आंदोलनकारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन नेगी, जिलाध्यक्ष देहरादून प्रदीप कुकरेती, सुरेश नेगी सहित अन्य राज्य आंदोलनकारी भीें मौजूद रहे.।