विश्व हिन्दू परिषद-बजरंग दल का खुला आरोप साजिश रचकर की बद्रीनाथ में नमाज

0
136

नगर संवाददाता
देहरादून। विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के पदाधिकारियों का खुला आरोप है कि प्रशासन की शह में बकरीद पर बदरीनाथ में एक साजिश के तहत नमाज अता की गई और वहां पर पशु की बलि भी दी गई जो कि धार्मिक स्थल की भावनाओं के साथ एक बडा खिलवाड है।
इस प्रकरण से नाराज बजरंग दल व विश्व हिन्दू परिषद के पदाधिकारियों ने राज्यपाल से मुलाकात कर दोषियों के खिलाफ जांच कराकर उनके खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की। राज्यपाल ने आश्वस्त किया कि जांच कराकर कार्यवाही की जायेगी। विश्व हिन्दू परिषद व बजरंग दल के पदाधिकारी आज शाम इस मामले में मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे और दोषियों के खिलाफ रासुका के तहत कार्यवाही करने की मांग करेंगे।
बद्रीनाथ में षड्यंत्र के तहत हिंदू भावनाओं को आहत करने के लिए नमाज पढऩे वालों के खिलाफ कार्यवाही किये जाने की मांग को लेकर विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल उत्तराखंड प्रदेश के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मिलकर ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर ज्ञापन में कहा गया है कि सनातन हिन्दू धर्म के सबसे प्राचीन तीर्थ क्षेत्र बद्रीनाथ धाम में विधर्मियों द्वारा षडयंत्र के माध्यम से गैर धार्मिक गतिविधियों से हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का दु:साहस किया है ।इसके लिए दोषियों को कठोर दण्ड देना चाहिए। उल्लेखनीय है कि सनातन हिन्दू धर्म के प्राचीनतम तीर्थ क्षेत्र बद्रीनाथ धाम में समस्त हिन्दू समाज की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के उद्देश्य से षडयंत्र के माध्यम से तथाकथित मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा सरकारी स्थान पर मजहबी नमाज पढ़ी गई जबकि बद्रीनाथ मंदिर समिति के संविधान 138 के अनुसार बद्रीनाथ धाम में हिंदू धार्मिक गतिविधियों के अतिरिक्त कोई भी अन्य गैर हिन्दू गतिविधि करना निषेध है।
इस अवसर पर ज्ञापन में कहा गया कि कोरोना महामारी के संक्रमण काल में उत्तराखंड सरकार नें महामारी से बचाव हेतु संपूर्ण उत्तराखंड में लाकडाउन के माध्यम से समस्त धार्मिक गतिविधियों को चार धाम की पवित्र यात्रा सहित प्रतिबंधित किया है. इसी परिप्रेक्ष्य में हिंदुओं को भी बद्रीनाथ धाम में पूजा अर्चना के लिए प्रतिबंधित किया गया है। ज्ञापन में कहा गया है कि स्थानीय पुलिस प्रशासन ने मंदिर संविधान का उल्लंघन करनें, हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने, धार्मिक भावनाओं को भड़का कर सामाजिक वातावरण को दंगों के माध्यम से खराब करने एवं कोरोना महामारी के विकट संक्रमण काल में सरकार की गाइडलाइन प्रतिबंध का उल्लंघन करने पर भी किसी भी व्यक्ति के विरुद्ध कोई भी कानूनी कार्यवाही नहीं की है और जिला चमोली के पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान द्वारा नमाज पढऩे वाले मजहबी व्यक्तियों की संख्या को भी तथ्यात्मक बताया है।
ज्ञापन में कहा गया है कि विश्व हिन्दू परिषद, उत्तराखंड बद्रीनाथ धाम में इन धर्म विरुद्ध गतिविधियों का विरोध करता है और उत्तराखंड सरकार एवं स्थानीय प्रशासन से दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्यवाही की मांग करता है। ज्ञापन में कहा गया कि उक्त षडयंत्र के माध्यम से हुई घटना के दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही नहीं होने पर विश्व हिन्दू परिषद,सम्पूर्ण उत्तराखंड प्रदेश में व्यापक जन आंदोलन को बाध्य होगा और जब तक दोषियों को संविधान सम्मत सजा नहीं मिल जाती तब तक आंदोलन जारी रहेगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन एवं प्रशासन की होगी । इस अवसर पर उत्तराखंड प्रदेश में डॉ विपिन चंद्र पाण्डे प्रान्त मन्त्री विश्व हिन्दू परिषद के द्वारा इस गंभीर विषय पर सभी जिलों में जिलाधिकारियों , सिटी मजिस्ट्रेट, प्रदेश के मुख्यमंत्री,व केंद्र सरकार के लिए इस प्रकार के ज्ञापन प्रेषित करने का आह्वान किया गया था। ताकि ऐसी गंभीर घटनाओं की पुनरावृत्ति संपूर्ण प्रदेश में कहीं न हो। इस अवसर पर विश्व हिंदू परिषद,के प्रदेश अध्यक्ष रविदेव आनंद ने उत्तराखंड प्रदेश की वन भूमि पर जिस प्रकार अवैध रूप से मजार ,मदरसे और मस्जिदों का निर्माण हो रहा है उस पर भी तत्काल संज्ञान में लेकर वन विभाग के समस्त अधिकारियों को इस और गंभीरता से विचार करने का आदेश करें और सभी अवैध निर्माणों का चिन्हिकरण कर तत्काल कर उनका ध्वस्तीकरण हो। इस अवसर पर ज्ञापन देने वालों में प्रदेश अध्यक्ष, विश्व हिंदू परिषद, रविदेव आनंद ,प्रदेश संगठन मंत्री-विश्व हिंदू परिषद, अजय नागर, प्रदेश संयोजक बजरंग दल अनुज वालिया, बजरंग दल विभाग संयोजक विकास वर्मा आदि उपस्थित रहे।

LEAVE A REPLY